अगर खुदा ने पूछा तो कह देंगे
हुई थी मोहब्बत हमें किसी से बेइंतेहा,
मगर जिससे हुई थी
हम उसके काबिल न थे।
सोचा था बताएंगे हर एक दर्द तुमको,
लेकिन तुमने तो इतना भी न पूँछा
की खामोश क्यों हो।
आज उस की आँखों मे आँसू आ गये,
वो बच्चो को सिखा रही थी की
मोहब्बत ऐसे लिखते है।
कोई दुआ कर दे मेरे सुकून की
दिल आज दर्द से फटा जा रहा है,
वजह तो पता नही
बस हर बात पे रोना आ रहा है।
जिसकी गलतियों को भुला कर
मैने हर बार रिश्ता निभाया,
उसी ने मुझे हर बार
फालतू होने का एहसास दिलाया।
तु रूठी-रूठी सी रहती है ए ज़िंदगी,
कोई तरकीब बता तुझे मनाने की,
मैं साँसे गिरवी रख दूँगा अपनी,
बस तूं कीमत बता अपनी मुस्कुराने की।
किसी का ये सोचकर साथ मत छोड़ना
की उसके पास कुछ नही तुम्हे देने के लिए।
बस ये सोचकर साथ निभाना की
उसके पास कुछ नही तुम्हारे सिवा खोने के लिए।
जिससे उम्मीद हो अगर वही दिल दुखा दे,
तो भरोसा उस इंसान से ही नहीं
पूरी दुनियां से उठ जाता।
तकलीफ उस वक्त सबसे ज्यादा होता है
जब दिल में कहने को बहुत कुछ हो,
जुबान खामोश हो और
समझने वाला कोई ना हो।
हार माननी ही पड़ी एक नासमझ दिल को,
आखिर कब तक लड़ता
एक मतलबी दिल और चालाक दिमाग से।
आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते,
पर वो तारा नहीं टूटता,
जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ।
वो जा रही थी
और मैं खामोश खड़ा देखता रहा,
क्योंकि सुना था कि पीछे से आवाज़ नहीं देते।
मेरी आंखों से ये डर अभी तक नहीं जाता,
तू उठ कर चली गई मगर यकीन नहीं आता,
जाने वाले लोगों में तुम भी शुमार थे,
मगर तुमसे ज्यादा इतना कोई याद नहीं आता।
किसी ने हमसे सच ही कहा था
वक़्त मिले तो प्यार की किताब पढ़ लेना,
सच्चे प्यार करने वाले की कहानी
हमेशा अधूरी ही होती है।
जिसकी फितरत ही हमेशा बदलने की हो,
वह कभी किसी का नहीं हो सकता,
चाहे वह समय हो या इंसान।
किसी को अब क्या बुरा समझना,
बुरे तो हम है
जो हर किसी को अच्छा समझ बैठते है।
बहुत बुरे दिन चल रहे है,
आज अच्छा होगा, कल अच्छा होगा,
यही सोच सोच के दिन कट रहे है।
ना जाने उसकी बेरूखी हमें क्यों पसंद आई,
ना चाहते हुए भी उससे मोहब्बत हो गई,
उससे शिकवा भी क्या करें हम,
उसने नहीं पसंद तो हमने किया था उसे।
इतनी मोहब्बत क्यों की मैंने तुझसे,
अब ये सोच सोच कर भी
मुझे खुद से नफरत होने लगी है।
लोग कहते है दु:ख बुरा होता है
जब भी आता है रुलाकर जाता है,
लेकिन हम कहते दु:ख अच्छा होता है
जब भी आता है कुछ सीखा कर जाता है।
यूँ तो सिखाने को जिंदगी
बहुत कुछ सिखाती है मगर,
झूठी हंसी हसने का हुनर
तो मोहब्बत ही सिखाती है।