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Kismat Shayari in Hindi - किस्मत शायरी इन हिंदी

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किस्मत मात्र एक छलावा है कर्म के गीत गाओकिस्मत मात्र एक छलावा है कर्म के गीत गाओ,
हो गई सुबह ख्वाब छोड़ो हकीकत से आँख मिलाओ।

जो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगाजो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगा,
जो नहीं होगा वो पास आकर भी दूर चला जाएगा।

किस्मत कि लकीरों में तुम लिखे हो या नही पता नहींकिस्मत कि लकीरों में तुम लिखे हो या नही पता नहीं,
पर हाथों की लकीरों पे तुम्हें हर रोज लिखता हूँ।

किस्मत भी उनका साथ देती हैकिस्मत भी उनका साथ देती है,
जिनमें कुछ कर गुजरने की हिम्मत होती है।

दुआ की न पूछो की कितनी है कुदरतदुआ की न पूछो की कितनी है कुदरत,
उठा के हाथ देखो बदलती है किस्मत।

किस्मत ने कहा आज से सब हुआ तेराकिस्मत ने कहा, आज से सब हुआ तेरा,
मैंने कहा, अभी मन नहीं भरा मेरा।

बिकने वाले और भी है जाओ जाकर खरीद लोबिकने वाले और भी है जाओ जाकर खरीद लो,
हम कीमत से नहीं किस्मत से मिला करते है।

प्यार हो तो किस्मत में हो वरना दिलों में तो सबके होता हैंप्यार हो तो किस्मत में हो,
वरना दिलों में तो सबके होता हैं।

बिन लगाए पौधा फूल नहीं खिलताबिन लगाए पौधा फूल नहीं खिलता,
वक्त से पहले और किस्मत से ज्यादा,
किसी को कुछ नहीं मिलता।

काश किस्मत भी नींद की तरह होतीकाश किस्मत भी नींद की तरह होती,
हर सुबह खुल जाती।

मुझ में और किस्मत में हर बार बस यही जंग रहीमुझ में और किस्मत में हर बार बस यही जंग रही,
मैं उसके फैसलें से तंग और वो मेरे हौसले से दंग रही।

साथ चलता है दुवाओं का काफिलासाथ चलता है, दुवाओं का काफिला,
किस्मत से जरा कह दो, अभी तन्हा नही हूँ मैं।

किस्मत से टकराने का जिंदगी में मजा है यहींकिस्मत से टकराने का,
जिंदगी में मजा है यहीं,
ये मुझे जीतने नहीं देती,
और मैं हार मानने वाला नहीं।

कभी किस्मत कभी वक़्त पर इल्ज़ाकभी किस्मत, कभी वक़्त पर इल्ज़ा,
कभी गलती सितारों की तो कभी दूसरों की,
कितने पर्दे हाज़िर हैं यहां,
ख़ुद को छुपाने के लिए।

जिनका मिलना किस्मत में नही होता उनसे मोहब्बतजिनका मिलना किस्मत में नही होता,
उनसे मोहब्बत कसम से कमाल की होती है।

किस्मत की कश्ती का माँझी क्यों सो जाता हैकिस्मत की कश्ती का माँझी क्यों सो जाता है,
चाँद ढूँढते ढूँढते तारों में खो जाता है।

मेरी बेपनाह मोहब्बत का नज़राना हो तुममेरी बेपनाह मोहब्बत का नज़राना हो तुम,
मेरी चमकी हुई किस्मत का खज़ाना हो तुम।

रोज़ वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने कोरोज़ वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने को,
मैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है क़िस्मत मेरी।

बेकार मत समझना दुआ की भी पड़ती है जरूरतबेकार मत समझना, दुआ की भी पड़ती है जरूरत,
कई बार सिर झुकाने से भी बदलती है किस्मत।

इसी में इश्क़ की क़िस्मत बदल भी सकती थीइसी में इश्क़ की क़िस्मत बदल भी सकती थी,
जो वक़्त बीत गया मुझ को आज़माने में।

जिसके लफ़्जों में हमे अपना अक़्स मिलता हैजिसके लफ़्जों में हमे अपना अक़्स मिलता है,
क़िस्मत से ऐसा कोई शख़्स मिलता है।

किस्मत का रोना मैंने छोड़ दियाकिस्मत का रोना मैंने छोड़ दिया,
अपनी उम्मीदों को मैंने हौसलों से जोड़ दिया।

जिन्दगी में चुनौतियाँ हर किसी के हिस्से में नहीं आती हैजिन्दगी में चुनौतियाँ,
हर किसी के हिस्से में नहीं आती है,
क्योंकि किस्मत भी,
किस्मत वालों को ही आजमाती है।

ज़िन्दगी है कट जाएगी किस्मत है किसी दिन पलट जाएगीज़िन्दगी है कट जाएगी,
किस्मत है, किसी दिन पलट जाएगी।

जिनका मिलना नहीं होता किस्मत में उनकी यादेंजिनका मिलना नहीं होता किस्मत में,
उनकी यादें कसम से कमाल की होती हैं।

तेरी चाहत तो किस्मत की बात है मिले या ना मिलेतेरी चाहत तो किस्मत की बात है मिले या ना मिले,
पर दिल को राहत जरूर मिल जाती है तुझै अपना सोचकर।

