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Gussa Shayari in Hindi - गुस्सा शायरी इन हिंदी

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तुम जब गुस्सा हो जाते हो तो ऐसा लगता है,
मनाते मनाते ज़िन्दगी गुजार दूँ।

गुस्सा इतना है कि तुमसे कभी बात भी न करू,
फिर भी दिल में तेरी फ़िक्र खुद से ज्यादा है।

मेरा गुस्सा वहां पर ख़त्म हो जाता है,
जहां प्यार से वो पगली बोलती है “अच्छा बाबा सॉरी”।

तुम्हारा गुस्सा भी इतना प्यारा है की,
दिल करता है तुम्हे दिन भर तंग करते रहे।

मुझे तेरे गुस्से से डर नहीं लगता,
तेरा गुस्सा में झेल लेती हूँ,
हाँ, दिल तो दुखता है तेरे गुस्से से,
लेकिन तुझे खोने के डर से चुप रहती हूँ।

प्यार लफ़्ज़ों में नहीं होता दिल में होता है,
और गुस्सा लफ़्ज़ों में होता है दिल मे नहीं।

मुझे गुस्सा उन पर नहीं खुद पर आता है,
के मैंने इतनी ज्यादा उन्हें मोहब्बत क्यों दी थी।

गुस्सा बहुत चतुर होता है,
अक्सर कमजोर पर भी निकलता है।

बहुत परेशान मेरा दिल आज है,
बता मेरे गुस्से का क्या इलाज है।

ना जाने क्यूँ नजर लगी जमाने की,
अब वजह मिलती नहीं मुस्कुराने की,
तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज था,
हमारी आदत छूट गई मनाने की।

कोई बतायेगा, लोग इतना गुस्सा कहाँ से लाते है,
हम भी दो किलो गुस्सा वहाँ से मंगवाते है।

मैंने उसे एक नहीं दो ताजमहल दिए,
और उसने गुस्से में दोनों तोड़ दिए।

तुम्हे गुस्सा करने का हक़ है मुझ पर नाराजगी में,
ये मत भूल जाना कि हम बहुत प्यार करते है तुमसे।

तुम को आता है प्यार पर ग़ुस्सा,
मुझ को ग़ुस्से पे तो प्यार आता है।

उसकी ये मासूम अदा मुझको बेहद भाती है,
वो मुझसे नाराज़ हो तो गुस्सा सबको दिखाती है

जब कोई गुस्से में आपके सामने बात करे,
तो उसे खामोशी के साथ गौर से सुने,
क्योकि इंसान अक्सर गुस्से में,
बहुत कड़वा बोल देता है।

गुस्सा आने पर चिल्लाने के लिए ताकत नही चाहिए,
परन्तु गुस्से में शांत रहने के लिए बहुत ताकत चाहिए।

गुस्से में जो छोड़ जाये वो वापस आ सकता है,
मुस्कुराकर छोड़कर जाने वाला कभी वापस नही आता।

मोहब्बत में गुस्सा वही करता है,
जिसमें मोहब्बत कूट-कूट के भरी होती है।

किस बात पर गुस्सा है ये पूछने वाला हो तो,
मुस्कान कभी नही जाती।

दूसरो पर गुस्सा करना चोट के समान है,
खुद पर गुस्सा करना खुद को तराशने के समान है।

कौन कहता है कलम में आग नही होती,
जरा गुस्से को कलम से उतार के तो देखो,
आग लगा देगी।

यदि गुस्से के समय आप धैर्य रखते है,
तो आप वीरो जितना शौर्य रखते है।

जो समस्या का हल ढूंढते है,
वो गुस्सा नही करते,
और जो गुस्सा करते है,
वो समस्या का हल नही ढूंढते।

थोड़े गुस्से वाली थोड़ी नादान हो तुम,
पर जैसी भी हो मेरी जान हो तुम।

आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा,
लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे।

मेरे गुस्से का तेवर झेल नही पाओगे,
प्यार का खेल, तुम खेल नही पाओगे।

कभी-कभी खुद पर ही गुस्सा आ जाता है,
कि मुझे इतना गुस्सा क्यो आता है।

ना जाने क्यूं नजर लगी जमाने की,
अब वजह मिलती नही मुस्कुराने की,
तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज था,
हमारी आदत छूट गई मनाने की।

जब-जब इंसान को गुस्सा आता है,
तब-तब आपकी कमजोरी का एहसास दिलाता है।

ना तो तेरी शान कम होती ना रूतबा ही घटा होता,
जो गुस्से में कहा तुमने वही हंस के कहा होता।

गुस्से और आंधी से होने का नुकसान,
इनके थम जाने के बाद नजर आता है।

वैसे तो बहुत अच्छा हूं मै,
सिर्फ गुस्सा ना आने तक।

गुस्सा कर लो चाहे जितना,
पर नफरत मुझसे मत करना,
क्योंकि गुस्सा करोगे तो मनाऊंगा,
नफरत किया तो बिगड़ जाऊंगा।

दिमाग से पैदल है वो, मगर दिल की साफ,
प्यार से तू बोलती है, और गुस्से में आप।

अक्सर कामयाबी की बात वही करता है,
जो इंसान क्रोध का लगाम अपने हाथ में रखता है।

गुस्से में कभी इतना रायता ना फैलाओ,
की चाहकर भी उसे सिमेट ना पाओगे।

इतना गुस्सा करोगे जो हमसे,
तो और दिल में बस जाऊंगा,
तुम्हारा ही हूँ मै जब चाहोगे,
तुम्हारे पास आ जाऊंगा।

दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है,
होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है।

ऐसा नही की मुझे गुस्सा नही आता,
बल्कि उस गुस्से से भी कही ज्यादा,
प्यार करते है तुमसे।

कोरे कागज पर तेरी, इक तस्वीर बनाई है,
मैने गुस्से में आकर उसमें, आग लगाई है।

मुझमे यही खराबी है,
मेरे गुस्से की लत नवाबी है।

खुद की कमियों पर गुस्सा करना सिखिए,
आपका व्यक्तित्व निखरता चला जायेगा।

जो हमेशा गुस्से में रहे उसे छोड़ना जरूरी है,
ऐसे मूर्ख इंसान का घमंड तोड़ना जरूरी है।

उनका गुस्सा और मेरा प्यार एक जैसा है,
क्यूंकि ना ही उनका गुस्सा कम होता है,
ना ही मेरा प्यार।

गुस्सा ज्यादा आता है तो कोई बात नही,
बस उस गुस्से को सही दिशा दो।

हंसी के पीछे का दर्द और गुस्से के पीछे का प्यार,
हर किसी को नजर नही आता है।

कुछ लोग इतने कमाल होते है,
कि बिन वजह गुस्से से लाल होते है।

मै बदला नही, आजकल बस अंदाज सही है,
खामोश रहता हूँ पर गुस्से का मिजाज वही है।

ऊपर से गुस्सा दिल से प्यार करते हो,
नजरे चुराते हो दिल बेकरार करते हो,
लाख छुपाओ दुनिया से मुझे खबर है,
तुम मुझे खुद से भी ज्यादा प्यार करते हो।




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