उसके पैर की एक पायल ने ही
सबको पागल बना रखा है,
खुदा का शुक्र है कि उसने
दोनों पैरों में पायल नही पहनी।
उसके पैरों में पायल डाल कर,
उसके कदमों में दिल बिछा दिया,
कुछ इस तरह से हमने उसको,
अपने दिल का हाल बता दिया।
ना पुकारूंगी तूझे पायल की छम छम से,
ना पुकारूंगी तुझे कंगन की खन खन से,
अगर सुन सकते हो तो आ जाओ,
आज पुकारती हूं तुझे दिल की धड़कन से।
बहुत कमाल की पायल हैं उसकी,
पैरों में वो पहनती हैं,
झुनझुनाहट मेरे दिल में होती हैं।
पैरों में जब पायल सजाई मैंने,
उस पायल ने नाम तुम्हारा लिया,
हाथों में मेहँदी लगायी मैंने,
मेहँदी में रंग तुम्हारे नाम से निखरा।
पायल तेरी, झुमकी तेरी,
और ये जो नथनी नाक की,
हुस्न तो, जो है सो है,
ख़लिश हैं लोगों की आंख की।
चूड़ी भी जिद्द पे आई है,
पायल ने शौर मचाया है,
अब तो आजा परदेशी,
सावन का महिना आया है।
इस बार मिलने आऊंगा,
तोहफे में तुम्हारे लिए पायल लेकर आऊंगा,
जब चलोगी पहन कर,
तो मेरा इश्क़ छम छम गुंजेगा।
मोहब्बत है रंगो का बादल,
मोहब्बत है आंखो का काजल,
मोहब्बत है माथे का कुमकुम,
मोहब्बत है पायल की छुमछुम,
और सुनो तो सनम मोहब्बत है, हम और तुम।