तन्हाई सी थी दुनिया की भीड़ में,
सोचा कोई अपना नहीं तकदीर में,
एक दिन जब दोस्ती की आप से तो यूँ लगा,
कुछ ख़ास था मेरे हाथ की लकीर में।
आपकी हँसी हमें बहुत प्यारी लगती है,
आपकी हर खुशी हमें हमारी लगती है,
कभी दूर ना करना खुद से हमें,
आपकी दोस्ती जान से प्यारी लगती है।
तू इस कदर मुझे अपने करीब लगता है,
तुझे अलग से जो सोचूं तो अजीब लगता है,
ये दोस्ती, ये मरासिम, ये चाहतें, ये खुलूस,
कभी कभी ये सब कुछ अजीब लगता है।
यह सफ़र दोस्ती का कभी ख़त्म न होगा,
दोस्तों से प्यार कभी कम न होगा,
दूर रहकर भी जब रहेगी महक इसकी,
हमें कभी बिछड़ने का ग़म न होगा।
जब भी साथ बिताया वक़्त याद आता है,
मेरी पलकों पर बहते आँसू छोड़ जाता है,
कोई और मिल जाये तो हमें न भूल जाना,
दोस्ती का रिश्ता जिंदगी भर काम आता है।
हर पल की दोस्ती का इरादा है आपसे,
अपनापन ही कुछ ज्यादा है आपसे,
साथ होंगे आपके उम्र भर के लिये,
हमेशा दोस्ती निभाएंगे वादा है आपसे।
हम दोस्त बनाकर किसी को रुलाते नहीं,
दिल में बसाकर किसी को भुलाते नहीं,
हम तो दोस्त के लिए जान भी दे सकते हैं,
और तुम सोचते हो हम दोस्ती निभाते नहीं।
जिए हुए लम्हों को ज़िन्दगी कहते हैं,
जो दिल को सुकून दे, उसे ख़ुशी कहते हैं,
जिसके होने की ख़ुशी से ज़िन्दगी मिले,
ऐसे रिश्ते को दोस्ती कहते हैं।
तुम साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे जरूर,
दोस्ती अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे जरूर,
कितने भी काँटे क्यों ना हों दोस्ती की राह में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे जरूर।
महक दोस्ती की प्यार से कम नहीं होती,
इश्क़ से ज़िन्दगी शुरू या खत्म नहीं होती,
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्तों का,
तो यह ज़िन्दगी भी जन्नत से कम नहीं होती।