Desh Bhakti Shayari in Hindi - देश भक्ति शायरी इन हिंदी
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खूबसूरत है दुनिया में सबसे, नाम बहुत न्यारा है,
इस देश की मिटटी पे अभिमान हमारा है,
विभिन्नताओं में बसता है यह देश,
यही हिन्दुस्तान दुनिया में सबसे प्यारा है।
अपनी आजादी को कभी खोने नहीं देंगे,
जगाई थी जो आग वीरों ने अब सोने नहीं देंगे,
खून का एक कतरा है जब तक,
इस भारत माँ को अब ना रोने देंगे।
कौम को कबीलों में मत बाटिए,
लम्बे सफर को मीलो में मत बाटिए,
ये बहता दरिया है मेरा भारत देश,
इससे नदियों और झीलों में मत बाटिए।
फहराए तिरंगा अंबर में, मां का धानी परिधान रहे,
जब तक चमके सूरज चंदा, ये मेरा प्यारा हिन्दुस्तान रहे।
हम अपने खून से लिखेंगे कहानी ऐ वतन मेरे,
करे कुर्बान हंस कर ये जवानी ऐ वतन मेरे,
दिली ख्वाइश नहीं कोई मगर ये इल्तजा बस है,
हमारे हौसले पा जाये मानी ऐ वतन मेरे।
गूंजे कहीं पर शंख, कहीं पे अजान है,
बाइबिल है, ग्रन्थ सहाब है, गीता का ज्ञान है,
दुनिया में कहीं और ये मंजर नसीब नहीं,
दिखा दो दुनिया को के ये हिन्दुस्तान है।
मेरे मुल्क की हिफाज़त ही मेरा फ़र्ज है,
और मेरा मुल्क ही मेरी जान है,
इस पर कुर्बान है मेरा सब कुछ,
नही इससे बढ़कर मुझको अपनी जान है।
और भी खूबसूरत और भी ऊंचा,
मेरे देश का नाम हो जाये,
काश कि हर हिंदू विवेकानंद,
और हर मुस्लिम कलाम हो जाये।
आज मुझे फिर इस बात का गुमान हो,
मस्जिद में भजन मंदिरों में अज़ान हो,
खून का रंग फिर एक जैसा हो,
तुम मनाओ दिवाली, मेरे घर रमजान हो।
खुशनसीब हैं वो जो वतन पे मिट जाते हैं,
मर कर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ तुम्हे सलाम ऐ वतन पर मिटने वालो,
तुम्हारी हर सांस में बसना तिरंगे का नसीब है।
आरजू बस यही है
मेरी हर सांस देश के नाम हो,
जो सिर उठे तो मेरे सामने तिरंगा हो,
जो सिर झुके तो वतन को प्रणाम हो।
इश्क तो करता है हर कोई,
महबूब पर मरता है हर कोई,
कभी वतन को महबूब बना कर देखो,
फिर तुझ पर मरेगा हर कोई।
इस तिरंगे को कभी मत तुम झुकने देना,
देश की बढ़ती शान को तुम कभी न रुकने देना,
यही अरमान है बस अब इस दिल में,
कि ऐसे ही आगे तुम बढ़ते रहना।
मैं भारत बरस का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हुँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
जिंदगी है कल्पनाओं की जंग,
कुछ तो करो इसके लिए दबंग,
जियो शान से भरो उमंग,
लहराओ सबसे दिलों में देश के लिए तिरंग।
जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है,
ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है।
कतरा – कतरा भी दिया वतन के वास्ते,
एक बूँद तक ना बचाई इस तन के वास्ते ,
यूं तो मरते है लाखो लोग हर रोज़,
पर मरना तो वो है, जो जान जाये वतन के वास्ते।
बच्चे-बचे के दिल में कोई अरमान निकलेगा,
किसी के रहीम तो किसी के राम निकलेगा,
मगर उनके दिल को झाँक के देखा जाए,
तो उसमें हमारा प्यारा हिंदुस्तान निकलेगा।
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है
मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है।
मैं भारत बरस का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।
करता हूँ भारत माता से गुजारिश,
कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले,
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर
या फिर कभी जिंदगी न मिले।
दिल से मर कर भी ना निकलेगी वतन की उल्फ़त,
मेरे मिट्टी से भी खुशबू-ए-वतन आएगी।
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,
दिल एक है जान एक है हमारी,
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी।
कर सलाम तिरंगे को, जिससे हमारी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखेंगे हम जब तक हम में जान है।
वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है दीवार नफरत की,
मेरी खुशनसीबी है मिली जिन्दगी इस चमन में,
भुला न सके कोई खुशबू इस की सातों जनम में।
खूब बहती है अमन की गंगा बहने दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे रंग में न बांटो हमको,
मेरे छत एक तिरंगा रहने दो।
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर,
भारत का ही नाम होगा सबके जुबान पर,
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर,
कोई तो उठाएगा आँख हिन्दुस्तान पर।
देशभक्तों से ही देश की शान है,
देशभक्तों से ही देश का मान है,
हम उस देश के फूल है यारो,
जिस देश का नाम हिन्दुस्तान है।
दे सलामी इस तिरंगे को,
जिस से तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका,
जब तक तुझ में जान है।
लुटेरा है अगर आजाद, तो अपमान सबका है,
लुटी है एक बेटी, तो लुटा सम्मान सबका है,
बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की,
लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है।
गूँजे कहीं पर शंख, कही पे अजाँ हैं,
बाइबिल है, ग्रन्थ साहब है, गीता का ज्ञान हैं,
दुनिया में कही और यह मंजर नसीब नही,
दिखाओ जमाने को यह हिन्दुस्तान हैं।
चाहता हूँ कोई नेक काम हो जाए,
मेरी हर साँस देश के नाम हो जाए।
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी ये पहचान हैं।
दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगें,
आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें।
तिरंगा है आन मेरी,
तिरंगा ही है शान मेरी,
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा,
तिरंगे से है धरती महान मेरी।
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा,
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना,
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा।
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।
दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए-मेरे-हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो,
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान हैं,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान हैं,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान हैं,
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं।
खूब बहती हैं अमन की गंगा बहने दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको,
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो।
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं।
सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ,
दुश्मन की सांसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ।
लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाएगा,
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आएगा।
जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है।
बहुत पढ़ा है इतिहास, बहुत जाना हैं इतिहास,
अगर मौका मिला तो एक दिन लिख दूंगा इतिहास।
कहते हैं अलविदा हम अब इस जहान को,
जाकर खुदा के घर से आया न जाएगा,
हमने लगाई आग है जो इन्कलाब की,
इस आग को किसी से बुझाया न जाएगा।
दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान,
हिन्दुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान,
जान लुटा देंगे वतन पे हो जाएंगे कुर्बान,
इसीलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान।
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो,
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो,
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त जमीं हिन्दुस्तान की हो।
भारत की फ़जाओं को सदा याद रहूँगा,
आज़ाद था, आज़ाद हूँ, आज़ाद रहूँगा।
कुछ नशा झंडे की आन का है,
कुछ नशा भारत माँ की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह,
ये झंडा नशा ये पुरे हिंदुस्तान की शान का है।