बेमतलब सी इस दुनिया में वो ही हमारी शान है,
किसी शख्स के वजूद की पिता ही पहली पहचान है।
पिता के बिना ज़िन्दगी वीरान होती हैं,
तन्हा सफ़र में हर राह सुनसान होती हैं,
ज़िन्दगी में पिता का होना जरूरी हैं,
पिता के साथ से हर राह आसान होती हैं।
पिता के बिना जिंदगी वीरान है,
सफर तन्हा और राह सुनसान है।
वही मेरी जमीं वही आसमान है,
वही खुदा वही मेरा भगवान है।
जिससे सब कुछ पाया है,
जिसने सब कुछ सिखलाया है,
कोटि नमन ऐसे पापा को
जो हर पल साथ निभाया है।
अंधेरी जिंदगी की राह दिखाने वाली मशाल हैं,
जीवन की परेशानियों से बचाने वाली ढाल हैं,
मेरे पापा मेरे लिए मिसाल हैं।
मेरे सपनों को उड़ान देने की रखते अभिलाषा,
यही है मेरे पापा की परिभाषा।
किताबो से नहीं मैंने रास्तो की ठोकरों से सिखा है,
और मुश्किलो में भी हसना मैंने अपने पापा से सिखा है।
फुल कभी दोबारा नहीं खिलते,
जन्म कभी दोबारा नहीं मिलते,
मिलते है लोग हजारों दुनिया में,
पर पापा जितने प्यारे नहीं मिलते।
बिना बताये वो हर बात जान जाते है,
मेरे पापा मेरी हर बात मान जाते है।
धरती सा धीरज दिया और आसमान सी उंचाई है,
जिन्दगी को तरस के खुदा ने यह तस्वीर बनाई है,
हर दुख बच्चों का वो खुद पे वो सह लेतें है,
उस खुदा की जीवित प्रतिमा को हम पिता कहते है।