रिश्ता कोई भी हो बेकार है,
जब तक इज्जत और यकीन ना हो।
उस घर के किसी काम में कभी बरकत नहीं होती,
जिस घर में माँ बाप की इज्जत नहीं होती।
इज्जत देखि तो सिर्फ खुदा के घर देखी,
जहां रो भी लो तो जमाना तमाशा नही बनाता।
वक्त, ऐतबार और इज्जत ये ऐसे परिंदे हैं,
जो एक बार उड़ जाए तो वापस नहीं आते।
न छेड़ा करो बात बात पे एडमिन को यारो,
पूरे ग्रुप में उसकी बेइज्जती खराब होती है।
उम्र भर की इज्जत आशिकी के नीलाम हुई,
मोहब्बत के नाम पर हादसों से मुलाकात हुई।
मेहनत करे तो धन बने, सब्र करे तो काम,
मीठा बोले तो पहचान बने, और इज्जत करे तो नाम।
इज्जत इतनी महंगी चीज है साहब,
इसकी उम्मीद घटिया लोगों से बिल्कुल भी ना करें।
लड़ सको दुनिया से जज्बों में वो शिद्दत चाहिये,
इश्क करने के लिये इतनी तो हिम्मत चाहिये,
कम से कम मैंने छुपा ली देखकर सिगरेट तुम्हें,
और इस लड़के से तुमको कितनी इज्जत चाहिये।
इज़्ज़त हमेशा इज़्ज़तदार लोग ही करते है,
जिनके पास खुद इज़्ज़त नहीं,
वो किसी दूसरे को क्या इज़्ज़त देगे।