खुशनसीब हैं वो जो वतन पे मिट जाते हैं,
मर कर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ तुम्हे सलाम ऐ वतन पर मिटने वालो,
तुम्हारी हर सांस में बसना तिरंगे का नसीब है।
फहराए तिरंगा अंबर में, मां का धानी परिधान रहे,
जब तक चमके सूरज चंदा, ये मेरा प्यारा हिन्दुस्तान रहे।
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान हैं,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान हैं,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान हैं,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं।
कौम को कबीलों में मत बाटिए,
लम्बे सफर को मीलो में मत बाटिए,
ये बहता दरिया है मेरा भारत देश,
इससे नदियों और झीलों में मत बाटिए।
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर,
भारत का ही नाम होगा सबके जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर,
कोई तो उठाएगा आँख हिन्दुस्तान पर।
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
करता हूँ भारत माता से गुजारिश,
कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले,
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर
या फिर कभी जिंदगी न मिले।
जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है।
आरजू बस यही है
मेरी हर सांस देश के नाम हो,
जो सिर उठे तो मेरे सामने तिरंगा हो,
जो सिर झुके तो वतन को प्रणाम हो।
चाहता हूँ कोई नेक काम हो जाए,
मेरी हर साँस देश के नाम हो जाए।
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है
मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है।
कहते हैं अलविदा हम अब इस जहान को,
जाकर खुदा के घर से आया न जाएगा,
हमने लगाई आग है जो इन्कलाब की,
इस आग को किसी से बुझाया न जाएगा।
खूबसूरत है दुनिया में सबसे, नाम बहुत न्यारा है,
इस देश की मिटटी पे अभिमान हमारा है,
विभिन्नताओं में बसता है यह देश,
यही हिन्दुस्तान दुनिया में सबसे प्यारा है।
गूंजे कहीं पर शंख, कहीं पे अजान है,
बाइबिल है, ग्रन्थ सहाब है, गीता का ज्ञान है,
दुनिया में कहीं और ये मंजर नसीब नहीं,
दिखा दो दुनिया को के ये हिन्दुस्तान है।
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी ये पहचान हैं।
सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ,
दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ।
इश्क तो करता है हर कोई,
महबूब पर मरता है हर कोई,
कभी वतन को महबूब बना कर देखो,
फिर तुझ पर मरेगा हर कोई।
गूँजे कहीं पर शंख, कही पे अजाँ हैं,
बाइबिल है, ग्रन्थ साहब है, गीता का ज्ञान हैं,
दुनिया में कही और यह मंजर नसीब नही,
दिखाओ जमाने को यह हिन्दुस्तान हैं।
अपनी आजादी को कभी खोने नहीं देंगे,
जगाई थी जो आग वीरों ने अब सोने नहीं देंगे,
खून का एक कतरा है जब तक,
इस भारत माँ को अब ना रोने देंगे।
जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है,
ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है।