सुन तुम मेरे ख्वाबों में अपनी
पायल उतार कर आया करो,
तुम्हे पता नही, तेरी पायल की झंकार से
मेरा पूरा मोहल्ला, रात भर जगा रहता है।
उनके सिंदूर से तबस्सुम सी छा गयी,
उनकी पायल की झंकार दीवाना बना गयी,
थी मेहंदी सुर्ख लाल हाथों में उनके,
चूड़ियों की आवाज मस्ताना बना गयी।
इस बार मिलने आऊंगा,
तोहफे में तुम्हारे लिए पायल लेकर आऊंगा,
जब चलोगी पहन कर,
तो मेरा इश्क़ छम छम गुंजेगा।
हमारे दिल की वीरान गलियों में,
वो आवाज़ शोर मचा गयी थी,
एक पायल की छमक गूंजी तो,
पता चला कि वो लौट कर आ गयी थी।
उसके पैरों में पायल डाल कर,
उसके कदमों में दिल बिछा दिया,
कुछ इस तरह से हमने उसको,
अपने दिल का हाल बता दिया।
मेरे दिए हुए पायल को पहन कर,
तुम जब जब चलती हो ना,
तब तब मेरी दिल की धड़कने,
तेज से धड़क उठती है।
दिल धड़कने लगता है बड़ी जोर से,
सुनके तेरी पायल की झंकार,
ज़रा आहिस्ता आहिस्ता चला करो,
कुछ वक़्त तो मिले बेकरार दिल को संभालने का।
ये तेरी पायल भी ना
बड़ा अजब सा सितम करती है,
पैरों में तेरे रहती हैं
पर आवाज मुझे लगाती रहती है।
छम-छम करती पायल तेरी,
कानों में रस घोल गई,
तू तो राधे कुछ ना बोली,
तेरी झाँझर कान्हा-कान्हा बोल गई।
मेरे आँगन के सन्नाटे को,
तेरी पायल की झंकार चाहिए,
झम झम बरसते एहसास ए सावन में ,
बस तुम्हारा प्यार चाहिए।
पगली मै तुम्हारी पायल की झंकार
सुनने के लिए बेताब हूँ,
और तुम्हे आदत है धीरे चल कर आने की।
पैरों में जब पायल सजाई मैंने,
उस पायल ने नाम तुम्हारा लिया,
हाथों में मेहँदी लगायी मैंने,
मेहँदी में रंग तुम्हारे नाम से निखरा।