मेरी हैसियत इतनी नहीं के हर चीज दिला सकुं,
हा अगर बात तेरे मखमली पांव के पायल की है,
तो हर रोज नई लाकर पहना सकता हुँ।
मेरे दिए हुए पायल को पहन कर,
तुम जब जब चलती हो ना,
तब तब मेरी दिल की धड़कने,
तेज से धड़क उठती है।
पायल तेरी, झुमकी तेरी,
और ये जो नथनी नाक की,
हुस्न तो, जो है सो है,
ख़लिश हैं लोगों की आंख की।
उसके पैरों में पायल डाल कर,
उसके कदमों में दिल बिछा दिया,
कुछ इस तरह से हमने उसको,
अपने दिल का हाल बता दिया।
इस बार मिलने आऊंगा,
तोहफे में तुम्हारे लिए पायल लेकर आऊंगा,
जब चलोगी पहन कर,
तो मेरा इश्क़ छम छम गुंजेगा।
चूड़ी भी जिद्द पे आई है,
पायल ने शौर मचाया है,
अब तो आजा परदेशी,
सावन का महिना आया है।
उनकी चाल ही काफी थी,
इस दिल के होश उड़ाने के लिए,
अब तो हद हो गई,
जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे।
दिल धड़कने लगता है बड़ी जोर से,
सुनके तेरी पायल की झंकार,
ज़रा आहिस्ता आहिस्ता चला करो,
कुछ वक़्त तो मिले बेकरार दिल को संभालने का।
छम-छम करती पायल तेरी,
कानों में रस घोल गई,
तू तो राधे कुछ ना बोली,
तेरी झाँझर कान्हा-कान्हा बोल गई।
हमारे दिल की वीरान गलियों में,
वो आवाज़ शोर मचा गयी थी,
एक पायल की छमक गूंजी तो,
पता चला कि वो लौट कर आ गयी थी।
पगली मै तुम्हारी पायल की झंकार
सुनने के लिए बेताब हूँ,
और तुम्हे आदत है धीरे चल कर आने की।
ये तेरी पायल भी ना
बड़ा अजब सा सितम करती है,
पैरों में तेरे रहती हैं
पर आवाज मुझे लगाती रहती है।