Shri Krishna Shayari in Hindi - श्री कृष्ण शायरी इन हिंदी
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नन्दलाल की मोहनी सूरत दिल में बसा रखे है,
अपने जीवन को उन्ही की भक्ति लगा रखे है,
एक बार बाँसुरी की मधुर तान सुना दे कान्हा,
एक छोटी से आस लगा रखे है।
काश मैं कोई ऐसा जुर्म करू की सजा मिले हर्जाने में,
मेरा जीवन बीते वृंदावन में और मौत मिले बरसाने में।
कृष्णा कन्हैया बंसी बजैया पार लगा दो हमारी नैया,
दुविधा में हैं हमारा जीवन कर दो निर्मल पावन ये मन,
तेरे ही चरणों में हमने किया है अब तो खुद का समर्पण,
तू ही तो है अब तो बस इस डूबती नैया का खेवैया।
बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा,
ये जीवन न तुमको दुबारा मिलेगा,
डूब रही अगर कश्ती मझधार में,
कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा।
जब सुकून ना मिले दिखावे की बस्ती में,
तब खो जाना मेरे श्याम की मस्ती में।
नन्हा सा फूल हूँ मैं, चरणों की धुल हूँ मैं,
आया हूँ तेरे द्वार, कान्हा मेरी पूजा करो स्वीकार।
कन्हैया बस तेरी रहमत पर नाज करते है,
इन आंखो को जब तेरा दीदार हो जाता है,
मेरा तो हर दिन सांवरे त्योहार हो जाता है।
अजीब नशा है, अजीब खुमारी है,
हमे कोई रोग नहीं बस,
जय श्री राधे कृष्णा, राधे कृष्णा बोलने बीमारी है।
हे अर्जुन के सारथी मुझको भी ऐसा ज्ञान दो,
तेरे प्रेम की ज्योति को जलाये रखू, ऐसा वरदान दो।
पता नहीं कैसे परखता है,
मेरा कृष्ण मुझे,
इम्तेहान भी मुश्किल ही लेता है,
और फेल भी होने नहीं देता।
अभी तो बस इश्क़ हुआ है, कान्हा से,
मंजिल तो वृंदावन में ही मिलेगी।
बहुत खूबसूरत है मेरे ख्यालों की दुनिया,
बस कृष्ण से शुरू और कृष्ण पर ही खत्म।
तेरे सीने से लग कर तेरी धङकन बन जाऊँ,
तेरी साँसो मेँ घुल कर खुशबू बन जाऊँ,
हो ना फासला कोई हम दोनो के दर्मियां,
मैँ… मैँ ना रहुँ कान्हा.. बस तुँ ही तुँ बन जाऊँ।
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आएंगे,
एक बार आ गए तो कभी नहीं जायेंगे।
किसी भी शहर का वासी बनू,
हर जन्म में राधे कृष्ण का दास ही बनूं।
दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं,
कैसे कहें कि तुमसे प्यार नहीं,
कुछ तो कसूर है आपकी आँखों का कन्हैया,
हम अकेले तो गुनाहगार नहीं।
हे कान्हा, तुम संग बीते वक्त का मैं कोई हिसाब नहीं रखती,
मैं बस लम्हे जीती हूँ, इसके आगे कोई ख़्वाब नहीं रखती।
दिल तुमसे लगा बैठे है,
प्रेम की राह पर सपने सजाएं बैठे है,
हर किसी ने तोड़े है सपने हमारे,
एक तू ही है कन्हैया जिससे हर उम्मीद लगाए बैठे है।
मिलता है सच्चा सुख केवल हे कृष्ण तुम्हारे चरणो में,
यह विनती है पल पल रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में,
जिव्हा पर तेरा नाम रहेतेरी याद सुबह और शाम रहे,
और मन ना डगमग मेरा रहेबस ध्यान हो तुम्हारे चरणों में।
