उम्र भर की इज्जत आशिकी के नीलाम हुई,
मोहब्बत के नाम पर हादसों से मुलाकात हुई।
वक्त, ऐतबार और इज्जत ये ऐसे परिंदे हैं,
जो एक बार उड़ जाए तो वापस नहीं आते।
रिश्ता कोई भी हो बेकार है,
जब तक इज्जत और यकीन ना हो।
उस घर के किसी काम में कभी बरकत नहीं होती,
जिस घर में माँ बाप की इज्जत नहीं होती।
मोहबत इज्जत से शुरू होती है,
मोहब्बत इज्जत पर ही खत्म होती है।
लड़ सको दुनिया से जज्बों में वो शिद्दत चाहिये,
इश्क करने के लिये इतनी तो हिम्मत चाहिये,
कम से कम मैंने छुपा ली देखकर सिगरेट तुम्हें,
और इस लड़के से तुमको कितनी इज्जत चाहिये।
सच बोलकर मैने इज्जत गंवाई है,
तो झूठ बोलने में क्या बुराई है।
मेहनत करे तो धन बने, सब्र करे तो काम,
मीठा बोले तो पहचान बने, और इज्जत करे तो नाम।
छोड़ दिया मैने लोगों के पीछे चलना,
क्योंकि मैंने जिसको जितनी ज्यादा इज्जत दी,
उसने मुझे उतना ही गिरा हुआ समझा।
जो दूसरों को इज्जत देता है,
असल में वह खुद इज्जतदार होता है,
क्योंकि इंसान दूसरों को वही दे पाता है,
जो उसके पास होता है।