Romantic Love Shayari in Hindi - रोमांटिक लव शायरी इन हिंदी
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मेरे आँखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम,
तुम से ही तो मैं हूँ , मेरी पहचान हो तुम,
मैं ज़मीन हूँ अगर तो मेरे आसमान हो तुम,
सच मानो मेरे लिए तो सारा जहां हो तुम।
तेरे खामोश होठों पर मोहब्बत गुनगुनाती है,
तू मेरी है मैं तेरा हूँ बस यही आवाज़ आती है।
कैसे कहूं की इस दिल के लिए,
कितने ख़ास हो तुम,
फासले तो क़दमों के है पर,
हर वक्त दिल के पास हो तुम।
तेरे इश्क में इस तरह मैं नीलाम हो जाऊं,
आख़री हो तेरी बोली और मैं तेरे नाम हो जाऊं।
तुम्हारी मदहोश आँखों ने,
मेरे दिल का सिस्टम ही तोड़ दिया,
जब से तुमने आई लव यू है कहा मुझे,
मैंने तब से पढ़ना लिखना ही छोड़ दिया।
हम भी मौजूद थे, तकदीर के दरवाजे पे,
लोग दौलत पर गिरे, हमने तुझे मांग लिया।
बड़ी गहराई से चाहा है तुझको,
बड़ी दुवाओ से पाया है तुझको,
तुझे भूलने की सोचु भी तो कैसे,
किस्मत की लकीरो से चुराया है तुझको।
मैं डर रहा हूँ तुम्हारी नशीली आँखों से,
लूट लें न किसी रोज कुछ पीला के मुझे।
होती नहीं है मोहब्बत सूरत से,
मोहब्बत तो दिल से होती है,
सूरत उनकी खुद-ब-खुद लगती है प्यारी,
कदर जिनकी दिल में होती है।
धड़कनों को कुछ तो काबू कर ऐ दिल,
अभी तो पलकें झुकाई है, मुस्कुराना बाकी है उनका।
मेरा आज और कल तुम हो,
मेरी हाथों की मेहन्दी और लकीरे तुम हो,
हर पल बस तुम्हारा ही रहता है ख्याल हमको,
कुछ इतना दिल के करीब तुम हो।
हँसते हुए तुझको जब भी देखता हूँ मैं,
तू ही दुनिया है मेरी, यही सोचता हूँ मैं।
तुमसे चाहे मैं कितनी बार भी मिल लूं,
बस तुमसे मिलते रहने को जी चाहता है,
जब भी तुमसे बातें करता हूं,
तो ही दिल खुश हो जाता है।
मैं तोड़ लेता, अगर तू गुलाब होती,
मैं जवाब बनता, अगर तू सवाल होती।
तेरे इस हुस्न को किसी भी परदे की,
जरूरत ही क्या है, ए ज़ालिम हसीना,
कौन कमबख्त दीवाना रह सकता है होश में,
तुझे एक नज़र भी देखने के बाद।
हर सोच में बस एक ख्याल, तेरा आता है,
लब जरा से हिलते नहीं की, नाम तेरा आता है।
अजब मौसम है मेरे हर कदम पे फूल रखता है,
मोहब्बत में मोहब्बत का फरिश्ता साथ चलता है,
मैं जब सो जाऊँ, इन आँखों पे अपने होंठ रख देना,
यकीं आ जायेगा, पलकों तले भी दिल धड़कता है।
वो पिला कर जाम लबों से अपनी मोहब्बत का,
अब कहते है, नशे की आदत अच्छी नहीं होती।
छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,
कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे,
मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह,
कि होश भी आने की इजाज़त मांगे।
तू मेरा सपना, मेरा अरमान है,
पर, शायद तू अपनी अहमियत से अनजान है।
चेहरे पे मेरे जुल्फों को फैलाओ किसी दिन,
क्यूँ रोज गरजते हो बरस जाओ किसी दिन,
खुशबु की तरह गुजरो मेरी दिल की गली से,
फूलों की तरह मुझपे बिखर जाओ किसी दिन।
जेबों में हम अपनी धड़कन रखते हैं,
तेरा नाम इन होठों पे यूं, हरदम रखते हैं।
मेरी धड़कन हो तुम, मेरी साँसे हो तुम,
अगर जानना चाहते हो कि तुम क्या हो,
तो सुनलो,
मेरी पहली ओर आखिरी मोहब्बत हो तुम।
अंगड़ाई लेके अपना मुझ पर जो खुमार डाला,
सनम की इस अदा ने बस मुझको मार डाला।
कुछ इस तरह से वो मुस्कुराते हैं,
कि परेशान लोग उन्हें देख कर खुश हो जाते हैं,
उनकी बातों का अजी क्या कहिये,
