तेरी खुशी से नहीं गम से भी रिश्ता है मेरा,
तू जिंदगी का एक अनमोल हिस्सा है मेरा,
मेरी मोहब्बत सिर्फ लफ्जों की मोहताज नहीं,
तेरी रूह से रूह का रिश्ता है मेरा।
हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की,
बताओ कभी कुछ मिला है इसमें प्यार के सिवा
दो कदम चलने के लिए साथ माँगा है,
बस पल दो पल के लिए प्यार माँगा है,
हम समझते हैं उसकी मजबूरियो को,
इसलिए उसे उसकी मजबूरियो के साथ माँगा है।
राज़ खोल देते हैं नाजुक से इशारे अक्सर,
कितनी खामोश मोहब्बत की जुबान होती है।
दिल अपने आप धड़कता है, धड़काया नहीं जाता,
यह राज-ए-मोहब्बत हर किसी को बताया नहीं जाता,
अगर एहसास हो, तो मोहब्बत को कर लो महसूस,
यह वो जज्बा है, जो लफ्जों में समझाया नहीं जाता।
तेरे सिवा किसी और की चाहत नहीं,
तेरे सिवा किसी और से मोहब्बत नहीं।
चलो अपनी चाहते नीलाम करते हैं,
मोहब्बत का सौदा सरे आम करते हैं,
तुम केवल अपना साथ हमारे नाम कर दो,
हम अपनी जिंदगी तुम्हारे नाम करते हैं।
तुम मुझे कभी दिल से कभी आँखों से पुकारो,
ये होंठों के तकल्लुफ तो ज़माने के लिए हैं।
दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींदों में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जायेंगे तुन्हारे बिना ये जबाब उनका था।
भोली सी अदा कोई फिर इश्क की जिद पर है,
फिर आग का दरिया है और डूब के जाना है।
वो नकाब लगा कर खुद को,
इश्क से महफूज समझते रहे।
नादां इतना भी नहीं समझते कि इश्क
चेहरे से नहीं आँखों से शुरू होता है।
अगर मैं जानता हूँ कि प्यार क्या है,
तो इसकी वज़ह सिर्फ तुम हो।
रोज साहिल से समंदर का नजारा न करो,
अपनी सूरत को शबो-रोज निहारा न करो,
आओ देखो मेरी नजरों में उतर कर खुद को,
आइना हूँ मैं तेरा मुझसे किनारा न करो।
ऐसा क्या लिखूं के तेरे दिल को तसल्ली हो जाये,
क्या ये बताना काफी नहीं कि मेरी जिंदगी हो तुम।
अपनी हर सांस में आबाद किया है तुमको,
ऐ मेरी जाना बहुत याद किया है तुमको,
मेरी जिंदगी में तुम नहीं तो कुछ भी नहीं,
अपनी जिंदगी से बढ़कर प्यार किया है तुमको।
लबो पर लफ्ज़ भी अब तेरी तलब लेकर आते हैं,
तेरे जिक्र से महकते हैं तेरे सजदे में बिखर जाते हैं।
दिल का हाल बताना नही आता,
हमे ऐसे किसी को तड़पाना नही आता,
सुनना तो चाहतें हैं हम उनकी आवाज़ को,
पर हमे कोई बात करने का बहाना नही आता।
समझता ही नहीं वो मेरे अलफ़ाज़ की गहराई,
मैंने हर लफ्ज़ कह दिया जिसे मोहब्बत कहते है।
आता नही था हमें इकरार करना,
ना जाने कैसे सीख गये प्यार करना,
रुकते ना थे दो पल कभी किसी के लिए,
ना जाने कैसे सीख गये इंतेज़ार करना।
उनसे कह दो किसी और से मोहब्बत की न सोचे,
एक हम ही काफी हैं उम्र भर चाहने के लिए।
अंदाज़ बदलने लगते हैं,
आँखों में शरारत रहती है,
चहरे से पता चल जाता है,
जब दिल में मोहब्बत होती है।
लफ्ज-ए-शायरी तो शायर ही जानें,
मुझें रूहानी इश्क़ है तुमसे मैं तो बस इतना जानू।
नाम तेरा ऐसे लिख चुके हैं,
अपने वजूद पर कि,
तेरे नाम का भी कोई मिल जाए,
तो भी दिल धड़क जाता है।
दिल के बाज़ार में दौलत नही देखी जाती।
प्यार अगर हो जाये तो सूरत नही देखी जाती।
तुझे क्या पता कि मेरे दिल में,
कितना प्यार है तेरे लिए,
जो कर दूँ बयान तो,
तुझे नींद से नफरत हो जाए।
मत पूछ वजह की क्यू चाहती हूँ तुझे,
क्योंकि साचा इश्क वजह से नहीं बेवजह होता है।
उन हसीं पालो को याद कर रहे थे,
आसमान से आपकी बात कर रहे थे,
सुकून मिला जब हमे हवाओ ने बताया,
आप भी हमें याद कर रहे थे।
आप और आपकी हर बात मेरे लिए ख़ास है,
यही शायद प्यार का पहला एहसास है।
ज़िन्दगी बन गए हो तुम मेरी,
आरज़ू बन गए हो तुम मेरी,
मेरा खुदा मुझे माफ़ करे,
बंदगी बन गए हो तुम मेरी।
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते हैं,
बस एक जान है जब दिल चाहे मांग लो।
मैं दीवाना हूँ तेरा मुझे इनकार नहीं,
कैसे कह दूँ कि मुझे तुमसे प्यार नहीं,
कुछ शरारत तो तेरी नजरों में भी थी,
मैं अकेला ही तो इसका गुनहगार नहीं।
तुझे ख्वाबो में पाकर दिल का करार खो जाता है,
जितना रोकूँ खुद को तुझ से प्यार हो ही जाता है।
तुम्हारे प्यार की दास्तान हमने अपने दिल में लिखी है,
न थोड़ी न बहुत बे-हिसाब लिखी है,
किया करो कभी हमे भी अपनी दुआओं में शामिल,
हमने अपनी हर एक सांस तुम्हारे नाम लिखी है।
उसकी मोहब्बत लाख छुपाई ज़माने से मैंने,
मगर आँखों में उसके अक्स को छुपा न सका।
हमे फिर सुहाना नज़ारा मिला है,
क्योंकि जिंदगी में साथ तुम्हारा मिला है,
अब जिंदगी में कोई ख्वाइश नही रही,
क्योंकि हमे अब तुम्हारी बाहों का सहारा मिला है।
अपनी मोहब्बत पे इतना भरोसा तो है मुझे,
मेरी वफायें तुझे किसी और का होने न देंगी।
हर पल हर लम्हा हम होते बेक़रार है,
तुझसे दूर होते है तो लगता है लाचार है,
बस एक बार देखो आँखों में मेरी,
मेरे इस दिल में तेरे लिए कितना प्यार है।
बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह,
हर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करते है,
ना तुम समझ सको कयामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते है।
आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते,
होंठों से हम कुछ कह नहीं सकते,
कैसे बयाँ करें हम यह हाल-ए-दिल आपको,
कि तुम्हीं हो जिसके बगैर हम रह नहीं सकते।
मेरा हर लम्हा चुराया आपने,
आँखों को एक ख्वाब देखाया आपने,
हमें ज़िंदगी दी किसी और ने,
पर प्यार में जीना सिखाया आपने।