कुछ रिश्ते इतने अजीब होते है कि
उन्हें तोड़ने वाला
टूटने वाले से ज्यादा रोता है।
खामोशियां तो बया कर देती है
दिल के दर्द को मेरे,
पर दिल में दर्द इतना है
कि कुछ बोला नहीं जाता।
इतनी मोहब्बत क्यों की मैंने तुझसे,
अब ये सोच सोच कर
मुझे खुद से नफरत होने लगी है।
हमने हर पल दुआ मांगी थी,
उसके साथ रहने की,
और वो मेरे हर पल साथ है,
लेकिन एक याद बन कर।
जब प्यार करने वाले अपने जज़्बातों को दबाकर
रिश्तों को कोई दूसरा नाम देते है,
तो कभी न कभी कहीं न कहीं
जज्बातों फूट फूटके रोने लगते है।
कोई ठुकरा दे तो सह लेना,
क्योंकि मोहब्बत की फितरत में
जबरदस्ती नही होती है।
हम तो तुमसे दूर हुए थे,
अपनी कमी का एहसास दिलाने को,
लेकिन तुमने तो मेरे बिना जीना ही सीख लिया।
कभी कभी हम गलत नहीं होते,
पर हमारे पास वह शब्द ही नहीं होते
जो हमें सही साबित कर सके।
आप को पता है दर्द किसे कहते है,
दर्द वो होता है जिसमे
जख्म बाहर से नही अंदर से लगा हो।