तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में,
सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में,
एक दिन जब दोस्ती की आप से तो यूँ लगा,
कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीर में।
कोई कहता है दोस्ती नाश बन जाती है,
कोई कहता है दोस्ती सज़ा बन जाती है,
पर हम कहते है, दोस्ती अगर सच्चे दिल से करो,
तो दोस्ती ही जीने की वजह बन जाती है।
दोस्ती हर चेहरे की मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख-दुःख की पहचान होती है,
कोई रूठ भी जाये तो दिल पे मत लेना,
क्योंकि दोस्ती जरा सी नादान होती है।
सच्ची है मेरी दोस्ती आजमा के देखलो,
करके यकीं मुझ पे मेरे पास आ के देखलो.
बदलता नहीं कभी सोना अपना रंग,
जितनी बार चाहे आग लगा कर देखलो।
खुशी की परछाइयों का नाम है दोस्ती,
गमों की गहराईओं का जाम है दोस्ती,
एक प्यारा सा दोस्त है हमारा यहाँ,
उसकी प्यारी सी हँसी का नाम है दोस्ती।
मेहनत से रोटी मिलती है,
किस्मत से दौलत मिलती है,
खुदा की खास नजर है जिस बंदे पर,
उसे हमारी दोस्ती मिलती है.
नाजुक सा दिल कभी भूल से ना टूटे,
छोटी छोटी बातों से आप ना रूठे,
थोड़ी सी भी फ़िक्र है अगर आपको हमारी,
तो कोशिश करना की ये दोस्ती कभी ना टूटे।
हम दोस्त बनाकर किसी को रुलाते नहीं,
दिल में बसाकर किसी को भुलाते नहीं,
हम तो दोस्त के लिए जान भी दे सकते हैं,
और तुम सोचते हो हम दोस्ती निभाते नहीं।
तुम साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे जरूर,
दोस्ती अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे जरूर,
कितने भी काँटे क्यों ना हों दोस्ती की राह में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे जरूर।
छोटी-बड़ी शरारतों का अंजाम है दोस्ती,
कहे अनकहे रिश्तों का पैगाम है दोस्ती,
दिन-रात की मस्ती का नाम है दोस्ती,
लेकिन आपके बिना बेजान है ये दोस्ती।
उम्मीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे,
राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे,
महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की,
दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे।
जो दिल के हो करीब उसे रुसवा नहीं करते,
यूँ अपनी दोस्ती का तमाशा नहीं करते,
खामोश रहोगे तो घुटन और बढ़ेगी,
दोस्तों से कोई बात छुपाया नहीं करते।
उमीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे,
राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे,
महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की,
दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे।
दोस्ती होती है दिल राज़ बताने के लिए,
हम अपनी हंसी मिटा दें आपको हंसाने के लिए,
मिलने की तो आपको फुर्सत नहीं,
तो हम मैसेज करते है अपनी याद दिलाने के लिए।
किस हद तक जाना है ये कौन जानता है,
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है,
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो,
किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है।
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर,
कितने भी काँटे क्यों ना हों दोस्ती की राहों में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।
रिश्तों से बड़ी चाहत और क्या होगी,
दोस्ती से बड़ी इबादत और क्या होगी,
जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा,
उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी।
हर पल की दोस्ती का इरादा है आपसे,
अपनापन ही कुछ ज्यादा है आपसे,
साथ होंगे आपके उम्र भर के लिये,
हमेशा दोस्ती निभाएंगे वादा है आपसे।
दोस्ती करके देखो,
दोस्ती में दोस्त अनमोल होता है,
यह एहसास तब होता है,
जब दोस्त दोस्त से अलग होता है।
जिंदगी हर पल कुछ खास नहीं होती,
फूलों की खुशबू पास नहीं होती,
मिलना हमारी तक़दीर में था वरना,
इतनी प्यारी दोस्ती इत्तेफाक नहीं होती।