शिक्षक न देखे जात-पात, शिक्षक न करता पक्षपात,
निर्धन हो या धनवान, शिक्षक के लिए सभी एक समान,
शिक्षक मांझी नाव किनारा, शिक्षक डूबते के लिए सहारा,
शिक्षक का सदा ही कहना, श्रम लगन है सच्चा गहना।
हमेशा चिंता में आप हमारे रहते,
कुछ भी बोले आपसे, पर आप कुछ ना कहते,
देते है अपने Students को एकदम निखार,
उन अध्यापकों को हमारा शत-शत नमस्कार।
शिक्षक न देखे जात-पात, शिक्षक न करता पक्षपात,
निर्धन हो या धनवान, शिक्षक के लिए सभी एक समान,
शिक्षक मांझी नाव किनारा, शिक्षक डूबते के लिए सहारा,
शिक्षक का सदा ही कहना, श्रम लगन है सच्चा गहना।
तुमने सिखाया ऊँगली पकड़ कर चलना,
तुमने सिखाया कैसे गिरने के बाद सम्भलना,
तुम्हारी वजह से आज हम पहुंचे है आज इस मुकाम पे,
Teachers Day के दिन करते है आभार सलाम से।
मेहनत की राह पर चलना सिखाते है,
जुनून की आग में जलना सिखाते है,
जिनको कितना सताले कभी नहीं रुठते,
वो ही हम बच्चो में सफल इंसान ढूंढते।
मुझे पढ़ना-लिखना सिखाने के लिए धन्यवाद,
मुझे सही-गलत की पहचान सिखाने के लिए धन्यवाद,
मुझे बड़े सपने देखने और आकाश को,
चूमने का साहस देने के लिए धन्यवाद।
ले गए आप इस स्कूल को उस मुकाम पर,
गर्व से उठते है हमारे सर , हम रहे ना रहे कल,
याद आएंगे आपके साथ बिताये हुए पल,
हमे आपकी जरुरत रहेगी हर पल।
Parents के बाद जिनका है स्थान,
हाथों में जिनके Future की कमान,
जो जमाये Parents की तरह हक,
वो है हमारे Respected अध्यापक।
गणित को लगाना सिखाया आपने,
हमारे लिए इसको आसान बनाया आपने,
डांट-फटकार कर सब बच्चो को पढाया,
एग्जाम का नंबर देखकर हंसी चेहरे पर आया।
शिक्षा की कद्र करना सिखाते हो,
जीवन को कैसे जीना बताते हो,
अपने कर्तव्यों से कभी विमुख नहीं होते,
चाहे बच्चे आपको कितना ही सताते हो।
परोपकार, भाईचारा, मानवता हमको सिखलाई,
सच्चाई की है दी मिसाल, है सहानुभूति क्यों दिखलाई,
कान पकड़ उठक बैठक, हुई थी छड़ियों की बरसात,
उस क्षण मैं समझ न पाया कि अनुशासन की शुरुआत हुई।
गुमनामी के अँधेरे में था पहचान बना दिया,
दुनिया के गम से मुझे अनजान बना दिया,
उनकी ऐसी कृपा हुई,
गुरू ने मुझे एक अच्छा इंसान बना दिया।
जीवन में जो सही राह दिखाए,
उस राह में जो चलना सिखाये,
माता-पिता से जो पहले आये,
वो मेरे शिक्षक कहलाये।
Discipline में रहना जिन्होंने सिखाया,
मेहनत-ईमानदारी का पाठ पढाया,
वो है हमारे सर्वश्रेष्ठ अध्यापक,
उन अध्यापकों का शुभदिन आज आया।
आपने बनाया है मुझे इस योग्य,
की प्राप्त कर सकूँ मैं अपने लक्ष्य,
दिया है आपने मुझे हर समय इतना सहारा,
जब भी लगा मुझे की अब मैं हारू।
नासमझ को बुद्धिमान बनाते हो आप,
जो पीछे छूट जाता है उसे,
हाथ पकड़कर रास्ता दिखाते हो आप,
ज्ञान ही नहीं भविष्य भी बनाते हो आप।
देते है शिक्षा, शिक्षक हमारे
नमन चरणों में गुरू तुम्हारे,
बिना शिक्षा सूना जीवन है
शिक्षित जीवन सदा नवजीवन है।
गुरु से ही मिलता है ज्ञान,
गुरु से ही मिलती है आगे बढ़ने की प्रेरणा,
गुरु ही भरता है सपनों में उड़ान,
बस तू कर गुरु का ही ध्यान।
गुरु जल की तरह है जो अविरल बहता रहता है,
अपने ज्ञान के प्रकाश से संसार को सीचता रहता है,
सबके जीवन में खुशियां बिखेरता रहता है।
रोशनी बनकर आए जो हमारी जिंदगी में,
ऐसे गुरूओं को में प्रणाम करता हूँ,
जमीन से आसमान तक पहुँचाने का रखते है जो हुनर,
ऐसे गुरूओं को मैं दिल से सलाम करता हूँ।
जल जाता है वो दिए की तरह,
कई जीवन रोशन कर जाता है,
कुछ इस तरह गुरू अपना फर्ज निभाता है।