फाल्गुन का महिना वो मस्ती के गीत,
रंगों का मेल वो नटखट का खेल,
दिल से निकलती है ये प्यारी सी बोली,
मुबारक हो आपको ये रंग भरी होली।
खा के गुजिया पी के भांग,
लगा के थोडा थोडा सा रंग,
बजा के ढोलक और मृदंग,
खेंले होली हम तेरे संग।
मछली को इंग्लिश में कहते है फिश,
हम आपको बहुत करते है मिस,
हमसे पहले कोई न कर दे आपको विश,
इसलिए एक दिन पहले ही कर रहे है विश।
इन रंगों से भी सुन्दर हो जिंदगी आपकी,
हमेशा महकती रहे यही दुआ है हमारी,
कभी न बिगड़ पाए ये रिश्तों के प्यार की होली,
ऐ मेरे यार आप सबको मुबारक हो ये होली।
राधा का रंग और कान्हा की पिचकारी,
प्यार के रंग से रंग दो दुनिया सारी,
ये रंग न जाने कोई जात न कोई बोली,
मुबारक हो आपको रंगों भरी होली।
रंगों की बौछार नहीं नजरों की इनायत ही काफी है,
तुम सामने होते तो चेहरा यूँ ही गुलाल हो जाता।
रंगों से भर देंगे खुशियाँ,
होली में खाएंगे गुजिया,
खूब लगाएंगे अबीर गुलाल,
जिंदगी हो जाएगी सबकी गुलजार।
देते है आपको हम दिल से ये दुआएं,
होली के रंग आपके जीवन में भर जाएं,
आपके सभी सपने चुटकी में पूरे हो,
आपके जीवन में दुःख कभी न आए।
दिल सपनो से houseful है,
पूरे होंगे वो doubtful है,
इस दुनिया में हर चीज़ wonderful है,
पर ज़िन्दगी आप जैसे लोगों से ही colorful है।
न जीत का न हार का,
होली का त्यौहार तो बस है प्यार का।