लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर,
भारत का ही नाम होगा सबके जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर,
कोई तो उठाएगा आँख हिन्दुस्तान पर।
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा,
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना,
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा।
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है
मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है।
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी ये पहचान हैं।
लुटेरा है अगर आजाद, तो अपमान सबका है,
लुटी है एक बेटी, तो लुटा सम्मान सबका है,
बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की,
लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है।
गूंजे कहीं पर शंख, कहीं पे अजान है,
बाइबिल है, ग्रन्थ सहाब है, गीता का ज्ञान है,
दुनिया में कहीं और ये मंजर नसीब नहीं,
दिखा दो दुनिया को के ये हिन्दुस्तान है।
तिरंगा है आन मेरी,
तिरंगा ही है शान मेरी,
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा,
तिरंगे से है धरती महान मेरी।
हम अपने खून से लिखेंगे कहानी ऐ वतन मेरे,
करे कुर्बान हंस कर ये जवानी ऐ वतन मेरे,
दिली ख्वाइश नहीं कोई मगर ये इल्तजा बस है,
हमारे हौसले पा जाये मानी ऐ वतन मेरे।
कौम को कबीलों में मत बाटिए,
लम्बे सफर को मीलो में मत बाटिए,
ये बहता दरिया है मेरा भारत देश,
इससे नदियों और झीलों में मत बाटिए।
करता हूँ भारत माता से गुजारिश,
कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले,
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर
या फिर कभी जिंदगी न मिले।
कहते हैं अलविदा हम अब इस जहान को,
जाकर खुदा के घर से आया न जाएगा,
हमने लगाई आग है जो इन्कलाब की,
इस आग को किसी से बुझाया न जाएगा।
देशभक्तों से ही देश की शान है,
देशभक्तों से ही देश का मान है,
हम उस देश के फूल है यारो,
जिस देश का नाम हिन्दुस्तान है।
दिल से मर कर भी ना निकलेगी वतन की उल्फ़त,
मेरे मिट्टी से भी खुशबू-ए-वतन आएगी।
खूबसूरत है दुनिया में सबसे, नाम बहुत न्यारा है,
इस देश की मिटटी पे अभिमान हमारा है,
विभिन्नताओं में बसता है यह देश,
यही हिन्दुस्तान दुनिया में सबसे प्यारा है।
सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ,
दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं।
फहराए तिरंगा अंबर में, मां का धानी परिधान रहे,
जब तक चमके सूरज चंदा, ये मेरा प्यारा हिन्दुस्तान रहे।
जिंदगी है कल्पनाओं की जंग,
कुछ तो करो इसके लिए दबंग,
जियो शान से भरो उमंग,
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंग।
लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाएगा,
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा।
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।