तू मुझसे दूर है और पास भी,
तू लबों की हंसी है और आंसू भी,
तू दिल का सुकून है और बेचैनी भी,
तु मेरी अमानत है और एक सपना भी।
मेरी हर खता पर नाराज़ न होना,
अपनी प्यारी सी मुस्कान कभी न खोना,
सुकून मिलता है देखकर आपकी मुस्कराहट को,
मुझे मौत भी आये तो भी मत रोना।
खुशबू बनकर तेरी साँसों में समा जायेंगे,
सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जायेंगे,
महसूस करने की कोशिश तो कीजिये,
दूर रहते हुए भी पास नज़र आएँगे.
काश एक सिरहाना ऐसा भी हो,
जहाँ मेरे गम सर रख कर सुकून से सो सके,
काश एक कमरा ऐसा भी हो,
जहाँ मेरी आँखे चीख-चीख कर रो सके।
मेरे हर एक नज़्म पर हमेशा,
तेरा ही सुरुर छाया होता है,
कैसे बात ना करू तुझ से,
आखिर ये सुकून का नशा है।
तेरी चाहतों को देख जुनून आता है,
तेरे चेहरे को देख सुकून आता है,
जी चाहता है तुझे यूँही उम्र भर ताड़ता रहूं,
मगर तेरे भाई इन नज़रों के बीच क्यूँ आता है।