अंधकार को हटाकर,
प्रकाश की ओर ले जाने वाले गुरू,
जीवन की रहा दिखाने वाले गुरू,
इंसान को इंसान बनाता है गुरू।
शिक्षक न देखे जात-पात, शिक्षक न करता पक्षपात,
निर्धन हो या धनवान, शिक्षक के लिए सभी एक समान,
शिक्षक मांझी नाव किनारा, शिक्षक डूबते के लिए सहारा,
शिक्षक का सदा ही कहना, श्रम लगन है सच्चा गहना।
मुझे पढ़ना-लिखना सिखाने के लिए धन्यवाद,
मुझे सही-गलत की पहचान सिखाने के लिए धन्यवाद,
मुझे बड़े सपने देखने और आकाश को,
चूमने का साहस देने के लिए धन्यवाद।
आपने सिखाया पढ़ना आपने सिखाई लिखाई,
गणित भी जाना आपसे आपने ही भूगोल बतायी,
वारंवार नमन करता हूँ, स्वीकार करें बधाई।
अजीब सी साझेदारी थी गुरु जी के साथ,
जब मैं गिरता था, वो संभालते थे,
जब मैं निराश था, उनको मुझ पर विश्वास था,
आज हूं सफलता के शिखर पर क्योंकि सर पर उनका हाथ था।
गुमनामी के अँधेरे में था पहचान बना दिया,
दुनिया के गम से मुझे अनजान बना दिया,
उनकी ऐसी कृपा हुई,
गुरू ने मुझे एक अच्छा इंसान बना दिया।
आपने बनाया है मुझे इस योग्य,
की प्राप्त कर सकूँ मैं अपने लक्ष्य,
दिया है आपने मुझे हर समय इतना सहारा,
जब भी लगा मुझे की अब मैं हारू।
वो अध्यापक है जो बच्चे को सोने-सा तपाते,
उस पर पुरजोर मेहनत कर किसी काबिल बनाते,
उन्हें बेहद ख़ुशी का एहसास होता है तब,
जब बच्चे उनके उनसे आगे बढ़ जाते।
जीवन में जो सही राह दिखाए,
उस राह में जो चलना सिखाये,
माता-पिता से जो पहले आये,
वो मेरे शिक्षक कहलाये।
तुमने सिखाया ऊँगली पकड़ कर चलना,
तुमने सिखाया कैसे गिरने के बाद सम्भलना,
तुम्हारी वजह से आज हम पहुंचे है आज इस मुकाम पे,
Teachers Day के दिन करते है आभार सलाम से।
अज्ञानता को दूर करके ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरुवर के चरणों में रहकर हमने शिक्षा पाई है,
गलत राह पर भटके जब हम, तो गुरुवर ने राह दिखाई है।
धुल थे हम सभी आसमां बन गये,
चाँद का नूर ले कहकंशा बन गये,
ऐसे सर को भला कैसे कर दे विदा,
जिनकी शिक्षा से हम क्या से क्या बन गये।
गुरु जल की तरह है जो अविरल बहता रहता है,
अपने ज्ञान के प्रकाश से संसार को सीचता रहता है,
सबके जीवन में खुशियां बिखेरता रहता है।
गुरु से ही मिलता है ज्ञान,
गुरु से ही मिलती है आगे बढ़ने की प्रेरणा,
गुरु ही भरता है सपनों में उड़ान,
बस तू कर गुरु का ही ध्यान।
Discipline में रहना जिन्होंने सिखाया,
मेहनत-ईमानदारी का पाठ पढाया,
वो है हमारे सर्वश्रेष्ठ अध्यापक,
उन अध्यापकों का शुभदिन आज आया।
कल्पना और वास्तविकता में फर्क बताया,
मुश्किलों से लड़ना सिखाया,
सूझबूझ से जीवन जीना सिखाया,
अपार ज्ञान देकर हमको सफल बनाया।
हीरे को दे तराश तो कीमत बढ़ जाती है,
जो विद्या धन हो पास तो जिंदगी सवंर जाती है,
यदि फल फूल रखों प्रभु के आगे तो प्रसाद बन जाता है,
अगर शिष्य झुके गुरु के आगे तो इंसान बन जाता है।
गुरु का महत्व कभी न होगा कम,
भले कर ले कितनी भी उन्नति हम,
वैसे तो है इंटरनेट पे हर प्रकार का ज्ञान,
पर अच्छे बुरे की नहीं है उसे पहचान।
ज्ञान दीप कि ज्योति जलाकर, मन आलोकित कर दे,
विद्या का धन देकर शिक्षक, जीवन सुख से भर दे,
करो प्रणाम अपने गुरु को, जो सही दिशा दिखा दे,
यह जीवन उन्होंने संवारा, तो क्यों न उन्हें अर्पण दे।
जीवन का पथ जहाँ से शुरू होता है,
वो रहा दिखाने वाला गुरू ही होता है,
जिसके मन में गुरू के लिए सम्मान होता है,
उसके चरणों में एक दिन पूरा जहान होता है।