Trending - Holi

Wednesday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Attitude Shayari Attitude Shayari For Boys

Attitude Shayari For Boys in Hindi - एटीट्यूड शायरी फॉर बॉइज इन हिंदी

Share :


वैसे दुश्मनी तो हम कुत्ते से भी नहीं करते हैवैसे दुश्मनी तो हम कुत्ते से भी नहीं करते है,
पर बीच में आ जाये तो शेर को भी नहीं छोड़ते…!

बहुत से आए थे हमें गिरानेबहुत से आए थे हमें गिराने,
कुछ ना कर पाए बीत गए ज़माने…!

अपना तो एक ही तरीका है यारो, मांगों उसी से जो दे ख़ुशी सेअपना तो एक ही तरीका है यारो,
मांगों उसी से जो दे ख़ुशी से,
और जो न दे ख़ुशी से तो
छीन लो उसी से…!

चर्चाए ख़ास हो तो किस्से भी जरुर होते हैचर्चाए ख़ास हो तो किस्से भी जरुर होते है,
उँगलियाँ भी उनपर ही उठती है जो मशहूर होते है…!

अक्सर औकात की बात वहीं किया करते हैअक्सर औकात की बात वहीं किया करते है,
जो कायर हमेशा झुंड में चला करते हैं…!

रहते हैं आस पास ही लेकिन साथ नहीं होतेरहते हैं आस पास ही लेकिन साथ नहीं होते,
कुछ लोग जलते हैं मुझसे बस खाक नहीं होते…!

तमन्ना तेरे जिस्म की होती तो छीन लेते दुनिया सेतमन्ना तेरे जिस्म की होती तो छीन लेते दुनिया से,
मोहब्बत तेरी रूह से की इसलिए मांगते हैं खुदा से…!

हमारी शराफत का फायदा उठाना बंद कर दोहमारी शराफत का फायदा उठाना बंद कर दो,
जिस दिन हम बदमाश हो गए,कयामत आ जाएगी…!

इंसानियत तो हमने ब्लड बैंक से सीखी हैं साहबइंसानियत तो हमने ब्लड बैंक से सीखी हैं साहब,
जहां बोतलों पर मजहब नहीं लिखा जाता…!

इश्क़ की पतंगे उड़ाना छोड़ दी हमने वरनाइश्क़ की पतंगे उड़ाना छोड़ दी हमने वरना,
हर हसीना की छत पर हमारे ही धागे हुआ करते थे…!

मारूंगा 10, गिनूंगा एकमारूंगा 10, गिनूंगा एक,️
यकीन नहीं आता तो ऊँगली करके देख…!

मुक़ाम वो चाहिए कि जिस दिन हारुमुक़ाम वो चाहिए कि जिस दिन हारु,
जीतने वाले से ज़्यादा चर्चे मेरी हार के हों…!

फर्क नहीं पड़ता मुझे कि दुनिया क्या कहती हैफर्क नहीं पड़ता मुझे कि दुनिया क्या कहती है,
मैं अच्छा हूँ बहुत ये मेरी माँ कहती है…!

उस चाँद को बहुत गुरुर है, कि उसके पास नूर हैउस चाँद को बहुत गुरुर है, कि उसके पास नूर है,
मगर वो क्या जाने की मेरा हर दोस्त कोहिनूर है…!

अक्सर जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मनअक्सर जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन,
क्योंकि एक मुद्दत से मैंने न दोस्त बदले न मोहब्बत…!

जो मेरे मुकद्दर में है वो खुद चल कर आएगाजो मेरे मुकद्दर में है वो खुद चल कर आएगा,
जो नहीं है उसे अपना खौफ लाएगा…!

जितना बदल सकते थे, ख़ुद को बदल लियाजितना बदल सकते थे, ख़ुद को बदल लिया,
अब जिसको शिकायत है वो अपना रास्ता बदले…!

जो बेहतर होते हैं उन्हें इनाम मिलता हैजो बेहतर होते हैं उन्हें इनाम मिलता है,
जो बेहतरीन होते हैं उनके नाम पर इनाम होता है…!

हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग हैहमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है,
हम उम्मीदों पर नहीं अपनी जिद पर जीते है…!

दुश्मन बने दुनिया तो इतना याद रखना मेरे दोस्तदुश्मन बने दुनिया तो इतना याद रखना मेरे दोस्त,
तेरा यार जिन्दा है तो तेरा हथियार जिन्दा है…!

खुदा मेरे दुश्मनों को लम्बी उम्र देंखुदा मेरे दुश्मनों को लम्बी उम्र दें,
ताकि वो मेरी क़ामयाबी देख सकें…!

तुझे शिकायत है, कि मुझे बदल दिया है वक़्त नेतुझे शिकायत है, कि मुझे बदल दिया है वक़्त ने,
कभी खुद से भी तो सवाल कर, क्या तू वही है…!

बड़े लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखनाबड़े लोगों से मिलने में हमेशा फ़ासला रखना,
जहाँ दरिया समुंदर से मिला दरिया नहीं रहता…!

इसी बात से मेरी शोहरत का अंदाज़ा लगा लेनाइसी बात से मेरी शोहरत का अंदाज़ा लगा लेना,
मुझे वो सलाम करते हैं जिन्हें तुम सलाम करते हो…!

