साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते,
वक्त की धुंध से लम्हे नहीं टूटा करते,
लोग कहते है मेरा सपना टूट गया,
टूटी नींद है सपने नहीं टुटा करते।
अगर सीखना है दिए से तो जलना नहीं, मुस्कुराना सीखो,
अगर सीखना है सूर्य से तो डूबना नहीं उठना सीखो,
अगर पहुंचना हो शिखर पर तो राह पर चलना नहीं,
राह का निर्माण सीखो।
हो के मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये,
ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये,
एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे,
धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये ।
सामने हो मंजिल तो रास्ते न मोड़ना,
जो भी मन में हो वो सपना न तोडना,
कदम कदम पे मिलेगी मुश्किल आपको,
बस सितारे चुनने के लिए कभी जमीन मत छोडना।
सामने हो मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना,
जो भी मन में हो वो सपना मत तोड़ना,
कदम कदम पर मिलेगी मुश्किल आपको,
बस सितारे छूने के लिए जमीन मत छोड़ना।
खोकर पाने का मज़ा ही कुछ और है,
रोकर मुस्कुराने का मज़ा ही कुछ और है,
हार तो जिंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त,
हार के बाद जीतने का मजा ही कुछ और है।
फूलों की तरह मुस्कुराना जिंदगी में,
मुस्कुरा के गम भुलाना जिंदगी में,
जीत कर खुश हुए तो क्या खुश हुए,
हार कर भी मुस्कुराना जिंदगी में।
सोच को अपनी ले जाओ उस शिखर पर,
ताकि उसके आगे सितारे भी झुक जाएं,
ना बनाओ अपने सफर को किसी किश्ती का मोहताज,
चलो इस शान से कि तूफान भी रुक जाए।
जब टूटने लगे हौसले तो बस ये याद रखना,
बिना मेहनत के हासिल तख्तो ताज नहीं होते,
ढूंढ़ लेना अंधेरों में मंजिल अपनी,
जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।
अभी को असली मंजिल पाना बाकी है,
अभी तो इरादों का इम्तिहान बाकी है,
अभी तो तोली है मुट्ठी भर जमीन,
अभी तोलना आसमान बाकी है।
बेहतर से बेहतर की तलाश करो,
मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो,
टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से,
तोड़ दे पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
जल को बर्फ़ में बदलने में वक्त लगता है,
सूरज को निकलने में वक्त लगता है,
किस्मत को तो हम बदल नही सकते,
लेकिन अपने हौसलो से किस्मत बदलने में वक्त लगता है।
बुझी शमां भी जल सकती है,
तूफान से कश्ती भी निकल सकती है,
होके मायूस यूं ना अपने इरादे बदल,
तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है।
ज़िन्दगी बहुत हसीन है,
कभी हंसाती है, तो कभी रुलाती है,
लेकिन जो ज़िन्दगी की भीड़ में खुश रहता है,
ज़िन्दगी उसी के आगे सिर झुकाती है।
रो कर मुस्कुराने का मजा ही कुछ और है,
जिंदगी में कुछ खो कर पाने का मजा ही कुछ और है,
ज़िन्दगी में हार और जीत तो लगी ही रहती है,
लेकिन हार के जीतने का मजा ही कुछ और आता है।
नदी हो दरिया हो या हो भंवर भी,
छू भी न पाये ऊँची लहरों की हलचल,
समंदर भी न डुबो पाया मेरी कश्ती को,
मुझे किसी किनारे की जरूरत नहीं है।
लहरों को साहिल की दरकार नहीं होती,
हौसला बुलंद हो तो कोई दीवार नहीं होती,
जलते हुए चिराग ने आँधियों से ये कहा,
उजाला देने वालों की कभी हार नहीं होती।
मुस्कुराना मेरे दुखों पर छोड़ दे ऐ ज़माने,
मैं बुजदिल नहीं हूँ जो तूफानों से डर जाऊं,
मौत लिखी है किस्मत में तो लड़कर मरूंगा,
इतना कायर नहीं कि बातों से ही मर जाऊं।
कोशिश के बावजूद हो जाती है कभी हार,
होके निराश मत बैठना ऐ यार,
बढ़ते रहना आगे हो जैसा भी मौसम,
पा लेती मंजिल चींटी भी, गिर गिर कर कई बार।
जिंदगी में जो हम चाहते हैं,
वो आसानी से नहीं मिलता,
लेकिन जिंदगी का सच यह है कि,
हम भी वही चाहते हैं जो आसान नहीं होता।