संगीत है श्रीकृष्ण, सुर है श्रीराधे,
शहद है श्रीकृष्ण, मिठास है श्रीराधे,
पूर्ण है श्रीकृष्ण, परिपूर्ण है श्रीराधे,
आदि है श्रीकृष्ण, अनंत है श्रीराधे।
हे कान्हा, तुम संग बीते वक्त का मैं कोई हिसाब नहीं रखती,
मैं बस लम्हे जीती हूँ, इसके आगे कोई ख़्वाब नहीं रखती।
मेरे दिल की दीवारों पर श्याम तुम्हारी छवि हो,
मेरे नैनो की पलकों में कान्हा तस्वीर तेरी हो,
बस और न मांगू तुझसे मेरे गिरधर,
तुझे हर पल देखू मेरे कन्हैया ऐसी तकदीर हो मेरी।
कृष्णा कन्हैया बंसी बजैया पार लगा दो हमारी नैया,
दुविधा में हैं हमारा जीवन कर दो निर्मल पावन ये मन,
तेरे ही चरणों में हमने किया है अब तो खुद का समर्पण,
तू ही तो है अब तो बस इस डूबती नैया का खेवैया।
गाय का माखन, यशोधा का दुलार,
ब्रह्माण्ड के सितारे कन्हैया का श्रृंगार,
सावन की बारिश और भादों की बहार,
नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार।
गोकुल मैं है जिनका वास, गोपियो संग करे निवास,
देवकी यशोदा है जिनकी मैया, ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया।
जब सुकून ना मिले दिखावे की बस्ती में,
तब खो जाना मेरे श्याम की मस्ती में।
जो है माखन चोर, जो है मुरली वाला,
वही है हम सबके दुःख दूर करने वाला।
मुझको मालूम नहीं अगला जन्म है की नहीं,
ये जन्म प्यार में गुजरेये दुआ मांगी है,
और कुछ मुझे जमानेसे मिले या ना मिले,
ए मेरे कान्हा तेरी मोहब्बत ही सदा मांगी है।
दिल तुमसे लगा बैठे है,
प्रेम की राह पर सपने सजाएं बैठे है,
हर किसी ने तोड़े है सपने हमारे,
एक तू ही है कन्हैया जिससे हर उम्मीद लगाए बैठे है।
दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं,
कैसे कहें कि तुमसे प्यार नहीं,
कुछ तो कसूर है आपकी आँखों का कन्हैया,
हम अकेले तो गुनाहगार नहीं।