किसी ने मुझसे पूछा कि,
पूरी जिंदगी में क्या किया,
मैंने हंसकर जवाब दिया,
किसी के साथ धोखा नहीं किया।
धोखा देकर कोई नहीं
बचता इस जिंदगी में,
किसी ना किसी की बद्दुआ
जिंदगी तबाह कर ही देती है।
धोखा देकर ऐसे चले गए,
जैसे कभी जानते ही नहीं थे,
और अब ऐसे नफरत जताते है,
जैसे प्यार को मानते ही ना हो।
धोका तो मैंने खूब खा लिए,
आगे भी अब सह लेंगे,
तू बन किसी और की महबूबा,
अब हम भी जीना सिख लेंगे।
धोका की एक बात बताता हूँ,
ये तो सिर्फ प्यार को ही अपना बनाता है,
ना चाह कर भी ये दरार कर जाता है।
कुछ लोग हमारी जिंदगी बन जाते है,
प्यार की निशानी बन जाती है,
अचानक ही फिर हमारी,
धोके की वजह ही बन जाती है।
मुझे धोका दे कर आज तू बहुत खुश है,
ऐसा कर के तू आज बहुत खुश है,
तेरी ख़ुशी तो हमसे थी ना,
मुझे आज तू इतना रुला कर भी खुश है।
ज़िन्दगी में एक पल भी सुकून न पाया,
दुनिया की इस भीड़ में खुद को तनहा न पाया,
तेरे दिए ज़ख्मो को प्यार समझते रहे,
तेरे धोके में आके किसी से दिल न लगाया।
कितने मकसदो के साथ जी रहे थे हम,
उस बेवफा ने धोखा क्या दिया,
मेरी जिंदगी का हर मकसद हमसे छीन लिया।
अनजाने में यूँ ही हम दिल गँवा बैठे,
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे,
उनसे क्या गिला करें भूल तो हमारी थी,
जो बिना दिलवालों से ही दिल लगा बैठे ।
जिसको सिर्फ जरूरत पर हम याद आए,
उसके धोखे ने हमें कितनी चोट पहुंचाई होगी,
इसका अंदाज़ा वो क्या लगे पाए |
कोई तुम्हे धोखा दे या तुम्हे आगे बढ़ने से रोके,
बस करना न तुम उनकी बातों पर गौर,
ये छोटी सी मुसीबत है,
इससे निकलो और बढ़ो आगे और।
जहर भी ना मार सके जिसको,
प्यार तेरा उसे मार गया।
दिल का बादशाह भी,
तेरे धोखों के आगे हार गया।
जब साथ ही नहीं देना होता तो,
क्यों लोग प्यार में नाता जोड़ लेते हैं,
साथ जीने और मरने की कसमें खाकर,
बीच राह में धोखा देकर छोड़ देते हैं।
तुमसे धोखा खाने के बाद नही रहा,
इरादा हमारा किसी से दिल लगाने का,
बस अब मकसद है हमारा,
जिंदगी को सफल बनाने का।
उसने धोका दिया लेकिन,
उन्हें इस बात की कोई शर्मिंदगी नही,
अजीब बेवफा है वो लडकी,
इंसान होने का वजूद तक खो बैठी है।
न जाने हमसे क्या खता हो गयीं,
के सारी खुशिया हमसे जुदा हो गई,
अंजाने मे एक बेवफा से दिल लागा बैठे,
वही सजा धोखा खा बैठे।
धोका खा कर जीने से अच्छा है,
अकेला जीना सिख लो,
इस दुनिया में प्यार साथ नहीं निभाता,
ये जान कर रख लो।
तुझसे प्यार बहुत ज्यादा था,
तेरी हर बात का मुझे अंदाजा था,
तूने मुझे अचानक कुछ ऐसा दर्द दे दिया,
धोका का तोहफा मेरे दिल को दे दिया।
साथ जीने मरने का वादा था,
मर के भी साथ न छोड़ने का वादा था,
सारी बातों से तू मुखर क्यूँ गयी,
ए सनम तू मुझे धोका दे कर चली गयी।
प्यार के बदले मुझे धोखा मिला,
फिर भी नहीं तुमसे कोई गिला,
बस दुआ है जिससे तुम प्यार करो,
वो तुम्हे कभी ना दे रुला।
यकीनन गलती तुम्हारी नहीं की,
तुमने हमे धोका दिया,
तुम भी तो इंसान ही हो,
गलती तो हमारी थी, तुम्हे खुदा समझ लिया।
उसकी चाहत में मैंने क्या क्या नहीं देखा,
पर रोया सिर्फ उस दिन जब धोका दे कर,
मेरी तेरी तरफ मुड़कर भी नहीं देखा।
भरोसा जितना कीमती होता,
धोखा उतना ही महंगा हो जाता है,
ईमानदारी का दाम कौन जाने,
यहां हर बेईमान राजा हो जाता है।
हसी की राह मे गम मिले तो क्या करे,
वफ़ा के नाम पर बेवफा मिले तो क्या करे
कैसे बचे ज़िंदगी मे धोके बाजो से,
कोई हस के धोका दे तो हम क्या करे।