Trending - Holi

Thursday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Kisan Shayari Kisan Shayari in Hindi - किसान शायरी इन हिंदी

परिश्रम की मिसाल हैं जिस पर कर्जो के निशान हैं

परिश्रम की मिसाल हैं जिस पर कर्जो के निशान हैंपरिश्रम की मिसाल हैं,
जिस पर कर्जो के निशान हैं,
घर चलाने में खुद को मिटा दिया,
और कोई नही वह किसान हैं।

See More From: Kisan Shayari
जब कोई किसान या जवान मरता हैजब कोई किसान या जवान मरता है,
तो समझना पूरा हिन्दुस्तान मरता है।

खेतों का पानी अब आखों में आ गया हैंखेतों का पानी अब आखों में आ गया हैं,
मेरे गाँव का किसान अब शहर में आ गया हैं।

मिट्टी से गहरा रिश्ता रखता हूँमिट्टी से गहरा रिश्ता रखता हूँ,
किसान का बेटा हूँ गर्व से कहता हूँ।

एक ईमानदार किसान को डरे सहमे हुए देखा हैएक ईमानदार किसान को डरे सहमे हुए देखा है,
मेहनत करने के बावजूद भूख से लड़ते हुए देखा है।

अपनी फसलों को आधे भाव में बेचकर भीअपनी फसलों को आधे भाव में बेचकर भी,
वो किसान हमेशा खुश रहता हैं।
क्योंकि उसे अपनी कमाई से ज्यादा,
दूसरों का पेट भरने में आनंद आता हैं।

घटाएँ उठती हैं बरसात होने लगती हैघटाएँ उठती हैं, बरसात होने लगती है,
जब आँख भर के फ़लक को किसान देखता है।

कहाँ ले जाओगे किसान के हक का दानाकहाँ ले जाओगे किसान के हक का दाना,
इस दुनिया को एक दिन तुमको भी है छोड़ जाना।

मत मारो गोलियो से मुझे मैं पहले से एक दुखी इंसान हूँमत मारो गोलियो से मुझे,
मैं पहले से एक दुखी इंसान हूँ,
मेरी मौत कि वजह यही हैं कि,
मैं पेशे से एक किसान हूँ।

बढ़ रही हैं कीमते अनाज कीबढ़ रही हैं कीमते अनाज की,
पर हो न सकी विदा बेटी किसान की।

सबका पेट भरता वो आज उस पे भूके रहने की नौबत आयीसबका पेट भरता वो आज उस पे भूके रहने की नौबत आयी,
नहीं सम्भले अभी तो कल हमारी बारी आयी।

कोई परेशान हैं सास-बहू के रिश्तो मेंकोई परेशान हैं सास-बहू के रिश्तो में,
किसान परेशान हैं कर्ज की किश्तों में।

क्यों ना सजा दी पेड़ काटने वाले शैतान कोक्यों ना सजा दी पेड़ काटने वाले शैतान को,
खुदा तूने सजा दे दी सीधे-सादे किसान को।

नही हुआ हैं अभी सवेरा पूरब की लाली पहचाननही हुआ हैं अभी सवेरा,
पूरब की लाली पहचान,
चिडियों के उठने से पहले,
खाट छोड़ उठ गया किसान।

खुदका तो पता नहीं पर कोई पेट न भूका रह जायेखुदका तो पता नहीं पर,
कोई पेट न भूका रह जाये,
इतना में करूँ परिश्रम की,
चारों धाम खेत से हो जायें।

नंगे पैर बारिश में जब एक किसान खेतो में जाता हैनंगे पैर बारिश में जब एक किसान खेतो में जाता है,
तभी महकता हुआ बासमती आपके घर आता है।

ये मौसम भी कितना बेईमान हैंये मौसम भी कितना बेईमान हैं,
बारिश न होने की वजह से मरा इक किसान हैं।

हू एक किसान ऐतबार अपनी लगन पेहू एक किसान ऐतबार अपनी लगन पे,
लगी है निगाहें आसमा के मानसून पे।

छत टपकती हैं उसके कच्चे मकान कीछत टपकती हैं उसके कच्चे मकान की,
फिर भी बारिश हो जाये, तमन्ना हैं किसान की।

ऐ ख़ुदा बस एक ख़्वाब सच्चा दे देऐ ख़ुदा बस एक ख़्वाब सच्चा दे दे,
अबकी बरस मानसून अच्छा दे दे,

मुफ़्त की कोई चीज बाजार में नहीं मिलतीमुफ़्त की कोई चीज बाजार में नहीं मिलती,
किसान के मरने की सुर्खियां अखबार में नहीं मिलती।


Categories