Trending - Holi

Thursday | Army | Attitude | Congratulations 🎉 | Good Morning 🌞 | Good Night 😴 | Love 💕 | Motivational 🔥 | Rain 🌧️ | Sad 😢 | Name On Cake 🎂


Home Best Desh Bhakti Shayari, Status, Quotes in Hindi Desh Bhakti Shayari 2 Line Images in Hindi

खून से होली खेलेंगे अगर देश संकट में है

खून से होली खेलेंगे अगर देश संकट में हैखून से होली खेलेंगे अगर देश संकट में है,
सरफरोशी की इच्छा अब हमारे दिल में है।

खून से होली खेलेंगे अगर देश संकट में हैखून से होली खेलेंगे अगर देश संकट में है,
सरफरोशी की इच्छा अब हमारे दिल में है।

एक दीप उनके नाम का भी रखना थाली मेंएक दीप उनके नाम का भी रखना थाली में,
जिनकी साँसे थम गयी देश की रखवाली में।

देशभक्ति को अपनी सासों में बसना हैदेशभक्ति को अपनी सासों में बसना है,
अपने तिरंगे को पुरे जहा में फेहराना है।

न केशरिया मेरा है न हरा मेरा हैन केशरिया मेरा है न हरा मेरा है,
मेरा धर्म हिन्दुस्तानी है, पूरा तिरंगा मेरा है।

अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीअपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही,
सर कटा सकते है लेकिन सर झुका सकते नही।

उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैउन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे है,
जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे है।

यहीं रहूँगा उम्र भर कहीं न जाउँगायहीं रहूँगा उम्र भर कहीं न जाउँगा,
ज़मीन माँ है इसे छोड़ कर न जाऊँगा।

मेरी धरती हम सबका ये वतनमेरी धरती हम सबका, ये वतन,
मुझे ज़िन्दगी से भी प्यारा है मेरा ये वतन।

चाहता हूँ कोई नेक काम हो जाएचाहता हूँ कोई नेक काम हो जाए,
मेरी हर साँस देश के नाम हो जाए।

शमा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा होशमा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो,
होठों पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो।

भारत की फ़िज़ाओं को सदा याद रहूँगाभारत की फ़िज़ाओं को सदा याद रहूँगा,
आज़ाद था आज़ाद हूँ आज़ाद रहूँगा।

मेरी जान सदा जिंदाबाद रहे तूमेरी जान सदा जिंदाबाद रहे तू,
ऐ मेरे प्यारे वतन आबाद रहे तू।

दुश्मन की गोलियों का सामना करेंगेदुश्मन की गोलियों का सामना करेंगे,
आज़ाद है और आज़ाद रहेंगे।

मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिएमुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए।

यही ख्वाहिश है कि हर जन्म हिन्दुस्तान वतन देनायही ख्वाहिश है कि हर जन्म हिन्दुस्तान वतन देना,
अगर देना तो दिल में देश भक्ति का चलन देना।

चूमा था वीरों ने फांसी का फंदाचूमा था वीरों ने फांसी का फंदा,
यूँ ही नहीं मिली थी आजादी खैरात में।

यही हिम्मत का धन देना अगर देनायही हिम्मत का धन देना अगर देना,
तो दिल में देशभक्ति का चलन देना।

अलग है भाषा धरम जात और प्रान्त भेष परिवेशअलग है भाषा, धरम, जात और प्रान्त, भेष, परिवेश,
पर सबका एक है गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ।

लिपट कर बदन कई तिरंगे में आज भी आते हैलिपट कर बदन कई तिरंगे में आज भी आते है,
यूँ ही नहीं दोस्तों हम ये पर्व मनाते है।

अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहींअपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं,
सर कटा सकते है लेकिन सर झुका सकते नहीं।


Categories