Trending - Holi

Sunday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Sukoon Shayari Sukoon Shayari in Hindi - सुकून शायरी इन हिंदी

सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे

सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थेसुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे,
खरीदार दर्द दे गया और दिल भी दे गया।

See More From: Sukoon Shayari
जलजला सा जो था कल वो आज सुकून सा हैजलजला-सा जो था कल,
वो आज सुकून-सा है,
मोहोब्बत ना छोड़ी जायेगी अब हमसे,
उसका तो अब जूनून-सा है।

साहिल के सुकून से किसे इन्कार है लेकिनसाहिल के सुकून से किसे इन्कार है लेकिन,
तूफान से लड़ने में मज़ा ही कुछ और है।

यूँ बेवफाई कर तुम भी सुकून से ना रहे पाओगेयूँ बेवफाई कर तुम भी सुकून से ना रहे पाओगे,
इस जालिम दुनिया में देखना,
तुम भी किसी और की बेवफाई का शिकार हो जाओगे।

सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलतासालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता,
जितना सिर्फ एक बार गले लग कर मिलता है।

काश एक सिरहाना ऐसा भी होकाश एक सिरहाना ऐसा भी हो,
जहाँ मेरे गम सर रख कर सुकून से सो सके,
काश एक कमरा ऐसा भी हो,
जहाँ मेरी आँखे चीख-चीख कर रो सके।

जहां न दिल को सुकून है न है क़रार मुझेजहां न दिल को सुकून है न है क़रार मुझे,
ये किस मक़ाम पे ले आई याद-ए-यार मुझे।

सुकून दिल को सदा जिस के नाम से आयासुकून दिल को सदा जिस के नाम से आया,
वो आया भी तो किसी और काम से आया।

सुकून की बात मत कर ऐ दोस्तसुकून की बात मत कर ऐ दोस्त,
बचपन वाला इतवार जाने क्यूँ अब नहीं आता।

जिन अँधेरी रातों में चीज़ें तक नहीं मिलतीजिन अँधेरी रातों में चीज़ें तक नहीं मिलती,
आज वही मुझे सुकून मिल रहा है।

आयोडेक्स सा है प्यार तेराआयोडेक्स सा है, प्यार तेरा,
कभी जलन देता है, तो कभी सुकून देता है।

सपनों के चक्कर में नींद बेच दीसपनों के चक्कर में नींद बेच दी,
ऐशो-आराम खरीदने के लिए सुकून बेच दिया।

बेचैनी भी जहाँ सुकून देने लगती हैबेचैनी भी जहाँ सुकून देने लगती है,
आ देख, उस दौर से गुजर रहा हूँ मैं।

अब बड़े हो गए तो ये जान चुके है कीअब बड़े हो गए तो ये जान चुके है की,
इंसान या तो सुकून में रह सकता है या बड़े घर में।

चलो थोड़ा सुकून की और चला जाएचलो थोड़ा सुकून की और चला जाए,
जो दिल दुखाते हैं उनसे दूर ही रहा जाए।

मोहब्बत कभी खत्म नहीं होती सिर्फ बढ़ती हैमोहब्बत कभी खत्म नहीं होती, सिर्फ बढ़ती है,
या तो सुकून बनकर या दर्द बनकर।

कभी ऐसा भी होता है कि सुकून के लिएकभी ऐसा भी होता है कि सुकून के लिए,
किसी दवा कि नहीं किसी के लफ्जों की जरूरत होती है।

ज़रा सुकून भी सहरा के प्यार ने न दियाज़रा सुकून भी सहरा के प्यार ने न दिया,
मुसाफ़िरों को हवा ने पुकारने न दिया।

इश्क़ भी हो सुकून भी मिलेइश्क़ भी हो सुकून भी मिले,
खुदा ने ये सहूलियत बनायी ही नहीं।

किसी और से दिल लगाते तो हम भी सुकून पातेकिसी और से दिल लगाते तो हम भी सुकून पाते,
उसकी चाहत में यूँ सरेआम जलालत ना उठाते।

थोड़ा सुकून भी ढुँढिए जनाबथोड़ा सुकून भी ढुँढिए जनाब,
ये जरूरते तो कभी खत्म न होगी।


Categories