उनके सिंदूर से तबस्सुम सी छा गयी,
उनकी पायल की झंकार दीवाना बना गयी,
थी मेहंदी सुर्ख लाल हाथों में उनके,
चूड़ियों की आवाज मस्ताना बना गयी।
छम-छम करती पायल तेरी,
कानों में रस घोल गई,
तू तो राधे कुछ ना बोली,
तेरी झाँझर कान्हा-कान्हा बोल गई।
उसकी पायल में छिपी है सावन की घटा,
वो हर शाख में बहार भर देती है,
रूकती है जहाँ खिलते है गुलाब,
गुज़रती जहाँ से आँख भर देती है।
ठहरे हुऐ पानी मे जब वो अपने पाँव पटकती है,
उसकी पायल की खनक दिल मे हलचल मचाती है,
करती है शरारत जब वो अपने आँखो से,
बा खुदा वो पानी मे आग लगती है।
खूबसूरत है उसकी अदा,
क्यों न हो उसपे कोई फ़िदा,
उसके पैरों की सादगी मत पूछों यारों,
बस एक पायल से ही कहर बरसा।
इस बार मिलने आऊंगा,
तोहफे में तुम्हारे लिए पायल लेकर आऊंगा,
जब चलोगी पहन कर,
तो मेरा इश्क़ छम छम गुंजेगा।
पगली दिल धड़कने लगता है बड़ी जोर से,
सुनके तेरी पायल की झंकार,
ज़रा आहिस्ता आहिस्ता चला करो,
कुछ वक़्त तो मिले बेकरार दिल को संभालने का।
ना पुकारूंगी तूझे पायल की छम छम से,
ना पुकारूंगी तुझे कंगन की खन खन से,
अगर सुन सकते हो तो आ जाओ,
आज पुकारती हूं तुझे दिल की धड़कन से।
चूड़ी भी जिद्द पे आई है,
पायल ने शौर मचाया है,
अब तो आजा परदेशी,
सावन का महिना आया है।
उसके पैरों में पायल डाल कर,
उसके कदमों में दिल बिछा दिया,
कुछ इस तरह से हमने उसको,
अपने दिल का हाल बता दिया।
मेरी हैसियत इतनी नहीं के हर चीज दिला सकुं,
हा अगर बात तेरे मखमली पांव के पायल की है,
तो हर रोज नई लाकर पहना सकता हुँ।
मोहब्बत है रंगो का बादल,
मोहब्बत है आंखो का काजल,
मोहब्बत है माथे का कुमकुम,
मोहब्बत है पायल की छुमछुम,
और सुनो तो सनम मोहब्बत है, हम और तुम।