Trending - Holi

Thursday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Papa Shayari Papa Ke Liye Shayari

Papa Ke Liye Shayari in Hindi - पापा के लिए शायरी इन हिंदी

Share :


अगर मैं रास्ता भटक जाऊं मुझे फिर राह दिखाना पापाअगर मैं रास्ता भटक जाऊं,
मुझे फिर राह दिखाना पापा,
आपकी ज़रुरत हर कदम पर होगी,
नहीं और कोई आपसे बेहतर चाहने वाला।

नींद अपनी भुला के सुलाया हमकोनींद अपनी भुला के सुलाया हमको,
आंसू अपने गिरा के हास्य हमको,
दर्द कभी न देना उस खुदा की तस्वीर को,
ज़माने में बाप कहते है जिसको।

खून का भी एक रंग होता हैं पुत्र पिता का अंग होता हैंखून का भी एक रंग होता हैं,
पुत्र पिता का अंग होता हैं।

मन की बात जो पल में जान लेमन की बात जो पल में जान ले,
आंखों से जो हर बात पढ़ ले,
दर्द हो या खुशी, हर बात को पल में जान ले।
पापा ही तो है, जो आपको बेपनाह प्यार दे।

न रात दिखाई देती है न दिन दिखाई देते हैंन रात दिखाई देती है,
न दिन दिखाई देते हैं,
पिता को तो बस परिवार के,
हालात दिखाई देते हैं।

जलती धूप में वो आरामदायक छाँव हैजलती धूप में वो आरामदायक छाँव है,
मेलों में कंधे पर लेकर चलने वाला पाँव है,
मिलती है जिंदगी में हर ख़ुशी उसके होने से,
कभी भी उल्टा नहीं पड़ता पिता वो दांव है।

बेटे होने का फ़र्ज कभी तुम भी निभानाबेटे होने का फ़र्ज कभी तुम भी निभाना,
जब पिता ना कहे तो उनकी मजबूरी समझ जाना।

न मजबूरियाँ रोक सकीं न मुसीबतें ही रोक सकींन मजबूरियाँ रोक सकीं,
न मुसीबतें ही रोक सकीं,
आ गया पिता जो बच्चों ने याद किया,
उसे तो मीलों की दूरी भी न रोक सकी।

छोटे छोटे संकट के लिये माँ याद आती हैछोटे छोटे संकट के लिये माँ याद आती है,
मगर बड़े संकट के वक़्त पिता याद आते हैं।

आँखों के सामने हर पल आपको पाया हैआँखों के सामने हर पल आपको पाया है,
अपने दिल में सिर्फ आपको ही बसाया है,
आपके बिना हम जियें भी तो कैसे,
भला अपनी अपनी जान के बिना भी कोई जी पाया है।

जब भी पिताजी बाज़ार जाते हैं मेरे लिये ज़रूर कुछ लाते हैंजब भी पिताजी बाज़ार जाते हैं,
मेरे लिये ज़रूर कुछ लाते हैं।

चट्टानों सी हिम्मत और जज्बातों का तुफान लिए चलता हैचट्टानों सी हिम्मत और,
जज्बातों का तुफान लिए चलता है,
पूरा करने की जिद से पिता,
दिल में बच्चों के अरमान लिए चलता है।

बाप बेटे में अक्सर होती हैं बातबाप बेटे में अक्सर होती हैं बात,
पर बेटे नहीं समझ पाते पिता के दिल के जज्बात।

उसकी रातें भी जग कर कट जाती हैंउसकी रातें भी जग कर कट जाती हैं,
परिवार के सपनों के लिए,
कितना भी हो पिता मजबूर ही सही,
पर हमारी जिंदगी में इक ठाठ लिए रहता है।

प्यारे पापा के प्यार भरे सीने से जो लग जाते हैंप्यारे पापा के प्यार भरे सीने से जो लग जाते हैं,
सच कहती हूँ विश्वास करो, जीवन में सदा सुख पाते हैं।

मेरी रब से एक गुज़ारिश हैमेरी रब से एक गुज़ारिश है,
छोटी सी लगानी एक सिफारिश है,
रहे जीवन भर खुश मेरे पापा,
बस इतनी सी मेरी ख्वाहिश है।

