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Home Bharosa Shayari Bharosa Shayari in Hindi - भरोसा शायरी इन हिंदी

आजकल न जाने कब बदल जाए इंसान भरोसा नहीं

आजकल न जाने कब बदल जाए इंसान भरोसा नहींआजकल न जाने कब,
बदल जाए इंसान भरोसा नहीं,
कहते हैं जो भरोसा करो हम पर,
अक्सर भरोसा तोड़ते हैं वहीं।

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बेशक किसी को माफ बार बार करोबेशक किसी को माफ बार-बार करो,
लेकिन भरोसा सिर्फ एक बार करो।

मुझे खामोश देखकर इतना हैरान क्यों होते हो दोस्तोंमुझे खामोश देखकर इतना हैरान क्यों होते हो दोस्तों,
कुछ नहीं हुवा है बस भरोसा कर के धोखा खाया है।

भरोसा रख मुहब्बत पर मुहब्बत रंग लाएगीभरोसा रख मुहब्बत पर, मुहब्बत रंग लाएगी,
ज़माना हार जाएगा, मुहब्बत जीत जाएगी।

उनका भरोसा मत करो जिनका ख्याल वक्त के साथ बदल जाऐउनका भरोसा मत करो,
जिनका ख्याल वक्त के साथ बदल जाऐ,
भरोसा उनका करो जिनका ख्याल तब भी,
वैसा ही रहे जब आपका वक्त बदल जाऐ।

जब कोई आपसे अपनी हर बात शेयर करने लगता हैजब कोई आपसे अपनी,
हर बात शेयर करने लगता है,
तो समझ जाना की वो आप पर,
खुद से ज़्यादा भरोसा करता है।

जो चाहे वो पा लेता है इंसानजो चाहे वो पा लेता है इंसान,
विश्वास में इतना दम होता है,
जो इंसान को ईश्वर देता है,
वो कभी भी कम नहीं होता हैं।

जिंदगी का भरोसा नहीं कब तक साथ निभाएगीजिंदगी का भरोसा नहीं कब तक साथ निभाएगी,
पर मौत पर ऐतबार है एक दिन ज़रूर आएगी।

भरोसा कर लिया है मैंने तेरे झूठ पर भीभरोसा कर लिया है मैंने तेरे झूठ पर भी,
तुझे खुदा जो माना है।

ना रुक ना झुक रख भरोसा बस चलता जाना रुक ना झुक, रख भरोसा बस चलता जा,
मंज़िल ना मिले तब तक बस बढ़ता जा।

खुद में काबिलियत हो तो भरोसा कीजिये साहिबखुद में काबिलियत हो तो भरोसा कीजिये साहिब,
सहारे कितने भी अच्छे हो साथ छोड जाते है।

आजकल न जाने कब बदल जाए इंसान भरोसा नहींआजकल न जाने कब,
बदल जाए इंसान भरोसा नहीं,
कहते हैं जो भरोसा करो हम पर,
अक्सर भरोसा तोड़ते हैं वहीं।

मैंने तुम पर भरोसा किया पर तुमने मुझे धोखा दियामैंने तुम पर भरोसा किया,
पर तुमने मुझे धोखा दिया,
अब किसी और पे ना भरोसा होगा,
और ना किसी से दोबारा प्यार होगा।

झड़ गए पत्ते उम्मीदों के सारे मग़र जड़ भरोसे की मजबूत बहुत है।झड़ गए पत्ते उम्मीदों के सारे,
मग़र जड़ भरोसे की मजबूत बहुत है।

एक बार फ़िर शक भरोसे से सबूत मांग रहा हैएक बार फ़िर शक भरोसे से सबूत मांग रहा है,
हँस रही है क़िस्मत, फ़िर एक रिश्ता दफ़न हो रहा है।

दिल का दर्द एक राज बनकर रह गयादिल का दर्द एक राज बनकर रह गया,
मेरा भरोसा मजाक बनकर रह गया,
दिल के सोदागरो से दिल्लगी कर बैठे,
शायद इसीलिए मेरा प्यार इक अल्फाज बनकर रह गया।

अब ज़रा सा भी किसी पर भरोसा नही होता हैंअब ज़रा सा भी किसी पर भरोसा नही होता हैं,
और जब भी होता हैं दर्द बड़ा ही बेहद होता हैं।

गिर पड़े उस पत्थर से टकरा कर ज़मीं पर हमगिर पड़े उस पत्थर से टकरा कर ज़मीं पर हम,
भरोसे की नीव कह जिसे कभी अपनों ने रखा था।

सब पर भरोसा है पर कुछ नहीं हासिल हैसब पर भरोसा है, पर कुछ नहीं हासिल है,
जिस तरफ पीठ करो, वहीं खड़ा कातिल है।

भरोसे के बाज़ार में जिंदगी बेची थी मैंनेभरोसे के बाज़ार में जिंदगी बेची थी मैंने,
तब जा के कहीं पाया हैं ये लहेजा मैंने।

वहम था मेरा जो तुम पर भरोसा कियावहम था मेरा,
जो तुम पर भरोसा किया,
लोगों ने तो सिर्फ दिल तोड़ा था,
तुमने तो मेरा रूह निचोड़ दिया।


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