चंदन की खुशबू, रेशम का हार,
फाल्गुन की फुहार, रंगों की बहार,
दिल की उम्मीदें अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको होली का त्यौहार।
इस होली तुम अंग से अंग लगाना,
छूटे ना जो जिंदगी भर,
पिया जो मोहे ऐसे रंग लगाना।
राधा का रंग और कान्हा की पिचकारी,
प्यार के रंग से रंग दो दुनिया सारी,
ये रंग न जाने कोई जात न कोई बोली,
मुबारक हो आपको रंगों भरी होली।
ओ खुदा आज तो कुछ रहम कर दे,
मेरे दोस्त आज नहीं रह पाएंगें,
लगवा दो किसी लड़की के हाथों रंग इन्हें,
ये कमीने पूरे साल नहीं नहाएंगे।
न जीत का न हार का,
होली का त्यौहार तो बस है प्यार का।
कोई रंग ना बिखेरा ना ही गुलाल उड़ाया,
सुंदर ये रूप तेरा बस प्रेम से सजाया,
मेरी कल्पना से निकली आजाओ खेलो होली,
यही बात अब तक मैंने तुमसे नहीं है बोली।
जो नफरत का कर दे उपचार वही होली है,
जो माँ करें दुलार वही होली है,
जिस के रंगों में रंग जाए संसार वही होली है,
जो आपसे मिलवाये बार-बार वही होली है।
इन रंगों से भी सुन्दर हो जिंदगी आपकी,
हमेशा महकती रहे यही दुआ है हमारी,
कभी न बिगड़ पाए ये रिश्तों के प्यार की होली,
ऐ मेरे यार आप सबको मुबारक हो ये होली।
रंगों का त्यौहार है होली,
थोड़ी ख़ुशी मना लेना,
हम थोड़ा दूर है आपसे,
जरा गुलाल हमारी तरफ से भी लगा लेना।
मोहब्बत के रंग तुम पर बरसा देंगे आज,
अपने प्यार की बौछार से तुम्हें भीगा देंगे आज,
तुम पे निशान बस हमारे ही दिखेंगे,
कुछ इस तरह रंग तुम्हें लगा देंगे आज।