हम तो तुमसे दूर हुए थे,
अपनी कमी का एहसास दिलाने को,
लेकिन तुमने तो मेरे बिना जीना ही सीख लिया।
कुछ लोगों की जिंदगी में
खुशियाँ लिखी ही नहीं होती,
शायद मैं भी उन्हीं में से एक हूँ।
मोहब्बत तो दिल से की थी
दिमाग उसने लगा लिया,
दिल तोड दिया मेरा उसने
और इल्जाम मुझपर लगा दिया।
कभी कभी हम गलत नहीं होते,
पर हमारे पास वह शब्द ही नहीं होते
जो हमें सही साबित कर सके।
दिल तोड़ने वाले का कुछ नही जाता है,
लेकिन जिसका दिल टूटता है,
उसका सब कुछ चला जाता है।
हमे देखकर
अनदेखा कर दिया उसने,
बंद आंखों से पहचानने का,
कभी दावा किया था जिसने।
खामोशियां तो बया कर देती है
दिल के दर्द को मेरे,
पर दिल में दर्द इतना है
कि कुछ बोला नहीं जाता।
कितना धोखा भरा था
तेरे मासूम शकल में,
हम भी पागल थे जो तेरी
इस मासूम सी शकल पर मर गए।
अगर इतनी ही नफ़रत है हमसे,
तो आज ही ऐसी दुआ करो,
की तुम्हारी दुआ भी पूरी हो जाये,
और मेरी ज़िन्दगी भी।
ढूंढ तो लेते अपने प्यार को हम,
शहर में भीड़ इतनी भी न थी,
पर रोक दी तलाश हमने,
क्योंकि वो खोये नहीं थे, बदल गये है।
कोई ठुकरा दे तो सह लेना,
क्योंकि मोहब्बत की फितरत में
जबरदस्ती नही होती है।
आजकल जरुरत कहां है
हाथों में पत्थर उठाने की,
तोड़ने वाले तो जुबान से भी
दिल को तोड़ जाते है।