दिल धड़कने लगता है बड़ी जोर से,
सुनके तेरी पायल की झंकार,
ज़रा आहिस्ता आहिस्ता चला करो,
कुछ वक़्त तो मिले बेकरार दिल को संभालने का।
पगली दिल धड़कने लगता है बड़ी जोर से,
सुनके तेरी पायल की झंकार,
ज़रा आहिस्ता आहिस्ता चला करो,
कुछ वक़्त तो मिले बेकरार दिल को संभालने का।
पगली मै तुम्हारी पायल की झंकार
सुनने के लिए बेताब हूँ,
और तुम्हे आदत है धीरे चल कर आने की।
उनके सिंदूर से तबस्सुम सी छा गयी,
उनकी पायल की झंकार दीवाना बना गयी,
थी मेहंदी सुर्ख लाल हाथों में उनके,
चूड़ियों की आवाज मस्ताना बना गयी।
चूम कर तेरे पैरो को होंठों से अपने,
यह पायल आज उतार मैं ले जाऊँगा,
पहन जोड़ी, अपने पैरो में तेरे नाम की,
आज मैं, इश्क़ का वह गीत बनाऊंगा।
मेरी हैसियत इतनी नहीं के हर चीज दिला सकुं,
हा अगर बात तेरे मखमली पांव के पायल की है,
तो हर रोज नई लाकर पहना सकता हुँ।
चूड़ी भी जिद्द पे आई है,
पायल ने शौर मचाया है,
अब तो आजा परदेशी,
सावन का महिना आया है।
हमारे दिल की वीरान गलियों में,
वो आवाज़ शोर मचा गयी थी,
एक पायल की छमक गूंजी तो,
पता चला कि वो लौट कर आ गयी थी।
बहुत कमाल की पायल हैं उसकी,
पैरों में वो पहनती हैं,
झुनझुनाहट मेरे दिल में होती हैं।
इस बार मिलने आऊंगा,
तोहफे में तुम्हारे लिए पायल लेकर आऊंगा,
जब चलोगी पहन कर,
तो मेरा इश्क़ छम छम गुंजेगा।
मेरे आँगन के सन्नाटे को,
तेरी पायल की झंकार चाहिए,
झम झम बरसते एहसास ए सावन में ,
बस तुम्हारा प्यार चाहिए।