मेरी पहचान आप से पापा,
क्या कहूं, आप मेरे लिए क्या हो,
रहने को है पैरों के नीचे ये जमीं,
पर मेरे लिए तो मेरा आसमान आप हो।
प्यारे पापा के प्यार भरे,
सीने से जो लग जाते है,
सच कहती हूँ विश्वास करो,
जीवन में सदा सुख पाते है।
जिससे सब कुछ पाया है,
जिसने सब कुछ सिखलाया है,
कोटि नमन ऐसे पापा को
जो हर पल साथ निभाया है।
पिता के बिना ज़िन्दगी वीरान होती हैं,
तन्हा सफ़र में हर राह सुनसान होती हैं,
ज़िन्दगी में पिता का होना जरूरी हैं,
पिता के साथ से हर राह आसान होती हैं।
नसीब वाले होते है वो जिनके सर पर,
पिता का हाथ होता है,
परेशानियां कम हो जाती है सब जब,
पिता का घर में वास होता है।
वो जमीन मेरा वो ही आसमान हैं,
वो खुदा मेरा वो ही भगवान है,
क्यों मैं जाऊं कही उसे छोड़ के,
पापा के क़दमों में मेरा सारा जहान हैं।
फुल कभी दोबारा नहीं खिलते,
जन्म कभी दोबारा नहीं मिलते,
मिलते है लोग हजारों दुनिया में,
पर पापा जितने प्यारे नहीं मिलते।
अपने पापा को आज मैं क्या उपहार दूं,
तोहफे दूँ फूलों के या गुलाबो का हार दूं,
मेरी जिंदगी में जो है सबसे प्यारा,
उस पर तो मैं अपनी जिंदगी ही वार दूं।
बेमतलब की इस दुनिया में,
वो ही हमारी शान है,
किसी शख्स के वजूद की,
पिता ही पहली पहचान है।
क्या कहूँ उस पिता के बारे में,
जिसने सोचा नहीं कभी खुद के बारे में,
पापा आपने मुझे जिंदगी भर दिया है,
आपका तहे दिल से बेहद शुक्रिया हैं।
मंजिल दूर और सफ़र बहुत हैं,
छोटी से जिन्दगी में फिकर बहुत हैं,
मार डालती ये दुनिया कब की हमें,
लेकिन पापा आपके प्यार में असर बहुत हैं।