Trending - Holi

Saturday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Kismat Shayari Kismat Shayari in Hindi - किस्मत शायरी इन हिंदी

प्यार हो तो किस्मत में हो वरना दिलों में तो सबके होता हैं

प्यार हो तो किस्मत में हो वरना दिलों में तो सबके होता हैंप्यार हो तो किस्मत में हो,
वरना दिलों में तो सबके होता हैं।

See More From: Kismat Shayari
तुम मिले तो यूँ लगा हर दुआ कबूल हो गयीतुम मिले तो यूँ लगा,
हर दुआ कबूल हो गयी,
कांच सी टूटी क़िस्मत मेरी 
हीरों का नूर हो गयी।

बिकने वाले और भी है जाओ जाकर खरीद लोबिकने वाले और भी है जाओ जाकर खरीद लो,
हम कीमत से नहीं किस्मत से मिला करते है।

जिनका मिलना किस्मत में नही होता उनसे मोहब्बतजिनका मिलना किस्मत में नही होता,
उनसे मोहब्बत कसम से कमाल की होती है।

हाथों की लकीर किस्मत और नसीबहाथों की लकीर, किस्मत और नसीब,
जवानी में ऐसी बातें लगती है अजीब,
कर्म करके तू लिख दे अपना नसीब,
दुनिया भी कहे इंसान था वो अजीब।

किस्मत की कश्ती का माँझी क्यों सो जाता हैकिस्मत की कश्ती का माँझी क्यों सो जाता है,
चाँद ढूँढते ढूँढते तारों में खो जाता है।

मुक़द्दर की लिखावट का एक ऐसा भी कायदा होमुक़द्दर की लिखावट का एक ऐसा भी कायदा हो,
देर से किस्मत खुलने वालो का दुगुना फायदा हो।

यूँ ही नहीं होती हाथ की लकीरों के आगे उंगलियाँयूँ ही नहीं होती हाथ की,
लकीरों के आगे उंगलियाँ,
खुदा ने भी किस्मत से,
पहले मेहनत लिखी है।

साथ चलता है दुवाओं का काफिलासाथ चलता है, दुवाओं का काफिला,
किस्मत से जरा कह दो, अभी तन्हा नही हूँ मैं।

बदलता नहीं ये किस्मत कैसी है इसकी फितरतबदलता नहीं ये किस्मत, कैसी है इसकी फितरत,
सोचता हूँ खरीद लू, पर लेता नहीं ये रिश्वत।

मुझ में और किस्मत में हर बार बस यही जंग रहीमुझ में और किस्मत में हर बार बस यही जंग रही,
मैं उसके फैसलें से तंग और वो मेरे हौसले से दंग रही।

मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगामेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा,
चाहें वो मिले ना मिले,
मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जीऊंगा।

इसी में इश्क़ की क़िस्मत बदल भी सकती थीइसी में इश्क़ की क़िस्मत बदल भी सकती थी,
जो वक़्त बीत गया मुझ को आज़माने में।

उम्मीद का लिबास तार तार ही सही पर सी लेना चाहिएउम्मीद का लिबास तार तार ही सही पर सी लेना चाहिए,
कौन जाने कब किस्मत माँग ले इसको सर छुपाने के लिए।

लेके अपनी अपनी क़िस्मत आए थे गुलशन में गुललेके अपनी अपनी क़िस्मत,
आए थे गुलशन में गुल,
कुछ बहारों में खिले,
कुछ ख़िज़ाँ में खो गए।

क़िस्मत मे है जो लिखा वो आखिर होकर रहताक़िस्मत मे है जो लिखा, वो आखिर होकर रहता,
हैं चंद लकीरें उलझी सी, हाथों में रखा ही क्या।

क़िस्मत वालों को ही मिलती पनाह मेरे दिल मेंक़िस्मत वालों को ही मिलती,
पनाह मेरे दिल में,
यूं तो हर शख़्स को,
जन्नत का पता नहीं मिलता|

किसी राह पे मिल जाओ मुसाफ़िर बन केकिसी राह पे मिल जाओ मुसाफ़िर बन के,
क्या पता अपनी किस्मत में हमसफ़र भी लिखा हो।

किस्मत कि लकीरों में तुम लिखे हो या नही पता नहींकिस्मत कि लकीरों में तुम लिखे हो या नही पता नहीं,
पर हाथों की लकीरों पे तुम्हें हर रोज लिखता हूँ।

तलब ऐसी है कि साँसों में बसा लूँ तुम्हेंतलब ऐसी है कि साँसों में बसा लूँ तुम्हें,
और किस्मत ऐसी है कि देखने को मोहताज हूँ तुम्हें।

तेरी चाहत तो किस्मत की बात है मिले या ना मिलेतेरी चाहत तो किस्मत की बात है मिले या ना मिले,
पर दिल को राहत जरूर मिल जाती है तुझै अपना सोचकर।


Categories