हक़ीकत मोहब्बत की जुदाई होती है,
कभी-कभी प्यार में बेवफाई होती है,
हमारे तरफ हाथ बढ़ाकर तो देखो,
दोस्ती में कितनी सच्चाई होती है।
आपकी हमारी दोस्ती सुरों का साज है,
आप जैसे दोस्त पर हमें नाज़ है,
अब चाहे कुछ भी हो जाये ज़िन्दगी में,
दोस्ती वैसे ही रहेगी जैसे आज है।
जब साथ बिताया वक़्त याद आता है,
मेरी पलकों पर आंसू छोड़ जाता है,
कोई और मिल जाये तो हमें न भूल जाना,
दोस्ती का रिश्ता जिंदगी भर काम आता है।
महक दोस्ती की प्यार से कम नहीं होती,
इश्क़ से ज़िन्दगी शुरू या खत्म नहीं होती,
अगर साथ हो ज़िन्दगी में अच्छे दोस्तों का,
तो यह ज़िन्दगी भी जन्नत से कम नहीं होती।
हम दोस्त बनाकर किसी को रुलाते नही,
दिल में बसाकर किसी को भुलाते नही,
हम तो दोस्त के लिए जान भी दे सकते हैं,
पर लोग सोचते हैं की हम दोस्ती निभाते नहीं।
इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है,
इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है,
इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी,
पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है।
सच्ची है मेरी दोस्ती आजमा के देखलो,
करके यकीं मुझ पे मेरे पास आ के देखलो.
बदलता नहीं कभी सोना अपना रंग,
जितनी बार चाहे आग लगा कर देखलो।
दोस्ती हर चेहरे की मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख-दुःख की पहचान होती है,
कोई रूठ भी जाये तो दिल पे मत लेना,
क्योंकि दोस्ती जरा सी नादान होती है।
वो याद नहीं करते हम भुला नहीं सकते,
वो हँसा नहीं सकते हम रुला नहीं सकते,
दोस्ती इतनी खूबसूरत है हमारी,
वो बता नहीं सकते हम जता नहीं सकते।
यह सफ़र दोस्ती का कभी ख़त्म न होगा,
दोस्तों से प्यार कभी कम न होगा,
दूर रहकर भी जब रहेगी महक इसकी,
हमें कभी बिछड़ने का ग़म न होगा।
दोस्त का प्यार दुआ से कम नही होता,
दोस्त दूर हो फिर भी कोई गम नही होता,
प्यार में अक्सर कम हो जाती है दोस्ती,
पर दोस्ती में प्यार कभी कम नही होता।
कोई कहता है दोस्ती नाश बन जाती है,
कोई कहता है दोस्ती सज़ा बन जाती है,
पर हम कहते है, दोस्ती अगर सच्चे दिल से करो,
तो दोस्ती ही जीने की वजह बन जाती है।
दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करूँ,
आप भूल भी जाओ तो मैं हर पल याद करूँ,
खुदा ने बस इतना सिखाया हैं मुझे,
कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करूँ।
उमीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे,
राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे,
महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की,
दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे।
दोस्ती का हर कर्ज़ अदा कौन करेगा,
जब हम नहीं रहेंगे तो दोस्ती कौन करेगा,
ऐ खुदा मेरे दोस्त को सदा सलामत रखना,
वरना मेरे जीने की दुआ कौन करेगा।
नाजुक सा दिल कभी भूल से ना टूटे,
छोटी छोटी बातों से आप ना रूठे,
थोड़ी सी भी फ़िक्र है अगर आपको हमारी,
तो कोशिश करना की ये दोस्ती कभी ना टूटे।
वो दिल क्या जो मिलने की दुआ न करे,
तुम्हें भूल के जियूं ये खुदा न करे,
रहे तेरी दोस्ती मेरी ज़िन्दगी बनकर,
ये बात और है कि ज़िन्दगी वफा न करे।
किस हद तक जाना है ये कौन जानता है,
किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है,
दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो,
किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है।
दोस्ती होती है दिल राज़ बताने के लिए,
हम अपनी हंसी मिटा दें आपको हंसाने के लिए,
मिलने की तो आपको फुर्सत नहीं,
तो हम मैसेज करते है अपनी याद दिलाने के लिए।
तू इस कदर मुझे अपने करीब लगता है,
तुझे अलग से जो सोचूं तो अजीब लगता है,
ये दोस्ती, ये मरासिम, ये चाहतें, ये खुलूस,
कभी कभी ये सब कुछ अजीब लगता है।