Trending - Holi

Thursday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Barish Shayari Barish Shayari in Hindi - बारिश शायरी इन हिंदी

बारिश में चलने से एक बात याद आती है

बारिश में चलने से एक बात याद आती हैबारिश में चलने से एक बात याद आती है,
फिसलने के डर से डर से वो हाथ थाम लेता था।

See More From: Barish Shayari
हम बारिश की बुँदे समझ बैठे जिसेहम बारिश की बुँदे समझ बैठे जिसे,
वो उसकी आँखों से निकले आंसू थे,
दर्द था उसके दिल का वो,
लेकिन हम बारिश की मस्ती में बेकाबू थे।

अजब लुत्फ़ का मंज़र देखता रहता हूँ बारिश मेंअजब लुत्फ़ का मंज़र देखता रहता हूँ बारिश में,
बदन जलता है और मैं भीगता रहता हूँ बारिश में।

हम भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूबकरहम भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूबकर,
इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे ख्यालों जैसी।

ज़रा ठहरो बारिश थम जाए तो फिर चले जानाज़रा ठहरो, बारिश थम जाए तो फिर चले जाना,
किसी का तुझ को छू लेना मुझे अच्छा नहीं लगता।

मत पूछो कितनी मोहब्बत है मुझे उनसेमत पूछो कितनी मोहब्बत है मुझे उनसे,
बारिश की बूँद भी अगर उन्हें छू जाती है,
तो दिल में आग लग जाती है।

बारिश की बौछार जब चहरें पर पड़ती हैंबारिश की बौछार जब चहरें पर पड़ती हैं,
वो बचपन की याद ताजा हो जाती हैं,
वो बचपन मे कागज की नाव बना कर,
बारिश की पानी में मस्ती याद आती है।

बारिश और मोहब्बत दोनो ही यादगार होते हैंबारिश और मोहब्बत दोनो ही यादगार होते हैं,
बारिश में जिस्म भीगता है और मोहब्बत में आँखें।

बारिश थी भीगी रात थी मैं भीगता रहाबारिश थी, भीगी रात थी, मैं भीगता रहा,
क़दमों के तेरे सब निशान मैं खोजता रहा।

दिल की बातें कौन जाने मेरे हालात को कौन जानेदिल की बातें कौन जाने,
मेरे हालात को कौन जाने,
बस बारिश का मौसम है,
मेरी प्यास का एहसास कौन जाने।

बारिश के बाद अक्सर मेरा दिल डूब सा जाता हैबारिश के बाद अक्सर,
मेरा दिल डूब सा जाता है,
दोस्त के तू भी कहीं मुझे छोड़ कर
चला न जाये कहीं इन बादलो कि तरह।

जाने क्यूँ लोग हमें आज़माते हैजाने क्यूँ लोग हमें आज़माते है,
कुछ पल साथ रह कर भी दूर चले जाते है,
सच ही कहा है कहने वाले ने,
सागर के मिलने के बाद लोग बारिश को भूल जाते है।

खुद भी रोता है मुझे भी रुला देता हैखुद भी रोता है मुझे भी रुला देता है,
ये बारिश का मौसम उसकी याद दिला देता है।

आज मौसम कितना खुश गंवार हो गयाआज मौसम कितना खुश गंवार हो गया,
खत्म सभी का इंतज़ार हो गया,
बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से,
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया।

बारिश की बूंदों सा ये दिल गिरता बरसता हैबारिश की बूंदों सा ये दिल गिरता बरसता है,
तुम पास होते हो मगर फिर भी तरसता रहता है।

बारिश इतनी हुई की तमाम शहर धुल गयाबारिश इतनी हुई की तमाम शहर धुल गया,
बस एक तेरे इश्क़ का रंग ही मुझसे न उतरा।

मेरी मोहब्बत बेजुबा होती रहीमेरी मोहब्बत बेजुबा होती रही,
दिल की धड़कन अपना वजूद खोती रही,
कोई नहीं आया दुख में मेरे करीब,
एक बारिश थी जो मेरे साथ रोती रही।

वह भी कुछ तड़पा होगा मौसम की पहली बारिश मेंवह भी कुछ तड़पा होगा मौसम की पहली बारिश में,
प्यार मेरा याद आया होगा मौसम की पहली बारिश में,
उड़ते उड़ते जब दो बादल एक हुए होंगे पर्वत पर,
उसका दामन भीगा होगा मौसम की पहली बारिश में।

पूछते थे ना कितना प्यार है तुम्हे हमसेपूछते थे ना कितना प्यार है तुम्हे हमसे,
लो अब गिन लो... बारिश की ये बूँदें।

ए बारिश ज़रा थम के बरसए बारिश ज़रा थम के बरस,
जब मेरा यार आ जाए तो जम के बरस,
पहले ना बरस की वो आ ना सके,
फिर इतना बरस की वो जा ना सके।

बारिशें कुछ इस तरह से होती रहीं मुझ पेबारिशें कुछ इस तरह से होती रहीं मुझ पे,
ख्वाहिशें सूखती रहीं और पलकें रोतीं रहीं।


Categories