ख़ुदा सलामत रखे उन आँखों कोख़ुदा सलामत रखे उन आँखों को
जिनमे आजकल हम चुभते बहुत हैं…!

तुम जलते रहोगे आग की तरहतुम जलते रहोगे आग की तरह,
और हम खिलते रहेंगे गुलाब की तरह…!

हमारी अफवाह के धुंए  वही से उठते हैहमारी अफवाह के धुंए वही से उठते है,
जहाँ हमारे नाम से आग लग जाती है…!

इतना अमीर नहीं हूँ कि सब कुछ खरीद लूँइतना अमीर नहीं हूँ कि सब कुछ खरीद लूँ,
लेकिन इतना गरीब भी नहीं हूँ कि खुद बिक जाऊं…!

डूब जाए आसानी से मैं वो कश्ती नहींडूब जाए आसानी से मैं वो कश्ती नहीं,
मिटा सको तुम मुझे ये बात तुम्हारे बस की नहीं…!

तुम सिखाओ अपने दोस्तों को हथियार चलानातुम सिखाओ अपने दोस्तों को हथियार चलाना,
हमारे दोस्त तो पहले से ही बारूद है…!

किसी की क्या मजाल थी जो खरीद सकता हमकोकिसी की क्या मजाल थी जो खरीद सकता हमको,
वो तो हम ही बिक गए खरीदार देख कर…!

सही वक्त पर करवा देंगे हदों का अहसाससही वक्त पर करवा देंगे हदों का अहसास,
कुछ तालाब खुद को समंदर समझ बैठे हैं…!

लोग  वाकिफ है मेरी  आदतो सेलोग वाकिफ है मेरी आदतो से,
रूतबा कम ही सही पर लाजवाब रखता हूँ…!

किसी के पैरो मे गिरकर क़ामयाबी पाने से अच्छा हैकिसी के पैरो मे गिरकर क़ामयाबी पाने से अच्छा है,
अपने पैरो पर चलकर कुछ बनने की ठान लों…!

मत लो मेरे सब्र के बाँध का इम्तेहानमत लो मेरे सब्र के बाँध का इम्तेहान,
जब जब ये टूटा है तूफ़ान ही आया है…!

माना की औरो के मुकाबले कुछ ज्यादा पाया नहीं मैंनेमाना की औरो के मुकाबले कुछ ज्यादा पाया नहीं मैंने,
पर खुश हूँ की खुद को गिरा के कुछ उठाया नहीं मैंने…!

सही वक़्त पर करवा देंगे हदों को अहसाससही वक़्त पर करवा देंगे हदों को अहसास,
कुछ तालाब खुद को समन्दर समझ बैठे हैं…!

ताक़त अपने लफ़्ज़ों में डालो, आवाज़ में नहींताक़त अपने लफ़्ज़ों में डालो,आवाज़ में नहीं,
क्यूंकि फ़सल बारिश से होती है, बाढ़ से नहीं…!

अगर  हमसे मिलना  हो तो गहरे पानी  मे आनाअगर हमसे मिलना हो तो गहरे पानी मे आना,
बेशकीमती ख़ज़ाने कभी किनारे पर नहीं मिला करते…!

अपनी कमजोरी का जिक्र कभी ना करनाअपनी कमजोरी का जिक्र कभी ना करना,
क्यूंकि लोग कटी पतंग को जमके लूटते है…!

जिनमें अकेले चलने का हौसला होता हैजिनमें अकेले चलने का हौसला होता है,
उनके पीछे एक दिन क़ाफ़िला होता है…!

रेगिस्तान भी हरे हो जाते हैरेगिस्तान भी हरे हो जाते है,
जब अपने साथ अपने भाई खड़े हो जाते है…!

Attitude जो कल था वो आज हैAttitude जो कल था वो आज है,
जिंदगी ऐसे जियों जैसे बाप का राज है…!

जब महसूस हो सारा शहर तुमसे जलने लगाजब महसूस हो सारा शहर तुमसे जलने लगा,
समझ लेना तुम्हारा नाम चलने लगा…!

नया नया है तू बेटे, मैंने खेल पुराने खेले हैनया नया है तू बेटे,
मैंने खेल पुराने खेले है,
जिन लोगों के दम पर उछलता है तू,
मेरे पुराने वो चेले है…!

हम न बदलेंगे वक़्त की रफ़्तार के साथहम न बदलेंगे वक़्त की रफ़्तार के साथ,
जब भी मिलेंगे अंदाज़ पुराना ही होगा…!

जानता हूँ मैं कहाँ तक है उड़ान इनकीजानता हूँ मैं कहाँ तक है उड़ान इनकी,
आखिर मेरे ही हाथ से निकले परिंदें है ये…!

अजीब सा ख़ौफ़ था उस शेर की आँखों मेंअजीब सा ख़ौफ़ था उस शेर की आँखों में,
जिसने जंगल में हमारे जूतों के निशान देखे थे…!

जीत हासिल करनी हो तो क़ाबिलियत बढ़ाओजीत हासिल करनी हो तो क़ाबिलियत बढ़ाओ,
क़िस्मत की रोटी तो कुत्तों को भी मिला करती है…!

वाक़िफ़ कहाँ दुश्मन, अब हमारी उड़ान सेवाक़िफ़ कहाँ दुश्मन, अब हमारी उड़ान से,
वो कोई और थे, जो हार गए तूफान से…!




Categories