ज़ख़्म जब मेरे सीने के भर जाएँगे,
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे,
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया,
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे।
धोखा तब हुआ हमारे साथ,
जब ज़माने ने अपना बना कर गैर कर डाला।
क्यों अनजाने में हम अपना दिल गवा बैठे।
क्यों प्यार में हम धोखा खा बैठे।
अब क्या शिकवा करे कयोंकि गलती हमारी ही थी।
क्यों हम बेदिल इंसान से दिल लगा बैठे।
किसी का यूँ तो हुआ कौन उम्र भर,
फिर भी ये हुस्न ओ इश्क़ तो धोखा है सब मगर फिर।
प्यार करो तो हमेशा मुस्करा के,
किसी को धोखा ना दो अपना बना के,
कर लो याद जब तक हम ज़िंदा हैं,
फिर ना कहना कि चले गए, दिल में यादें बसा के।
जितना गहरा भरोसा था उन पर,
उससे भी गहरा धोखा देकर चले गए वो।
उन्होंने हमें आजमाकर देख लिया,
इक धोखा हमने भी खा कर देख लिया,
क्या हुआ हम हुए जो उदास,
उन्होंने तो अपना दिल बहला के देख लिया।
ज़ख़्म लगा कर उस का भी कुछ हाथ खुला,
मैं भी धोखा खा कर कुछ चालाक हुआ।
ज़ख़्म जब मेरे सिने के भर जाएँगे,
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे,
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया,
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे।
मैंने खाया है चिरागों से इस कदर धोखा,
मै जल रहा हूँ सालों से मगर रौशनी नहीं होती।
बेवफा है दुनिया किसी का ऐतबार ना करो,
हर पल देते है धोका किसी से प्यार ना करो,
मिट जाओ बेशक तनहा जी कर,
पर किसी के साथ का इंतज़ार ना करो।
गलती तेरी नहीं की तूने मुझे धोखा दिया,
गलती तो मेरी थी जो मैने तुझे मौका दिया।
धोखा मिला जब प्यार में,
ज़िन्दगी में उदासी छा गई,
सोचा था छोड़ देंगे इस राह को,
कम्बख़त मोहल्ले में दूसरी आ गई।
फिर कोई धोखा मिलेगा तैयार रह ए दिल,
कुछ लोग फिर पेश आ रहे हैं बहुत प्यार से।
दर्द इतना था ज़िंदगी में कि
धड़कन साथ देने से घबरा गयी
आँखे बंद थी किसी की याद में ,
और मौत धोखा खा गयी।
धोखा तो हर किसी को मिलना चाहिए,
जीवन में एक बार वरना, कुछ अधूरा सा लगता है।
जब धोखा ही था तुम्हारी मोहब्बत,
तो झूठ अपनी लबो को कहने देते,
और जब मै सुखी था,
मुझे अपने बिना ही रहने देते।
धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक,
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते।
कुछ लुटकर, कुछ लूटाकर लौट आया हूँ,
वफ़ा की उम्मीद में धोखा खाकर लौट आया हूँ ,
अब तुम याद भी आओगी, फिर भी न पाओगी,
हसते लबों से ऐसे सारे ग़म छुपाकर लौट आया हूँ |
यक़ीन उसी के वादे पे लाना पड़ेगा,
ये धोका तो दानिस्ता खाना पड़ेगा।
धोखा देकर कोई नहीं,
बचता इस जिंदगी में,
किसी ना किसी की बद्दुआ,
जिंदगी तबाह कर ही देती है।
खेलते रहे वो मेरी मोहब्बत के साथ,
जब दिल भर गया तो छोड़ दिया,
जब मैंने जवाब मांगा तो हंसकर कह दिया,
देने के लिए कुछ नहीं था, तो मैंने धोखा ही दे दिया।
धोखा देकर उसे जरा भी सिकंज ना था,
मेरे हर एक वफा को उसने मोड़ ही दिया था।
आहटे जाग उठी, रास्ते हँस दिए,
थामकर दिल उठे हम किसी के लिए,
कई बार ऐसा भी धोखा हुआ है,
चले आ रहे हैं वो नज़रे झुकाए।
दिल के दर्द को दिखाना बड़ा मुश्किल है,
धोका खा कर बताना बड़ा मुश्किल है।
अब कोई और न धोखा देगा,
इतनी उम्मीद तो वापस कर दे,
हम से हर ख़्वाब छीनने वाले,
हमारी नींद तो वापस कर दे।
धोका कभी नही मरता,
आज तुम दोगे, कल तुम्हे मिलेगा।
दोस्ती करो हमेशा मुस्कुराके,
किसी को धोखा ना दो अपना बनाके,
कर लो याद जब तक हम जिंदा हैं,
फिर न केहना चले गए दिल में यादें बसा के।
शायद इन बादलों को भी इश्क़ में धोखा मिला है,
नादान दिन-रात अश्क़ बहाते हैं आज कल।
हर दिल का ज़ख़्म धो लेते हे,
आंसुओं के जाम से,
इतनी बेवफ़ाई करो की,
नफ़रत हो जाए लड़कियों के नाम से।
धोखा भी बादाम की तरह है,
जितना खाओगे उतनी अक्ल आती है।
समजते थे हम उनकी हर एक बात को,
वो हर बार हमसे धोका देते थे,
पर हम भी वक़्त के हातो मजबूर थे,
जो हर बार उनको मौका देते थे।
कुछ लोग इतने गरीब होते है की,
देने के लिए कुछ नहीं होता तो धोखा दे देते है।
कोई भी मुझे हरा कर मेरी जान ले जा सकते हैं,
हम इतना अपने अंदर जुनून रखते हैं,
लेकिन मुझे कोई धोखा देता है,
तो फिर उसे हम दूसरा मौका नही देते हैं।
अब और भूख नहीं मुझे, मोहोब्बत की मैंने,
एक बार धोका खा कर ही पेट भर लिया है।
तुम पहला रिश्ता नहीं हो मेरा,
जिसने धोका दिया है मुझे,
कुछ अलग बात तो तब होती,
जब तुम सारी ज़िन्दगी मेरे साथ होती।
ज़िन्दगी में ये सबक अनोखा मिलता है,
जिसे चाहो तहे दिल से, उसी से धोका मिलता है।
धोखा देकर ऐसे चले गए,
जैसे कभी जानते ही नहीं थे,
अब ऐसे नफरत जताते हो,
जैसे प्यार को मानते ही नहीं थे।
जब दो टूटे हुए दिल मिलते है,
तब मोहब्बत में धोखा नहीं होता।
धोखा दिया था जब तूने मुझे,
जिंदगी से मैं नाराज था,
सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं,
मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था।