पिता हारकर बाज़ी हमेशा मुस्कुरायापिता हारकर बाज़ी हमेशा मुस्कुराया,
शतरंज की उस जीत को मैं अब समझ पाया।

कोई चाहे कुछ भी कहे लेकिन ये बात पक्की होती हैकोई चाहे कुछ भी कहे,
लेकिन ये बात पक्की होती है,
की पिता की डाट में भी,
बेटे की तरक्की होती है।

तोतली जुबान से निकला पहला शब्दतोतली जुबान से निकला पहला शब्द,
उसे सारे जहाँ की खुशियाँ दे जाता है,
बच्चों में ही उसे नजर आती है जिंदगी अपनी,
उनके लिए तो ‘पिता’ अपनी जिंदगी दे जाता है।

पिता की नजरें थोड़ी शक्की होती हैंपिता की नजरें थोड़ी शक्की होती हैं,
पर उनके गुस्से में बेटे की तरक्की होती हैं।

मुझे मोहब्बत है अपने हाथों की सब ऊँगलियों सेमुझे मोहब्बत है अपने हाथों की सब ऊँगलियों से,
ना जाने पापा ने कौनसी ऊँगली को पकड़कर,
मुझे चलना सिखाया था।

वहीं श्रवण कुमार बन पायेंगेंवहीं श्रवण कुमार बन पायेंगें,
जो पिता के एहसानों का कर्ज चुकायेंगे।

क्या कहूं उस पिता के बारे मेंक्या कहूं उस पिता के बारे में,
जिसने सोचा नहीं कभी खुद के बारे में,
पापा आपने मुझे जिंदगी भर दिया है,
आपका तहे दिल से बहुत शुक्रिया है।

वो जमीन मेरी वो ही आसमान हैवो जमीन मेरी वो ही आसमान है,
वो खुदा मेरा वो ही भगवान है,
क्यों मैं जाऊं उसे कहीं छोड़ के,
पापा के कदमों में सारा जहान है।

ऊँगली पकड़ कर चलाते हैं पापाऊँगली पकड़ कर चलाते हैं पापा,
गिरने पर उठने का साहस बढ़ाते है पापा।

बचपन से लेके आज तक कमी नहीं रखीबचपन से लेके आज तक कमी नहीं रखी,
हमारी आंख में कभी नमीं नहीं रखी,
जीते जी सब कुछ हमारे नाम कर दिया,
पिता ने अपने नाम एक ज़मीं नहीं रखी।

पिता उस दीये की तरह हैं जो खुद जलकरपिता उस दीये की तरह हैं,
जो खुद जलकर, औलाद का जीवन रौशन करते हैं।

नींद अपनी भुला के सुलाया हमकोंनींद अपनी भुला के सुलाया हमकों,
आंसू अपने गिरा के हँसाया हमको,
लिए गोद में झुलाया हमको,
जीवन की हर ख़ुशी से पापा आपने मिलाया हमकों।

सबसे खुशकिस्मत है वह इंसानसबसे खुशकिस्मत है वह इंसान,
जिसके पास है पिता के प्यार की बेशुमार दौलत।

जो हिम्मत हारने पर देते हैं साहसजो हिम्मत हारने पर देते हैं साहस,
असफल होने पर बताते हैं सफलता का रास्ता,
दुख के हर पल को भी बना देते हैं खुशनुमा,
वह और कोई नहीं, मेरे पापा ही तो हैं।

सिमटती दिखे उन्हें मेरी ख्वाहिशे अगरसिमटती दिखे उन्हें मेरी ख्वाहिशे अगर,
दाल देते है पापा परदे अपनी निजी ज़रूरतों पर।

अपने बच्चो की ख्वाहिशो को पूरा करते करतेअपने बच्चो की ख्वाहिशो को पूरा करते करते,
उस पिता ने खुद को कितना खो दिया पता ही नहीं चला।

आज भी मेरी फरमाइशें कम नही होतीआज भी मेरी फरमाइशें कम नही होती,
तंगी के आलम में भी, पापा की आँखें कभी नम नहीं होती।

इस जहां में सिर्फ आप ही वह शख्स होइस जहां में सिर्फ आप ही वह शख्स हो,
जिसने मेरे सभी फैसले पर हर कदम पर,
हमेशा मुझ पर भरोसा किया हैं,
आप दुनिया के सबसे अच्छे पिता हैं।