कृष्ण भक्ति की छाव में दुखो को भुलाओ,
सब प्रेम भक्ति से हरि गुण गाओ।
गाय का माखन, यशोधा का दुलार,
ब्रह्माण्ड के सितारे कन्हैया का श्रृंगार,
सावन की बारिश और भादों की बहार,
नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार।
जग में कलयुग का हाहाकार है,
बंसी बजैया तेरे आने का इंतजार है।
देखू मेरे माधव की आँखे, या करूँ आँखे चार,
दर पर उसके शीश नमाऊं या निहारु वारंवार।
मुझको मालूम नहीं अगला जन्म है की नहीं,
ये जन्म प्यार में गुजरेये दुआ मांगी है,
और कुछ मुझे जमानेसे मिले या ना मिले,
ए मेरे कान्हा तेरी मोहब्बत ही सदा मांगी है।
कर भरोसा राधे नाम का, धोखा कभी न खायेगा,
हर मौके पर कृष्ण, तेरे घर सबसे पहले आयेगा।
श्याम तेरे मिलने का सत्संग ही बहाना है,
दुनिया वाले क्या जाने ये रिश्ता पुराना है।
संगीत है श्रीकृष्ण, सुर है श्रीराधे,
शहद है श्रीकृष्ण, मिठास है श्रीराधे,
पूर्ण है श्रीकृष्ण, परिपूर्ण है श्रीराधे,
आदि है श्रीकृष्ण, अनंत है श्रीराधे।
जो है माखन चोर, जो है मुरली वाला,
वही है हम सबके दुःख दूर करने वाला।
उन्होंने नस देखि हमारी और बीमार लिख दिया,
रोग हमने पूछा तो वृंदावन से प्यार लिख दिया,
कर्जदार रहेगे उम्र भर हम उस वैद के जिसने दवा में,
श्री राधे कृष्ण नाम लिख दिया।
अब तो आँखों से भी जलन होती है मुझे ए कान्हा,
खुली हो तो तलाश तेरी और बंद हो तो ख्वाब तेरे।
मेरे दिल की दीवारों पर श्याम तुम्हारी छवि हो,
मेरे नैनो की पलकों में कान्हा तस्वीर तेरी हो,
बस और न मांगू तुझसे मेरे गिरधर,
तुझे हर पल देखू मेरे कन्हैया ऐसी तकदीर हो मेरी।
गोकुल मैं है जिनका वास, गोपियो संग करे निवास,
देवकी यशोदा है जिनकी मैया, ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया।
ए जन्नत अपनी औकात में रहना,
हम तेरी जन्नत के मोहताज नही,
हम श्री बांकेबिहारी के चरणों में रहते है,
वहां तेरी भी कोई औकात नही।
कन्हैया दिल में है याद तेरी, होठों पे नाम तेरा,
मेरे दिल में बसने वाले, तेरे चरणों में प्रणाम मेरा।
दे के दर्शन कर दो पूरी प्रभु मेरे मन की तृष्णा,
कब तक तेरी राह निहारूं, अब तो आओ कृष्णा।
वैकुंठ में भी ना मिले जो वो सुख,
कान्हा तेरे वृंदावन धाम में है,
कितनी भी बड़ी विपदा हो चाहे,
समाधान तो बस श्री राधे तेरे नाम में है।
तू समझ ये बंदे, प्रभु तुझसे दूर नहीं,
भक्तों को कष्ट मिले, ये हमारे कान्हा को मंजूर नहीं।
पलकें झुकें और नमन हो जाए,
मस्तक झुके और बंदन हो जाए,
ऐसी नजर कहाँ से लाऊँ मेरे कान्हा,
कि आपको याद करूँ और दर्शन हो जाए।
दौलत छोड़ी शोहरत छोड़ी सारा खजाना छोड़ दिया,
कृष्णा के प्रेम दीवानों ने सारा जमाना छोड़ दिया।
साँवरे को दिल में बसा कर तो देखो,
दुनिया से मन को हटा के देखो,
बड़े ही दयालु हैं बाँके बिहारी,
एक बार चौखट पे दामन फैला कर तो देखो।