Trending - Holi

Saturday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Chai Shayari Chai Shayari 2 Lines in Hindi - चाय शायरी 2 लाइन इन हिंदी

आओ न सुबह की चाय पिलाते हैं

आओ न सुबह की चाय पिलाते हैंआओ न सुबह की चाय पिलाते हैं,
मीठे में शक्कर की जगह इश्क मिलाते हैं।

See More From: Chai Shayari 2 Lines
मैं पीसती रही इलायची, अदरख, दालचीनीमैं पीसती रही इलायची, अदरख, दालचीनी,
पर महक चाय से तेरी यादों की आयी।

छोड़कर जा रहा हूं मै हमसफ़र तेरा शहरछोड़कर जा रहा हूं मै हमसफ़र तेरा शहर,
हो सके तो मुझको चाय पिलाकर रवाना कर।

चाय तो सिर्फ दवा है साहेबचाय तो सिर्फ दवा है साहेब,
दर्द तो कुछ और ही है।

हम तुम शायरी और एक कप चायहम तुम शायरी और एक कप चाय,
ख्वाब भी देखो जाना मेरे कितने हसीन है।

माँ के हाथो की चाय ने रोक रखा हैमाँ के हाथो की चाय ने रोक रखा है,
वरना कबके घर छोड़ कर निकल गए होते।

मेरी जिंदगी कुछ इस कदर मुकम्मल हो जाएमेरी जिंदगी कुछ इस कदर मुकम्मल हो जाए,
एक कप चाय तेरे हाथ की बनी मिल जाए।

चाय की तलब और उफ्फ ये याद तेरीचाय की तलब और उफ्फ ये याद तेरी,
बस इतनी सी है जायजाद मेरी।

हमें तुमसे उतनी ही मोहब्बत हैहमें तुमसे उतनी ही मोहब्बत है,
जितनी काली चाय को दूध से।

हर एक सवाल में ज़िन्दगी उलझती गई, पीते ही चाय हर मुश्किल सुलझती गई।हर एक सवाल में ज़िन्दगी उलझती गई,
पीते ही चाय हर मुश्किल सुलझती गई।

अपनी अपनी फितरत है जनाबअपनी अपनी फितरत है जनाब,
उन्होंने बेवफाई नहीं छोड़ी, हमने चाय नहीं छोड़ी।

ताउम्र जलते रहे हैं धीमी धीमी आँच परताउम्र जलते रहे हैं धीमी धीमी आँच पर,
तभी ये इश्क़ और चाय मशहूर हुए हैं।

इज़हार ए मोहब्बत बेधड़क होनी चाहिएइज़हार ए मोहब्बत बेधड़क होनी चाहिए,
चाय हो या इश्क़ हो कड़क होना चाहिए।

हाथ में चाय हो यादो में आप होहाथ में चाय हो यादो में आप हो,
फिर उस खुशनुमा सुबह की क्या बात हो।

इश्क़ अगर चाय से हो तोइश्क़ अगर चाय से हो तो,
हर चाय पीने वाली लड़की कमाल लगती है।

कतरा कतरा मेरे हलक को तर करती हैकतरा कतरा मेरे हलक को तर करती है,
मेरे रग-रग में चाय सफर करती है।

हमारे लिए चाय शौक लत इश्क़ हो सकता है परहमारे लिए चाय शौक, लत, इश्क़ हो सकता है पर,
मैंने देखा है लोगों को चाय से भूख मारते हुए।

सिर्फ मुझे ही नहीं इन चाय की कपो को भीसिर्फ मुझे ही नहीं इन चाय की कपो को भी,
लगी हैं लत तेरे होठों की।

ख़त्म होने दो बंदिशे सभीख़त्म होने दो बंदिशे सभी,
सब मिलेंगे यार चाय पर कभी।

चाय के साथ बिस्किट ने ये सबक तो दिया केचाय के साथ बिस्किट ने ये सबक तो दिया के,
किसी में इतना डूबोगे तो टूट जाओगे।

मैंने देखा ही नहीं कोई मौसममैंने देखा ही नहीं कोई मौसम,
चाहा है तुझे चाय की तरह।


Categories