प्यार और भरोसा दो ऐसे पंछी हैं,
अगर इनमें से एक उड़ जाए तो,
दूसरा अपने आप उड़ जाता है।
वहम था मेरा,
जो तुम पर भरोसा किया,
लोगों ने तो सिर्फ दिल तोड़ा था,
तुमने तो मेरा रूह निचोड़ दिया।
किसी पर इतना भरोसा रखो,
कि कोई उसे तोड़ ना पाए,
चाहे कोई कितनी भी कोशिश कर ले,
रिश्तों का कुछ उखाड़ ना पाए।
मेरे दिल कि सरहद को पार न करना,
नाजुक है दिल मेरा वार न करना,
खुद से बढ़कर भरोसा है मुझे तुम पर,
इस भरोसे को तुम बेकार न करना।
मैंने तुम पर भरोसा किया,
पर तुमने मुझे धोखा दिया,
अब किसी और पे ना भरोसा होगा,
और ना किसी से दोबारा प्यार होगा।
अब इन लहरो पर क्या भरोसा करूं,
जब वो मेरे विपरीत ही चल रही है,
मुझे तो इन हवाओं पर भरोसा है,
जो मेरे पतवार को सहारा दे रही है।
उनका भरोसा मत करो,
जिनका ख्याल वक्त के साथ बदल जाऐ,
भरोसा उनका करो जिनका ख्याल तब भी,
वैसा ही रहे जब आपका वक्त बदल जाऐ।