खूब बहती हैं अमन की गंगा बहने दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको,
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो।
बहुत पढ़ा है इतिहास, बहुत जाना हैं इतिहास,
अगर मौका मिला तो एक दिन लिख दूंगा इतिहास।
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।
वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवार नफरत की,
मेरी खुशनसीबी है मिली जिन्दगी इस चमन में,
भुला न सके कोई खुशबू इस की सातों जनम में।
जिंदगी है कल्पनाओं की जंग,
कुछ तो करो इसके लिए दबंग,
जियो शान से भरो उमंग,
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंग।
जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है।
हम अपने खून से लिखेंगे कहानी ऐ वतन मेरे,
करे कुर्बान हंस कर ये जवानी ऐ वतन मेरे,
दिली ख्वाइश नहीं कोई मगर ये इल्तजा बस है,
हमारे हौसले पा जाये मानी ऐ वतन मेरे।
फहराए तिरंगा अंबर में, मां का धानी परिधान रहे,
जब तक चमके सूरज चंदा, ये मेरा प्यारा हिन्दुस्तान रहे।
आज मुझे फिर इस बात का गुमान हो,
मस्जिद में भजन मंदिरों में अज़ान हो,
खून का रंग फिर एक जैसा हो,
तुम मनाओ दिवाली, मेरे घर रमजान हो।
लुटेरा है अगर आजाद, तो अपमान सबका है,
लुटी है एक बेटी, तो लुटा सम्मान सबका है,
बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की,
लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है।
जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है,
ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है।
और भी खूबसूरत और भी ऊंचा,
मेरे देश का नाम हो जाये,
काश कि हर हिंदू विवेकानंद,
और हर मुस्लिम कलाम हो जाये।
अपनी आजादी को कभी खोने नहीं देंगे,
जगाई थी जो आग वीरों ने अब सोने नहीं देंगे,
खून का एक कतरा है जब तक,
इस भारत माँ को अब ना रोने देंगे।
दे सलामी इस तिरंगे को,
जिस से तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका,
जब तक तुझ में जान है।
दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए-मेरे-हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो,
दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान,
हिन्दुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान,
जान लुटा देंगे वतन पे हो जाएंगे कुर्बान,
इसीलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान।
इश्क तो करता है हर कोई,
महबूब पर मरता है हर कोई,
कभी वतन को महबूब बना कर देखो,
फिर तुझ पर मरेगा हर कोई।
कौम को कबीलों में मत बाटिए,
लम्बे सफर को मीलो में मत बाटिए,
ये बहता दरिया है मेरा भारत देश,
इससे नदियों और झीलों में मत बाटिए।
लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाएगा,
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा।
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,
दिल एक है जान एक है हमारी,
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी।