कितना धोखा भरा था
तेरे मासूम शकल में,
हम भी पागल थे जो तेरी
इस मासूम सी शकल पर मर गए।
अगर इतनी ही नफ़रत है हमसे,
तो आज ही ऐसी दुआ करो,
की तुम्हारी दुआ भी पूरी हो जाये,
और मेरी ज़िन्दगी भी।
अफ़सोस होता है उस पल
जब अपनी पसंद कोई ओर चुरा लेता है,
ख्वाब हम देखते है।
और हक़ीक़त कोई और बना लेता है।
कोई ठुकरा दे तो सह लेना,
क्योंकि मोहब्बत की फितरत में
जबरदस्ती नही होती है।
आजकल जरुरत कहां है
हाथों में पत्थर उठाने की,
तोड़ने वाले तो जुबान से भी
दिल को तोड़ जाते है।
जो लोग सबकी फ़िक्र करते है,
अक्सर उन्ही लोगो की
कोई फ़िक्र करने वाला नही होता है।
ढूंढ तो लेते अपने प्यार को हम,
शहर में भीड़ इतनी भी न थी,
पर रोक दी तलाश हमने,
क्योंकि वो खोये नहीं थे, बदल गये है।
दिल तोड़ने वाले का कुछ नही जाता है,
लेकिन जिसका दिल टूटता है,
उसका सब कुछ चला जाता है।
कुछ लोगों की जिंदगी में
खुशियाँ लिखी ही नहीं होती,
शायद मैं भी उन्हीं में से एक हूँ।
हम तो तुमसे दूर हुए थे,
अपनी कमी का एहसास दिलाने को,
लेकिन तुमने तो मेरे बिना जीना ही सीख लिया।
तू मेरी चाहत का एक लफ्ज़ भी नहीं पढ़ सकी,
और मैं तेरे दिए हुए दर्द की किताब
को रोज़ पढ़ते पढ़ते सोता हूँ।
हमने हर पल दुआ मांगी थी,
उसके साथ रहने की,
और वो मेरे हर पल साथ है,
लेकिन एक याद बन कर।
काश की उसको हम बचपन मे ही मांग लेते,
क्योंकि बचपन में हर चीज मिल जाती थी
तब दो आँसू बहाने से।