हमने हर पल दुआ मांगी थी,
उसके साथ रहने की,
और वो मेरे हर पल साथ है,
लेकिन एक याद बन कर।
तू मेरी चाहत का एक लफ्ज़ भी नहीं पढ़ सकी,
और मैं तेरे दिए हुए दर्द की किताब
को रोज़ पढ़ते पढ़ते सोता हूँ।
काश की उसको हम बचपन मे ही मांग लेते,
क्योंकि बचपन में हर चीज मिल जाती थी
तब दो आँसू बहाने से।
दिल तोड़ने वाले का कुछ नही जाता है,
लेकिन जिसका दिल टूटता है,
उसका सब कुछ चला जाता है।
आजकल जरुरत कहां है
हाथों में पत्थर उठाने की,
तोड़ने वाले तो जुबान से भी
दिल को तोड़ जाते है।
कितना धोखा भरा था
तेरे मासूम शकल में,
हम भी पागल थे जो तेरी
इस मासूम सी शकल पर मर गए।
कुछ रिश्ते इतने अजीब होते है कि
उन्हें तोड़ने वाला
टूटने वाले से ज्यादा रोता है।
इतनी मोहब्बत क्यों की मैंने तुझसे,
अब ये सोच सोच कर
मुझे खुद से नफरत होने लगी है।
कोई ठुकरा दे तो सह लेना,
क्योंकि मोहब्बत की फितरत में
जबरदस्ती नही होती है।
कुछ लोगों की जिंदगी में
खुशियाँ लिखी ही नहीं होती,
शायद मैं भी उन्हीं में से एक हूँ।
अगर इतनी ही नफ़रत है हमसे,
तो आज ही ऐसी दुआ करो,
की तुम्हारी दुआ भी पूरी हो जाये,
और मेरी ज़िन्दगी भी।
खामोशियां तो बया कर देती है
दिल के दर्द को मेरे,
पर दिल में दर्द इतना है
कि कुछ बोला नहीं जाता।
अफ़सोस होता है उस पल
जब अपनी पसंद कोई ओर चुरा लेता है,
ख्वाब हम देखते है।
और हक़ीक़त कोई और बना लेता है।
हमने हर पल दुआ मांगी थी,
उसके साथ रहने की,
और वो मेरे हर पल साथ है,
लेकिन एक याद बन कर।