पलकें भी भिगेंगी नयन भी भीग जाएंगे,
तन जो भिगेगे तो मन भी भिग जाएगा,
मिलन बरसों का है जी हर के रो लेने दो,
सनम भी भीगेंगे सजन भी भीग जाएंगे।
दिल ने एक बार और कहना माना है,
इस होली पर फिर हमें उन्हें रंगने जाना है।
शेर कभी छिपकर शिकार नहीं करते,
बुजदिल कभी खुलकर वार नहीं करते,
और हम वो है जो हैप्पी होली कहने के लिए,
त्यौहार आने का भी इंतजार नहीं करते।
रंगों से भर देंगे खुशियाँ,
होली में खाएंगे गुजिया,
खूब लगाएंगे अबीर गुलाल,
जिंदगी हो जाएगी सबकी गुलजार।
आज रंगीन यह त्यौहार आया है,
साथ यह अपने ढ़ेरों खुशियाँ लाया है,
मुझसे पहले न रंग दे कोई तुम्हें,
इसलिए बधाइयों का रंग सबसे पहले पहुंचवाया है।
होली का त्यौहार हर किसी को लुभाता,
रंगों की खुशबू से वातावरण महकाता,
कही हरा तो कही लाल रंग दिखाई देता,
चारों तरफ हैप्पी होली का शोर सुनाई देता।
फाल्गुन का महिना वो मस्ती के गीत,
रंगों का मेल वो नटखट का खेल,
दिल से निकलती है ये प्यारी सी बोली,
मुबारक हो आपको ये रंग भरी होली।
दिल सपनो से houseful है,
पूरे होंगे वो doubtful है,
इस दुनिया में हर चीज़ wonderful है,
पर ज़िन्दगी आप जैसे लोगों से ही colorful है।
रंगों का त्यौहार है होली,
थोड़ी ख़ुशी मना लेना,
हम थोड़ा दूर है आपसे,
जरा गुलाल हमारी तरफ से भी लगा लेना।
इन रंगों से भी सुन्दर हो जिंदगी आपकी,
हमेशा महकती रहे यही दुआ है हमारी,
कभी न बिगड़ पाए ये रिश्तों के प्यार की होली,
ऐ मेरे यार आप सबको मुबारक हो ये होली।