फहराए तिरंगा अंबर में, मां का धानी परिधान रहे,
जब तक चमके सूरज चंदा, ये मेरा प्यारा हिन्दुस्तान रहे।
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है
मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है।
गूंजे कहीं पर शंख, कहीं पे अजान है,
बाइबिल है, ग्रन्थ सहाब है, गीता का ज्ञान है,
दुनिया में कहीं और ये मंजर नसीब नहीं,
दिखा दो दुनिया को के ये हिन्दुस्तान है।
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान हैं,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान हैं,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान हैं,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं।
कतरा – कतरा भी दिया वतन के वास्ते,
एक बूँद तक ना बचाई इस तन के वास्ते ,
यूं तो मरते है लाखो लोग हर रोज़,
पर मरना तो वो है, जो जान जाये वतन के वास्ते।
देशभक्तों से ही देश की शान है,
देशभक्तों से ही देश का मान है,
हम उस देश के फूल है यारो,
जिस देश का नाम हिन्दुस्तान है।
अपनी आजादी को कभी खोने नहीं देंगे,
जगाई थी जो आग वीरों ने अब सोने नहीं देंगे,
खून का एक कतरा है जब तक,
इस भारत माँ को अब ना रोने देंगे।
दिल से मर कर भी ना निकलेगी वतन की उल्फ़त,
मेरे मिट्टी से भी खुशबू-ए-वतन आएगी।
जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है,
ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है।
करता हूँ भारत माता से गुजारिश,
कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले,
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर
या फिर कभी जिंदगी न मिले।
लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाएगा,
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा।
इस तिरंगे को कभी मत तुम झुकने देना,
देश की बढ़ती शान को तुम कभी न रुकने देना,
यही अरमान है बस अब इस दिल में,
कि ऐसे ही आगे तुम बढ़ते रहना।
कौम को कबीलों में मत बाटिए,
लम्बे सफर को मीलो में मत बाटिए,
ये बहता दरिया है मेरा भारत देश,
इससे नदियों और झीलों में मत बाटिए।
सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ,
दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ।
तिरंगा है आन मेरी,
तिरंगा ही है शान मेरी,
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा,
तिरंगे से है धरती महान मेरी।
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,
दिल एक है जान एक है हमारी,
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी।
खूबसूरत है दुनिया में सबसे, नाम बहुत न्यारा है,
इस देश की मिटटी पे अभिमान हमारा है,
विभिन्नताओं में बसता है यह देश,
यही हिन्दुस्तान दुनिया में सबसे प्यारा है।
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी ये पहचान हैं।
आरजू बस यही है
मेरी हर सांस देश के नाम हो,
जो सिर उठे तो मेरे सामने तिरंगा हो,
जो सिर झुके तो वतन को प्रणाम हो।
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।