गुरु की उर्जा सूर्य-सी, अम्बर-सा विस्तार,
गुरु की गरिमा से बड़ा, नहीं कहीं आकार,
गुरु का सद्सान्निध्य ही,जग में है उपहार,
प्रस्तर को क्षण-क्षण गढ़े, मूरत हो तैयार।
जल जाता है वो दिए की तरह,
कई जीवन रोशन कर जाता है,
कुछ इस तरह गुरू अपना फर्ज निभाता है।
नासमझ को बुद्धिमान बनाते हो आप,
जो पीछे छूट जाता है उसे,
हाथ पकड़कर रास्ता दिखाते हो आप,
ज्ञान ही नहीं भविष्य भी बनाते हो आप।
गुरु से ही मिलता है ज्ञान,
गुरु से ही मिलती है आगे बढ़ने की प्रेरणा,
गुरु ही भरता है सपनों में उड़ान,
बस तू कर गुरु का ही ध्यान।
गुरूदेव के श्रीचरणों में श्रद्धा सुमन संग वंदन,
जिनके कृपा नीर से जीवन हुआ चंदन,
धरती कहती अंबर कहते कहती यही तराना
गुरू आप ही पावन नूर है जिनसे रौशन हुआ जमाना।
गुरु का महत्व कभी न होगा कम,
भले कर ले कितनी भी उन्नति हम,
वैसे तो है इंटरनेट पे हर प्रकार का ज्ञान,
पर अच्छे बुरे की नहीं है उसे पहचान।
ज्ञान दीप कि ज्योति जलाकर, मन आलोकित कर दे,
विद्या का धन देकर शिक्षक, जीवन सुख से भर दे,
करो प्रणाम अपने गुरु को, जो सही दिशा दिखा दे,
यह जीवन उन्होंने संवारा, तो क्यों न उन्हें अर्पण दे।
धूप हो या बारिश हो वो हमें पढ़ाते है,
अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते है,
वो पूरे देश को महान बनाते है।
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
शिक्षक न देखे जात-पात, शिक्षक न करता पक्षपात,
निर्धन हो या धनवान, शिक्षक के लिए सभी एक समान,
शिक्षक मांझी नाव किनारा, शिक्षक डूबते के लिए सहारा,
शिक्षक का सदा ही कहना, श्रम लगन है सच्चा गहना।
जीवन को चलते रहना है, लौ इसकी झिलमिल जलती है,
जीवन के हर चौराहे पर, बस कमी तुम्हारी खलती है,
जीवन की कठिन सी राहों पर, मैं तुम्हारा आशीष चाहूँगा,
जो राह तुमने है दिखाई, मैं औरों को दिखलाऊंगा।
जीवन के हर अँधेरे में रौशनी दिखाते है आप,
बंद हो जाते है जब सारे दरवाजे नया रास्ता दिखाते है आप,
सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं जीवन जीना भी सिखाते है आप।
अजीब सी साझेदारी थी गुरु जी के साथ,
जब मैं गिरता था, वो संभालते थे,
जब मैं निराश था, उनको मुझ पर विश्वास था,
आज हूं सफलता के शिखर पर क्योंकि सर पर उनका हाथ था।
तुमने सिखाया ऊँगली पकड़ कर चलना,
तुमने सिखाया कैसे गिरने के बाद सम्भलना,
तुम्हारी वजह से आज हम पहुंचे है आज इस मुकाम पे,
Teachers Day के दिन करते है आभार सलाम से।
आपने बनाया है मुझे इस योग्य,
की प्राप्त कर सकूँ मैं अपने लक्ष्य,
दिया है आपने मुझे हर समय इतना सहारा,
जब भी लगा मुझे की अब मैं हारू।
ले गए आप इस स्कूल को उस मुकाम पर,
गर्व से उठते है हमारे सर , हम रहे ना रहे कल,
याद आएंगे आपके साथ बिताये हुए पल,
हमे आपकी जरुरत रहेगी हर पल।
बिना गुरू नहीं होता जीवन साकार,
सर पर होता जब गुरू का हाथ,
तभी बनता जीवन का सही आकार,
गुरू ही है सफल जीवन का आधार।
अंधकार को हटाकर,
प्रकाश की ओर ले जाने वाले गुरू,
जीवन की रहा दिखाने वाले गुरू,
इंसान को इंसान बनाता है गुरू।
अज्ञानता को दूर करके ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरुवर के चरणों में रहकर हमने शिक्षा पाई है,
गलत राह पर भटके जब हम, तो गुरुवर ने राह दिखाई है।
कठिन राह को गुरु ने सरल बनाया,
मुझे जीवन का मोल समझाया,
सत्य-असत्य का बोध कराया,
मेरे अंधकार भरे जीवन में, गुरु ने ही प्रकाश फैलाया।
मेहनत की राह पर चलना सिखाते है,
जुनून की आग में जलना सिखाते है,
जिनको कितना सताले कभी नहीं रुठते,
वो ही हम बच्चो में सफल इंसान ढूंढते।
गुमनामी के अँधेरे में था पहचान बना दिया,
दुनिया के गम से मुझे अनजान बना दिया,
उनकी ऐसी कृपा हुई,
गुरू ने मुझे एक अच्छा इंसान बना दिया।