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Home Sad Shayari Sad Shayari For Boys in Hindi - सॅड शायरी फॉर बॉइज इन हिंदी

हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने

हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमनेहर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने।

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बेदर्द दुनिया में अभी जीना सीख रहा हूँबेदर्द दुनिया में अभी जीना सीख रहा हूँ,
अभी तो मैं दुखों के जाम पीना सीख रहा हूँ,
कोशिश करूंगा तुम्हे मैं भी भुलाने की,
अभी तो मैं तेरे झूठे वादों को भुलाना सीख रहा हूँ।

तरस गए आपके दिदार कोतरस गए आपके दिदार को,
फिर भी दिल आप ही को याद करता है,
हमसे खुश नसिब तो आपके घर का आईना है,
जो हर रोज आपके हुस्न का दिदार करता है।

दाद देते है हम तुम्हारे नजरअंदाज करने के हुनर कोदाद देते है हम तुम्हारे नजरअंदाज करने के हुनर को,
जिस ने भी सिखाया है वो उस्ताद कमाल का होगा।

हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह कियाहसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया,
औरों को तो क्या हमको भी तबाह किया,
पेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफ़ाई को,
औरों ने तो क्या उन्होने भी वाह-वाह किया।

एक सिलसिले की उमीद थी जिनसे वही फ़ासले बनाते गयेएक सिलसिले की उमीद थी जिनसे,
वही फ़ासले बनाते गये,
हम तो पास आने की कोशिश मे थे,
जाने क्यूँ वो दूरियाँ बढ़ाते गये।

कभी सोचा न था के वो मुझे तनहा कर जायेगाकभी सोचा न था के वो मुझे तनहा कर जायेगा,
जो अक्सर परेशां देख कर कहता था, मैं हूँ ना।

बेताब हम भी थे दर्द जुदाई की कसमबेताब हम भी थे दर्द जुदाई की कसम,
रोता वो भी होगा नज़रें चुरा चुरा कर।

मेरा ख्याल जहन से मिटा भी न सकोगेमेरा ख्याल जहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।

कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझकोकोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भूला दो मुझको,
तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये,
दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको।

बहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत कीबहुत अजीब हैं ये बंदिशें मोहब्बत की,
कोई किसी को टूट कर चाहता है,
और कोई किसी को चाह कर टूट जाता है।

प्यार सभी को जीना सिखा देता हैप्यार सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पे मरना सिखा देता है,
प्यार नहीं किया तो करके देख लो यार,
ज़ालिम हर दर्द सहना सिखा देता है।

सोचता हूँ सागर की लहरों को देख करसोचता हूँ सागर की लहरों को देख कर,
क्यूँ ये किनारे से टकरा कर पलट जातें हैं,
करते हैं ये सागर से बेवफाई,
या फिर सागर से वफ़ा निभातें हैं।

दर्द कितना है बता नहीं सकतेदर्द कितना है बता नहीं सकते,
ज़ख़्म कितने हैं दिखा नहीं सकते,
आँखों से समझ सको तो समझ लो,
आँसू गिरे हैं कितने गिना नहीं सकते।

ऐसा नहीं कि आप हमें याद नहीं आतेऐसा नहीं कि आप हमें याद नहीं आते,
माना कि जहाँ के सब रिश्ते निभाये नहीं जाते,
जो बस जाते हैं दिल में वो भुलाए नहीं जाते,
पर बेवफाओं से हर तरह के रिश्ते निभाये नहीं जाते।

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा हैरोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है,
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू,
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है।

खुशियों से नाराज़ है मेरी ज़िन्दगीखुशियों से नाराज़ है मेरी ज़िन्दगी,
बस प्यार की मोहताज़ है मेरी ज़िन्दगी,
हँस लेता हूँ लोगों को दिखाने के लिए,
वैसे तो दर्द की किताब है मेरी ज़िन्दगी।

वो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहींवो नाराज़ हैं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं,
कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं,
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद,
वो ज़ख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं।

मज़बूरी में जब कोई जुदा होता हैमज़बूरी में जब कोई जुदा होता है,
ज़रूरी नहीं कि वो बेवफ़ा होता है,
देकर वो आपकी आँखों में आँसू,
अकेले में वो आपसे ज्यादा रोता है।

मेरे इस दर्द की वजह भी वो हैमेरे इस दर्द की वजह भी वो है,
और मेरे दर्द की दवा भी तो वो है,
वो नमक ज़ख्मों पे लगाते है तो क्या,
मोहब्बत करने की वजह भी तो वो है।

हकीक़त कहो तो उनको ख्वाब लगता हैहकीक़त कहो तो उनको ख्वाब लगता है,
शिकायत करो तो उनको मजाक लगता है,
कितनी शिद्दत से उन्हें याद करते हैं हम,
और एक वो हैं जिन्हें ये सब इत्तेफाक लगता है।


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