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Home Kismat Shayari Kismat Shayari in Hindi - किस्मत शायरी इन हिंदी

मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा

मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगामेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा,
चाहें वो मिले ना मिले,
मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जीऊंगा।

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क़िस्मत वालों को ही मिलती पनाह मेरे दिल मेंक़िस्मत वालों को ही मिलती,
पनाह मेरे दिल में,
यूं तो हर शख़्स को,
जन्नत का पता नहीं मिलता|

जिन्दगी में चुनौतियाँ हर किसी के हिस्से में नहीं आती हैजिन्दगी में चुनौतियाँ,
हर किसी के हिस्से में नहीं आती है,
क्योंकि किस्मत भी,
किस्मत वालों को ही आजमाती है।

हँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुनें टुकडेहँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुनें टुकडे,
हर शख्स की किस्मत में इनाम नहीं होता।


हाथों की लकीर किस्मत और नसीबहाथों की लकीर, किस्मत और नसीब,
जवानी में ऐसी बातें लगती है अजीब,
कर्म करके तू लिख दे अपना नसीब,
दुनिया भी कहे इंसान था वो अजीब।

किस्मत से टकराने का जिंदगी में मजा है यहींकिस्मत से टकराने का,
जिंदगी में मजा है यहीं,
ये मुझे जीतने नहीं देती,
और मैं हार मानने वाला नहीं।

बेकार मत समझना दुआ की भी पड़ती है जरूरतबेकार मत समझना, दुआ की भी पड़ती है जरूरत,
कई बार सिर झुकाने से भी बदलती है किस्मत।

कुम्भकरण की तरह जब किस्मत सोती हैकुम्भकरण की तरह जब किस्मत सोती है,
तभी इंसान से जमकर मेहनत होती है।

ज़िन्दगी है कट जाएगी किस्मत है किसी दिन पलट जाएगीज़िन्दगी है कट जाएगी,
किस्मत है, किसी दिन पलट जाएगी।

उदास मत हो जिन्दगी ही है कट जायेगीउदास मत हो, जिन्दगी ही है, कट जायेगी,
क़िस्मत ही है, किसी दिन पलट जायेगी।

किस्मत कि लकीरों में तुम लिखे हो या नही पता नहींकिस्मत कि लकीरों में तुम लिखे हो या नही पता नहीं,
पर हाथों की लकीरों पे तुम्हें हर रोज लिखता हूँ।

किस्मत अपनी अपनी है किसको क्या सौगात मिलेकिस्मत अपनी अपनी है,
किसको क्या सौगात मिले,
किसी को खाली सीप मिले,
किसी को मोती साथ मिले।

किस्मत भी उनका साथ देती हैकिस्मत भी उनका साथ देती है,
जिनमें कुछ कर गुजरने की हिम्मत होती है।

क़िस्मत मे है जो लिखा वो आखिर होकर रहताक़िस्मत मे है जो लिखा, वो आखिर होकर रहता,
हैं चंद लकीरें उलझी सी, हाथों में रखा ही क्या।

दुआ की न पूछो की कितनी है कुदरतदुआ की न पूछो की कितनी है कुदरत,
उठा के हाथ देखो बदलती है किस्मत।

जिसके लफ़्जों में हमे अपना अक़्स मिलता हैजिसके लफ़्जों में हमे अपना अक़्स मिलता है,
क़िस्मत से ऐसा कोई शख़्स मिलता है।

काश किस्मत भी नींद की तरह होतीकाश किस्मत भी नींद की तरह होती,
हर सुबह खुल जाती।

लेके अपनी अपनी क़िस्मत आए थे गुलशन में गुललेके अपनी अपनी क़िस्मत,
आए थे गुलशन में गुल,
कुछ बहारों में खिले,
कुछ ख़िज़ाँ में खो गए।

बिन लगाए पौधा फूल नहीं खिलताबिन लगाए पौधा फूल नहीं खिलता,
वक्त से पहले और किस्मत से ज्यादा,
किसी को कुछ नहीं मिलता।

किस्मत मात्र एक छलावा है कर्म के गीत गाओकिस्मत मात्र एक छलावा है कर्म के गीत गाओ,
हो गई सुबह ख्वाब छोड़ो हकीकत से आँख मिलाओ।

जो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगाजो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगा,
जो नहीं होगा वो पास आकर भी दूर चला जाएगा।


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