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Home Best Sawan Ki Barsat Shayari, Status, Quotes in Hindi Sawan Ki Barsat Shayari in Hindi - सावन की बरसात शायरी इन हिंदी

लाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँ

लाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँलाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँ,
जो ठंडक पङती है दिल में तेरे मुस्कुराने से।

अब के सावन में ये शरारत मेरे साथ हुईअब के सावन में ये शरारत मेरे साथ हुई,
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई।

आपको दिल में रखा ही इसलिए है ताकीआपको दिल में रखा ही इसलिए है ताकी,
सावन में आप पर मोहब्बत की बरिश कर सके।

जब चले जाएँगे हम लौट के सावन की तरहजब चले जाएँगे हम लौट के सावन की तरह,
याद आयेंगे प्रथम प्यार के चुम्बन की तरह।

रुकी रुकी सी है बरसात ख़ुश्क है सावनरुकी रुकी सी है बरसात ख़ुश्क है सावन,
ये और बात कि मौसम यही नुमू का है।

पतझड़ दिया था वक़्त ने सौगात में मुझेपतझड़ दिया था वक़्त ने सौगात में मुझे,
मैने वक़्त की जेब से सावन चुरा लिया।

अब कौन से मौसम से कोई आस लगायेंअब कौन से मौसम से कोई आस लगायें,
जब सावन के महीने में भी याद ना उन को हम आयें।

मुझे मालूम है तूमनें बहुत बरसातें देखी हैमुझे मालूम है तूमनें बहुत बरसातें देखी है,
मगर मेरी इन्हीं आँखों से सावन हार जाता है।

अब कौन घटाओं को रोक पाएगाअब कौन घटाओं को रोक पाएगा,
जुल्फे जो बिखरी तेरी लगता है सावन आएगा।

रोक कर बैठे हैं कई समंदर आंखें मेंरोक कर बैठे हैं कई समंदर आंखें में,
दगाबाज़ निकला सावन तो हम खुद ही बरस लेंगे।

तुम रूठ जाती हो तो सावन बड़ा सताता हैतुम रूठ जाती हो तो सावन बड़ा सताता है,
यह बारिश में बहाने मुझे भी बड़ा रूलाता है।

सावन की बरसात की तरह झरने दो इसे झरने दोसावन की बरसात की तरह झरने दो, इसे झरने दो,
ये तुम्हारा नाम मेरे सीने में, मेरी साँसों में रहने दो।

भले ही हम सावन में भीगे ना होभले ही हम सावन में भीगे ना हो,
मगर दिल को मैंने आंसुओ में डुबोया है।

ये इकतरफा इश्क़ भी क्या गज़ब ढाता हैये इकतरफा इश्क़ भी क्या गज़ब ढाता है,
दिल में आग सावन के महीने में लगाता है।

सावन के बरसात में अजीब कशिश हैसावन के बरसात में अजीब कशिश है,
ना चाहते हुए भी कोई शिद्दत से याद आता है।

बनके सावन कहीं वो बरसते रहेबनके सावन कहीं वो बरसते रहे,
इक घटा के लिए हम तरसते रहे,
आस्तीनों के साये में पाला जिन्हें,
साँप बनकर वही रोज डसते रहे।

भुलना तो चाहते हैं तुम्हें मगर क्या करेभुलना तो चाहते हैं तुम्हें मगर क्या करे,
सावन आते ही तुम फिरसे याद आने लगती हो।

आसमान भी बरसा नहीं अबकी सावन मेंआसमान भी बरसा नहीं अबकी सावन में,
मेरी आँखें बरसती रही दिल के आँगन में।

सावन की मीठी-सी बरसात हैसावन की मीठी-सी बरसात है,
सावन से त्योहारों की शुरुआत है।
नज़ारा बेहद कमाल लगता है ,
खुदा की ये कैसी करामात है।

सावन ने आज मुझे बहुत तरसाया हैसावन ने आज मुझे बहुत तरसाया है,
मेरा घर छोड़कर सारे शहर को भिगाया है।

सावन की बरसात में एक बार फिर भीगे हैंसावन की बरसात में,
एक बार फिर भीगे हैं, उनको पाने की चाहत में।


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