अल्फ़ाज़ फूल बनकर होंठों से निकल आते हैं।
रात भर करता रहा तेरी तारीफ़ चाँद से,
चाँद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया।
बदलना आता नहीं हमें मौसम की तरह,
हर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैं,
ना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हें इतना प्यार करते हैं।
सब जानते है, मैं नशा नही करता,
मगर मे पी लेता, अगर तू शराब होती।
संगमरमर के महल में तेरी तस्वीर सजाऊंगा,
मेरे इस दिल में ऐ सनम तेरे ख्वाब सजाऊंगा,
आजमा के देख ले तेरे दिल में बस जाऊंगा,
प्यार का हूँ प्यासा तेरे आगोश में सिमट जाऊंगा।
हसरते मचल गई जब देखा तुमने एक पल के लिए,
सोचो जरा तक क्या होगा जब मिलोगे उम्र भर के लिए।
मुझे नहीं किसी की ख्वाहिश,
तुम्हारा एहसास ही सब कुछ है,
तू ही है मेरे जीने की वजह,
तू ही दिन रात, और तू ही मेरा रब है।
हुस्न दिखा कर भला कब हुई है मोहब्बत,
वो तो काजल लगा कर हमारी जान ले गयी।
तुम्हारे हुस्न को देखकर ओ सनम,
सभी ना जाने क्यों ग़श खाकर गिर जाते हैं,
तुम अपने हुस्न को कहीं छुपा लो,
वर्ना लोग बेमौत ही मारे जाते हैं।
बहक न जाये कहीं लौ की नीयत,
होठों से दिया तु बुझाया न कर।
तुम्हारे नाम को होंठों पर सजाया है मैंने,
तुम्हारी रूह को अपने दिल में बसाया है मैंने,
दुनिया आपको ढूंढते ढूंढते हो जायेगी पागल,
दिल के ऐसे कोने में छुपाया है मैंने।
मेरी निगाह-ए-शौक भी कुछ कम नहीं मगर,
फिर भी तेरा शबाब तेरा ही शबाब है।
मिलने का वादा तो,
उनकी जुबां से यूँ ही निकल गया,
हम ने पूछी जगह,
तो हंसकर बोली ख़्वाब में आ जाना।
अच्छा लगता है तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जैसे कोई सुबह जुडी हो किसी हसीन शाम के साथ।
अफ़ीमी आखें, शर्बती गाल, और शराबी लब,
खुदा ही जाने नशे में तुम हो या तुममें नशा।
मेरा हर लम्हा चुराया आपने,
आँखों को एक ख्वाब देखाया आपने,
हमें ज़िंदगी दी किसी और ने,
पर प्यार में जीना सिखाया आपने।
ज़िन्दगी तुम मेरी बन जाओ रब से और क्या माँगू,
जीने की वजह बन जाओ बस ये ही दुआ माँगू।
हुस्न-ए-बेनजीर के तलबगार हुए बैठे हैं,
उनकी एक झलक को बेकरार हुए बैठे हैं,
उनके नाजुक हाथों से सजा पाने को,
कितनी सदियों से गुनाहगार हुए बैठे हैं।
हमें कहा मालूम था कि इश्क क्या होता हैं।
बस, एक तुम मिले और ज़िन्दगी मुहब्बत बन गई।
चूम लूं मैं लबों से अपने ये आँखें तेरी,
बेचैन कर दूँ मैं सारी रातें तेरी,
खून बनकर समां जाऊं मैं तेरे जिस्म में,
बनकर दिल तेरा मैं महसूस करूँ सांसें तेरी।
इंतजार करते है तुमसे कब मिले,
तुमसे मिलने का कोई बहाना भी नहीं आता।
तू अपनी निगाहों से न देख खुद को,
चमकता हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा,
सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू,
मेरी नजर से चाँद तेरा टुकड़ा लगेगा।
हुई जो तेरे होंठो की तलब,
हमने खिलता हुआ गुलाब चूम लिया।
उस रब से आपकी खुशियाँ मांगते हैं,
इन दुआओ में आपकी हँसी मांगते हैं,
फिर सोचते है आपसे क्या मांगे,
चलो आपसे जीवन भर की मोहब्बत मांगते है।
दुनिया की धूप तुझको छू भी ना पायेगी,
इस कदर से तूझ पर दो जहान वार दूँ।
जाने उस शख्स को कैसा ये हुनर आता है,
रात होती है तो आँखों में उतर आता है,
मैं उस के ख्यालों से बच के कहाँ जाऊं,
वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है।