पिता जमीर है पिता जागीर हैपिता जमीर है पिता जागीर है,
जिसके पास ये है वह सबसे अमीर है।

कभी हँसी और ख़ुशी का मेला है पिताकभी हँसी और ख़ुशी का मेला है पिता,
कभी कितना अकेला और तन्हा है पिता,
माँ तो कह देती है अपने दिल की बात,
सब कुछ समेट के आसमान सा फैला है पिता।

खुशिया जहाँ की सारी मिल जाती हैखुशिया जहाँ की सारी मिल जाती है,
जब पापा की गोद में झपकी मिल जाती है।

सख्त सी आवाज में कहीं प्यार छिपा सा रहता हैसख्त सी आवाज में कहीं प्यार छिपा सा रहता है,
उसकी रगों में हिम्मत का एक दरिया सा बहता है,
कितनी भी परेशानियां और मुसीबतें पड़ती हों उस पर,
हंस कर झेल जाता है ‘पिता’ किसी से कुछ न कहता है।

दुनिया की भीड़ में सबसे करिब जो है वोदुनिया की भीड़ में सबसे करिब जो है वो,
मेरे पापा खुदा मेरी तक़दीर वो है।

मंजिल दूर और सफ़र बहुत हैमंजिल दूर और सफ़र बहुत है,
छोटी सी जिन्दगी की फिकर बहुत है,
मार डालती ये दुनिया कब की हमे,
लेकिन पापा के प्यार में असर बहुत है।

मेरा वजूद मेरी पहचान मेरी जिंदगी सब आपसे ही है पापामेरा वजूद, मेरी पहचान,
मेरी जिंदगी सब आपसे ही है पापा।

मेरे होठों की हँसी मेरे पापा की बदोलत हैमेरे होठों की हँसी मेरे पापा की बदोलत है,
मेरी आँखों में खुशी मेरे पापा की बदोलत है,
पापा किसी खुदा से कम नही क्योकि,
मेरी ज़िन्दगी की सारी खुशी पापा की बदोलत है।

मेरे कदम कैसे डगमगाएंगे मुझे मेरे पापा ने चलना सिखाया हैंमेरे कदम कैसे डगमगाएंगे,
मुझे मेरे पापा ने चलना सिखाया हैं।

मंज़िल दूर और सफ़र बहुत हैमंज़िल दूर और सफ़र बहुत है,
छोटी सी जिन्दगी की फिकर बहुत है,
मार डालती ये दुनिया कब की हमे,
लेकिन “पापा ” के प्यार में असर बहुत है।

मुझे रख दिया छाँव में खुद जलते रहे धूप मेंमुझे रख दिया छाँव में खुद जलते रहे धूप में,
मैंने देखा है ऐसा एक फरिश्ता अपने पिता के रूप में।

कभी हंसी और खुशी का मेला है पिताकभी हंसी और खुशी का मेला है पिता,
कभी कितना तन्हा और अकेला है पिता,
माँ तो कह देती है अपने दिल की बात,
सब कुछ समेट के आसमान सा फैला है पिता।

क़दर पिता की कोई जान लेगाक़दर पिता की कोई जान लेगा,
अपनी जन्नत को दुनिया में ही पहचान लेगा।

धरती सा धीरज दिया और आसमान सी उंचाई हैधरती सा धीरज दिया और आसमान सी उंचाई है,
जिन्दगी को तरस के खुदा ने ये तस्वीर बनाई है,
हर दुख वो बच्चों का खुद पे वो सह लेतें है,
उस खुदा की जीवित प्रतिमा को हम पिता कहते है।

बेमतलब सी दुनिया में वह ही हमारी शान हैंबेमतलब सी दुनिया में वह ही हमारी शान हैं,
किसी शख़्स के वजूद की पिता ही पहली पहचान हैं।

कमर झुक जाती है बुढ़ापे में उसकीकमर झुक जाती है बुढ़ापे में उसकी,
सारी जवानी जिम्मेवारियों का बोझ ढोकर,
खुशियों की ईमारत खड़ी कर देता है पिता,
अपने लिए बुने हुए सपनों को खो कर।




Categories