आजकल जरुरत कहां है
हाथों में पत्थर उठाने की,
तोड़ने वाले तो जुबान से भी
दिल को तोड़ जाते है।
हमने हर पल दुआ मांगी थी,
उसके साथ रहने की,
और वो मेरे हर पल साथ है,
लेकिन एक याद बन कर।
मोहब्बत तो दिल से की थी
दिमाग उसने लगा लिया,
दिल तोड दिया मेरा उसने
और इल्जाम मुझपर लगा दिया।
इतनी मोहब्बत क्यों की मैंने तुझसे,
अब ये सोच सोच कर
मुझे खुद से नफरत होने लगी है।
दिल तोड़ने वाले का कुछ नही जाता है,
लेकिन जिसका दिल टूटता है,
उसका सब कुछ चला जाता है।
कुछ रिश्ते इतने अजीब होते है कि
उन्हें तोड़ने वाला
टूटने वाले से ज्यादा रोता है।
आजकल जरुरत कहां है
हाथों में पत्थर उठाने की,
तोड़ने वाले तो जुबान से भी
दिल को तोड़ जाते है।
आप को पता है दर्द किसे कहते है,
दर्द वो होता है जिसमे
जख्म बाहर से नही अंदर से लगा हो।
जो लोग सबकी फ़िक्र करते है,
अक्सर उन्ही लोगो की
कोई फ़िक्र करने वाला नही होता है।
हमे देखकर
अनदेखा कर दिया उसने,
बंद आंखों से पहचानने का,
कभी दावा किया था जिसने।
कुछ लोगों की जिंदगी में
खुशियाँ लिखी ही नहीं होती,
शायद मैं भी उन्हीं में से एक हूँ।
तू मेरी चाहत का एक लफ्ज़ भी नहीं पढ़ सकी,
और मैं तेरे दिए हुए दर्द की किताब
को रोज़ पढ़ते पढ़ते सोता हूँ।
अगर इतनी ही नफ़रत है हमसे,
तो आज ही ऐसी दुआ करो,
की तुम्हारी दुआ भी पूरी हो जाये,
और मेरी ज़िन्दगी भी।
काश की उसको हम बचपन मे ही मांग लेते,
क्योंकि बचपन में हर चीज मिल जाती थी
तब दो आँसू बहाने से।