मोहब्बत है रंगो का बादल,
मोहब्बत है आंखो का काजल,
मोहब्बत है माथे का कुमकुम,
मोहब्बत है पायल की छुमछुम,
और सुनो तो सनम मोहब्बत है, हम और तुम।
ये तेरी पायल भी ना
बड़ा अजब सा सितम करती है,
पैरों में तेरे रहती हैं
पर आवाज मुझे लगाती रहती है।
उनकी चाल ही काफी थी,
इस दिल के होश उड़ाने के लिए,
अब तो हद हो गई,
जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे।
हमारे दिल की वीरान गलियों में,
वो आवाज़ शोर मचा गयी थी,
एक पायल की छमक गूंजी तो,
पता चला कि वो लौट कर आ गयी थी।
मेरे आँगन के सन्नाटे को,
तेरी पायल की झंकार चाहिए,
झम झम बरसते एहसास ए सावन में ,
बस तुम्हारा प्यार चाहिए।
पगली मै तुम्हारी पायल की झंकार
सुनने के लिए बेताब हूँ,
और तुम्हे आदत है धीरे चल कर आने की।
खूबसूरत है उसकी अदा,
क्यों न हो उसपे कोई फ़िदा,
उसके पैरों की सादगी मत पूछों यारों,
बस एक पायल से ही कहर बरसा।
इस बार मिलने आऊंगा,
तोहफे में तुम्हारे लिए पायल लेकर आऊंगा,
जब चलोगी पहन कर,
तो मेरा इश्क़ छम छम गुंजेगा।
पगली दिल धड़कने लगता है बड़ी जोर से,
सुनके तेरी पायल की झंकार,
ज़रा आहिस्ता आहिस्ता चला करो,
कुछ वक़्त तो मिले बेकरार दिल को संभालने का।