Trending - Holi

Saturday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Papa Shayari Papa Ke Liye Shayari in Hindi - पापा के लिए शायरी इन हिंदी

खुशिया जहाँ की सारी मिल जाती है

खुशिया जहाँ की सारी मिल जाती हैखुशिया जहाँ की सारी मिल जाती है,
जब पापा की गोद में झपकी मिल जाती है।

See More From: Papa Ke Liye Shayari
धरती सा धीरज दिया और आसमान सी उंचाई हैधरती सा धीरज दिया और आसमान सी उंचाई है,
जिन्दगी को तरस के खुदा ने ये तस्वीर बनाई है,
हर दुख वो बच्चों का खुद पे वो सह लेतें है,
उस खुदा की जीवित प्रतिमा को हम पिता कहते है।

जो हिम्मत हारने पर देते हैं साहसजो हिम्मत हारने पर देते हैं साहस,
असफल होने पर बताते हैं सफलता का रास्ता,
दुख के हर पल को भी बना देते हैं खुशनुमा,
वह और कोई नहीं, मेरे पापा ही तो हैं।

मेरा वजूद मेरी पहचान मेरी जिंदगी सब आपसे ही है पापामेरा वजूद, मेरी पहचान,
मेरी जिंदगी सब आपसे ही है पापा।

मुझे मोहब्बत है अपने हाथों की सब ऊँगलियों सेमुझे मोहब्बत है अपने हाथों की सब ऊँगलियों से,
ना जाने पापा ने कौनसी ऊँगली को पकड़कर,
मुझे चलना सिखाया था।

मंजिल दूर और सफ़र बहुत हैमंजिल दूर और सफ़र बहुत है,
छोटी सी जिन्दगी की फिकर बहुत है,
मार डालती ये दुनिया कब की हमे,
लेकिन पापा के प्यार में असर बहुत है।

न रात दिखाई देती है न दिन दिखाई देते हैंन रात दिखाई देती है,
न दिन दिखाई देते हैं,
पिता को तो बस परिवार के,
हालात दिखाई देते हैं।

सबसे खुशकिस्मत है वह इंसानसबसे खुशकिस्मत है वह इंसान,
जिसके पास है पिता के प्यार की बेशुमार दौलत।

प्यारे पापा के प्यार भरे सीने से जो लग जाते हैंप्यारे पापा के प्यार भरे सीने से जो लग जाते हैं,
सच कहती हूँ विश्वास करो, जीवन में सदा सुख पाते हैं।

नींद अपनी भुला के सुलाया हमकोनींद अपनी भुला के सुलाया हमको,
आंसू अपने गिरा के हास्य हमको,
दर्द कभी न देना उस खुदा की तस्वीर को,
ज़माने में बाप कहते है जिसको।

वो जमीन मेरी वो ही आसमान हैवो जमीन मेरी वो ही आसमान है,
वो खुदा मेरा वो ही भगवान है,
क्यों मैं जाऊं उसे कहीं छोड़ के,
पापा के कदमों में सारा जहान है।

कमर झुक जाती है बुढ़ापे में उसकीकमर झुक जाती है बुढ़ापे में उसकी,
सारी जवानी जिम्मेवारियों का बोझ ढोकर,
खुशियों की ईमारत खड़ी कर देता है पिता,
अपने लिए बुने हुए सपनों को खो कर।

सख्त सी आवाज में कहीं प्यार छिपा सा रहता हैसख्त सी आवाज में कहीं प्यार छिपा सा रहता है,
उसकी रगों में हिम्मत का एक दरिया सा बहता है,
कितनी भी परेशानियां और मुसीबतें पड़ती हों उस पर,
हंस कर झेल जाता है ‘पिता’ किसी से कुछ न कहता है।

पिता हारकर बाज़ी हमेशा मुस्कुरायापिता हारकर बाज़ी हमेशा मुस्कुराया,
शतरंज की उस जीत को मैं अब समझ पाया।

चट्टानों सी हिम्मत और जज्बातों का तुफान लिए चलता हैचट्टानों सी हिम्मत और,
जज्बातों का तुफान लिए चलता है,
पूरा करने की जिद से पिता,
दिल में बच्चों के अरमान लिए चलता है।

दुनिया की भीड़ में सबसे करिब जो है वोदुनिया की भीड़ में सबसे करिब जो है वो,
मेरे पापा खुदा मेरी तक़दीर वो है।

पिता की नजरें थोड़ी शक्की होती हैंपिता की नजरें थोड़ी शक्की होती हैं,
पर उनके गुस्से में बेटे की तरक्की होती हैं।

मुझे रख दिया छाँव में खुद जलते रहे धूप मेंमुझे रख दिया छाँव में खुद जलते रहे धूप में,
मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता अपने पिता के रूप में।

कभी हंसी और खुशी का मेला है पिताकभी हंसी और खुशी का मेला है पिता,
कभी कितना तन्हा और अकेला है पिता,
माँ तो कह देती है अपने दिल की बात,
सब कुछ समेट के आसमान सा फैला है पिता।

जब भी पिताजी बाज़ार जाते हैं मेरे लिये ज़रूर कुछ लाते हैंजब भी पिताजी बाज़ार जाते हैं,
मेरे लिये ज़रूर कुछ लाते हैं।

तोतली जुबान से निकला पहला शब्दतोतली जुबान से निकला पहला शब्द,
उसे सारे जहाँ की खुशियाँ दे जाता है,
बच्चों में ही उसे नजर आती है जिंदगी अपनी,
उनके लिए तो ‘पिता’ अपनी जिंदगी दे जाता है।


Categories