मंजूर है मुझे हर शर्त वो तेरीमंजूर है मुझे हर शर्त वो तेरी,
मैं किस्मत में नहीं, खुद पर यकीं रखती हूं।

तलब ऐसी है कि साँसों में बसा लूँ तुम्हेंतलब ऐसी है कि साँसों में बसा लूँ तुम्हें,
और किस्मत ऐसी है कि देखने को मोहताज हूँ तुम्हें।

हँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुनें टुकडेहँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुनें टुकडे,
हर शख्स की किस्मत में इनाम नहीं होता।


वक्त और किस्मत पर कभी घमंड मत करोंवक्त और किस्मत पर,
कभी घमंड मत करों,
क्योंकि सुबह उनकी भी होती है,
जिन्हें कोई याद नहीं करता है।

फर्क होता है खुदा और फ़क़ीर मेंफर्क होता है खुदा और फ़क़ीर में,
फर्क होता है किस्मत और लकीर में,
अगर कुछ चाहो और न मिले तो समझ लेना,
कि कुछ और अच्छा लिखा है तक़दीर में।

लेके अपनी अपनी क़िस्मत आए थे गुलशन में गुललेके अपनी अपनी क़िस्मत,
आए थे गुलशन में गुल,
कुछ बहारों में खिले,
कुछ ख़िज़ाँ में खो गए।

क़िस्मत वालों को ही मिलती पनाह मेरे दिल मेंक़िस्मत वालों को ही मिलती,
पनाह मेरे दिल में,
यूं तो हर शख़्स को,
जन्नत का पता नहीं मिलता|

यूँ ही नहीं होती हाथ की लकीरों के आगे उंगलियाँयूँ ही नहीं होती हाथ की,
लकीरों के आगे उंगलियाँ,
खुदा ने भी किस्मत से,
पहले मेहनत लिखी है।

तुम मिले तो यूँ लगा हर दुआ कबूल हो गयीतुम मिले तो यूँ लगा,
हर दुआ कबूल हो गयी,
कांच सी टूटी क़िस्मत मेरी 
हीरों का नूर हो गयी।

मुक़द्दर की लिखावट का एक ऐसा भी कायदा होमुक़द्दर की लिखावट का एक ऐसा भी कायदा हो,
देर से किस्मत खुलने वालो का दुगुना फायदा हो।

क़िस्मत मे है जो लिखा वो आखिर होकर रहताक़िस्मत मे है जो लिखा, वो आखिर होकर रहता,
हैं चंद लकीरें उलझी सी, हाथों में रखा ही क्या।

बदलता नहीं ये किस्मत कैसी है इसकी फितरतबदलता नहीं ये किस्मत, कैसी है इसकी फितरत,
सोचता हूँ खरीद लू, पर लेता नहीं ये रिश्वत।

उम्मीद का लिबास तार तार ही सही पर सी लेना चाहिएउम्मीद का लिबास तार तार ही सही पर सी लेना चाहिए,
कौन जाने कब किस्मत माँग ले इसको सर छुपाने के लिए।

किस्मत अपनी अपनी है किसको क्या सौगात मिलेकिस्मत अपनी अपनी है,
किसको क्या सौगात मिले,
किसी को खाली सीप मिले,
किसी को मोती साथ मिले।

उदास मत हो जिन्दगी ही है कट जायेगीउदास मत हो, जिन्दगी ही है, कट जायेगी,
क़िस्मत ही है, किसी दिन पलट जायेगी।

प्यार की कली सबके लिए खिलती नहींप्यार की कली सबके लिए खिलती नहीं,
चाहने पर हर एक चीज मिलती नहीं,
सच्चा प्यार किस्मत से ही मिलता है,
और हर किसी को ऐसी तकदीर मिलती नहीं।

कभी कभी किस्मत भी कमाल कर देता हैकभी कभी किस्मत भी कमाल कर देता है,
रोटी कमाने निकलों तो सिर पर ताज रख देता है।

बहुत खूबसूरत है आंखे तुम्हारी इन्हें बना दो किस्मत हमारीबहुत खूबसूरत है आंखे तुम्हारी,
इन्हें बना दो किस्मत हमारी,
हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ,
अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी।

कुछ लोग किस्मत की तरह होते हैंकुछ लोग किस्मत की तरह होते हैं,
जो दुआ से मिलते हैं,
और कुछ लोग दुआ की तरह होते हैं,
जो किस्मत बदल देते हैं।

मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगामेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा,
चाहें वो मिले ना मिले,
मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जीऊंगा।

हैरान हो जाएंगे देखकर दुनिया वाले मेरी बरक़त कोहैरान हो जाएंगे देखकर दुनिया वाले मेरी बरक़त को,
कुछ इस कदर बदल देंगे हम अपनी किस्मत को।

किसी राह पे मिल जाओ मुसाफ़िर बन केकिसी राह पे मिल जाओ मुसाफ़िर बन के,
क्या पता अपनी किस्मत में हमसफ़र भी लिखा हो।

कुम्भकरण की तरह जब किस्मत सोती हैकुम्भकरण की तरह जब किस्मत सोती है,
तभी इंसान से जमकर मेहनत होती है।

हाथों की लकीर किस्मत और नसीबहाथों की लकीर, किस्मत और नसीब,
जवानी में ऐसी बातें लगती है अजीब,
कर्म करके तू लिख दे अपना नसीब,
दुनिया भी कहे इंसान था वो अजीब।




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